'हर हर शंभू'... अभी आपने 'हर हर शंभू' सिर्फ पढ़ा नहीं होगा. आपने गाने की लय में ही इसे गाया होगा. ये गाना कांवड़ियों के जत्थे से लेकर इंस्टा रील्स तक खूब वायरल है. कई लोगों ने तो इसको अपना कॉलर ट्यून भी बना लिया है. वायरल गाने में आवाज़ है फरमानी नाज़ की. 'हर हर शंभू' (har har shambhu) गाकर फरमानी नाज़ विवादों में भी घिरीं. लेकिन आज बात फरमानी नाज़ और उनसे जुड़े विवाद पर नहीं, ‘हर हर शंभू’ गाने के ओरिजिनल सिंगर्स अभिलिप्सा पांडा और जीतू शर्मा पर बात होगी.
'हर-हर शंभू' गाने की असली सिंगर फरमानी नाज़ नहीं, ये लड़की है
कौन हैं अभिलिप्सा पांडा, जिनके गाने को फरमानी नाज़ ने दोबारा बनाया.

यूट्यूब पर Jeetu Sharma नाम का एक चैनल है. इस पर 5 मई को Har Har Shambhu Shiv Mahadeva के टाइटल से ये गाना पब्लिश हुआ. इस पर अब तक 73 मिलियन यानी करीब सात करोड़ व्यूज़ आ चुके हैं और नंबर दनादन बढ़ रहे हैं. इस गाने को अभिलिप्सा पांडा (Abhilipsa panda) और जीतू शर्मा ने मिलकर गाया है. फरमानी नाज़ ने इस गाने को रिक्रिएट किया है. फरमानी नाज़ का वीडियो उनके यूट्यूब चैनल पर 24 जुलाई को पोस्ट किया गया था. उनके 'हर हर शंभू' को अब तक 58 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
हालांकि, ‘हर हर शंभू’ गाना अच्युत गोपी के ‘भजमन राधे’ भजन की धुन पर बना है. न्यूयॉर्क में रहने वाली अच्युत गोपी ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट हो चुकी हैं. वो इस साल जनवरी में चर्चा में आई थीं, तब उनका एक भजन वायरल हुआ था.
'हर हर शंभू' की ओरिजिनल सिंगर अभिलिप्सा पांडा उड़ीसा के क्योंझर (keonjhar) जिले की रहने वाली हैं. 4 साल की थीं तब से क्लासिकल म्यूज़िक सीख रही हैं. अभिलिप्सा अब 18 साल की हो गई हैं. इसी साल 12वीं की परीक्षा उन्होंने पास की है. अभिलिप्सा के घर का माहौल काफी कलात्मक है. उनके पिता रिटायर्ड फौजी हैं और आर्ट की फील्ड से जुड़े हैं. मां टीचर होने के साथ-साथ क्लासिकल डांसर हैं. उनकी छोटी बहन भी संगीत से जुड़ी हैं. अभिलिप्सा के दादा वेस्टर्न उड़ीसा के जाने माने कथाकार रहे. वे आसपास के इलाके में हारमोनियम बजाने के लिए फेमस थे.
सिंगर होने के साथ अभिलिप्सा क्लासिकल ओडिसी डांसर भी हैं. कराटे में अभिलिप्सा को ब्लैक बेल्ट मिला है. 2019 में उन्हें नेशनल लेवल कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल मिला था. अभिलिप्सा क्लासिकल वोकल के लिए गवर्नर ट्रॉफी भी जीत चुकी हैं.
अभिलिप्सा स्टेट लेवल की डिबेटर भी हैं और आठ अलग-अलग भाषाओं में गाने गा सकती हैं. अभिलिप्सा पांडा अपनी ज़िंदगी में म्यूज़िक को काफी अहम मानती हैं. उनका कहना है कि जो बातें वो ऐसे नहीं कह पातीं उसे म्यूज़िक के जरिए अभिव्यक्त करने कोशिश करती हैं. अभिलिप्सा बताती हैं कि उन्हें सिंगर सुनिधि चौहान काफी अच्छी लगती हैं. सुनिधि का 'कैसी ये पहेली' गाना अभिलिप्सा को काफी पसंद है. आज तक से बातचीत में अभिलिप्सा ने अपने सिंगिंग करियर के बारे में कहा,
'मेरी नानी से मेरे संगीत की शुरुआत हुई थी. वो पहले मुझे मंत्र सिखाती थीं और फिर जब में मंत्रों को सुर में गाने लगी तो मेरी फैमिली को पता चला कि मुझमें थोड़ी बहुत कला है. इस तरह से मेरी सिंगिंग की जर्नी शुरू हुई.'
अभिलिप्सा का कहना है कि अभी की जनरेशन जिस तरह के गाने सुनना पसंद करती है, उसे ध्यान में रखते हुए ‘हर हर शंभू’ गाना बनाया था. हालांकि, उन्होंने सोचा नहीं था कि ये भजन इतना वायरल हो जाएगा. वो कहती हैं,
'हम ये गाना जिस दिन रिकॉर्ड कर रहे थे उस वक्त हमें काफी तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. हम लोग होपलेस हो गए थे. हम लोगों को लगा कि हम उस दिन रिकॉर्ड नहीं कर पाएंगे. लेकिन पूरी टीम ने बहुत पेशेंन्स रखा, उम्मीद दिखाई. पूरी टीम की मेहनत की वजह से हम एक दिन में ये गाना शूट कर पाए थे.'
अपने बचपन के बारे में बात करते हुए अभिलिप्सा ने बताया कि बचपन में वो बहुत शरारतें करती थीं. नौकरी की वजह से माता-पिता ज्यादातर घर के बाहर रहते थे. वो घर पर अपनी छोटी बहन का ख्याल रखती थीं. 'हर हर शंभू' की सक्सेस के बाद अब वो कई म्यूज़िक प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं. सिंगिंग के अलावा अभिलिप्सा मरीन बायोलॉजिस्ट या साइंटिस्ट बनना चाहती हैं.
वीडियोः वायरल हर-हर शंभू गाने की सिंगर फरमानी नाज़ की असली कहानी
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