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स्टीव स्मिथ ने पूरे मैच में चालाकी की, कैमरे में दिखा, लेकिन अंपायर भी चुप रह गए!

DRS भी नहीं लिया और थर्ड अंपायर को चेक करने पर मजबूर भी कर दिया

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ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम (PTI)

भारत के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया जीत की कगार पर है. इंदौर में खेले जा रहे इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलियन टीम को जीत के लिए महज 76 रन का टारगेट चेज करना है. कंगारू टीम के इस बेहतरीन प्रदर्शन में बड़ा योगदान रहा टीम के स्टैंड इन कैप्टन स्टीव स्मिथ का. वो भी इस बार बल्ले से नहीं बल्कि मैदान के अंदर लिए गए अपने सूझबूझ भरे फैसलों से.

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एक शानदार खिलाड़ी होने के साथ-साथ स्मिथ मैदान पर अपनी चालाकी के लिए भी जाने जाते हैं. इसका एक उदाहरण इंदौर के मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में देखने को मिला है. इस मैच में उन्होंने ऐसी चालाकी दिखाई है, जिसकी वजह से क्रिकेट के नियमों में एक बड़ा लूपहोल भी सामने आ गया है. इसको लेकर पूर्व भारतीय विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने भी चर्चा की है. अब स्मिथ ने क्या चालाकी दिखाई, पहले वो जान लीजिए.

# अंपायरिंग का बनाया मजाक!

तीसरे टेस्ट मैच के दौरान जब भी कोई गेंद इंडियन प्लेयर के बैट के नजदीक से गुजरती थी तो ऑस्ट्रेलियन टीम के प्लेयर्स जोर से अपील करते थे. वहीं इस दौरान विकेटकीपर एलेक्स कैरी बल्लेबाज का स्टंप बिखेर लेग अंपायर से स्टंपिंग की अपील करने लगते थे. 

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अब क्लोज कॉल को देखते हुए फील्ड अंपायर उसे थर्ड अंपायर को रेफर कर देते थे. ऐसे में थर्ड अंपायर स्टंपिंग चेक करने के साथ ये भी देखते थे कि गेंद बल्लेबाज़ के बैट पर लगी है या नहीं. मतलब ऑस्ट्रेलियन टीम एक तीर से दो निशाना कर लेती थी. वो भी बिना DRS का इस्तेमाल किए. कंगारू टीम के खिलाड़ियों ने मैच के दौरान ऐसा कई बार किया.  

# पार्थिव ने क्या कहा?

फॉर्मर इंडियन विकेटकीपर पार्थिव पटेल के मुताबिक जब तक फील्डिंग टीम का कैप्टन कैच आउट के लिए DRS का इस्तेमाल नहीं करता, तब तक थर्ड अंपायर को इसे चेक नहीं करना चाहिए. क्रिकबज़ से बात करते हुए उन्होंने कहा,

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‘स्टीव स्मिथ की कप्तानी ऑन प्वाइंट रही. क्रिकेट के नियम में लूपहोल है. स्मिथ इस बात से वाकिफ हैं और उन्होंने इसका बखूबी फायदा उठाया. मेरे हिसाब से अगर फील्ड अंपायर को लगता है कि स्टंपिंग की अपील पर बैटर नॉट आउट है, फिर उन्हें थर्ड अंपायर के पास जाने से बचना चाहिए. और जब तक फील्डिंग टीम का कप्तान कैच आउट के लिए DRS का इस्तेमाल नहीं करता, तब तक थर्ड अंपायर को इसे चेक नहीं करना चाहिए.’

# मैच में क्या हुआ?

मैच की बात करें तो टीम इंडिया की पहली पारी महज़ 109 रन पर सिमट गई थी. वहीं ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 197 रन बनाए थे. ऐसे में पहली पारी के आधार पर कंगारू टीम को 88 रन की बढ़त हासिल की. वहीं सेकंड इनिंग में टीम इंडिया 163 रन पर ऑलआउट हो गई. और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए महज़ 76 रन का टारगेट मिला.

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