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शिखर धवन और आयशा मुखर्जी का तलाक हुआ, लोग यहां भी बदतमीजी से बाज़ नहीं आए

शिखर धवन की दीवानगी में अंधे लोगों को उनकी पत्नी का पक्ष भी समझना चाहिए

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शिखर धवन और आयशा मुखर्जी की शादी साल 2012 में मिली थी.

शिखर धवन एक फेमस इंडियन क्रिकेटर हैं. साल 2012 में उन्होंने आयशा मुखर्जी से शादी की थी. अब खबर आ रही है कि दोनों का तलाक हो चुका है. दरअसल, आयशा के नाम पर बने एक इंस्टाग्राम अकाउंट ने तलाक होने की जानकारी शेयर की है. इस पोस्ट के सामने आने के बाद से ही शिखर धवन के फैन्स हैरानी जता रहे हैं. सोशल मीडिया से लेकर हर जगह इनकी शादी पर बातें हो रही हैं. इसी बीच कुछ लोग ऐसे भी हमें देखने को मिले, जो आयशा को ट्रोल कर रहे हैं. उन्हें गोल्ड-डिगर कह रहे हैं, और ये भी कह रहे हैं कि ये सब कुछ उन्होंने पैसों के लिए किया है. खैर, आयशा कोई पहली ऐसी महिला नहीं हैं, जिनके तलाक के बाद उन्हें ट्रोल किया गया हो या फिर उन्हें गोल्ड-डिगर कहा गया हो. एलिमनी को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि आयशा तो एलिमनी लेंगी ही. हम बताएंगे कि ये पूरा मामला आखिर है क्या.

आज से करीब 13 साल पहले की बात है. शिखर धवन तब भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते हुए सितारे थे. एक बार फेसबुक स्क्रॉल करते वक्त क्रिकेटर हरभजन सिंह की फ्रेंड लिस्ट में उन्हें आयशा मुखर्जी का नाम दिखा. जो ऑस्ट्रेलिया से थीं और एक एमेच्योर बॉक्सर थीं. धवन ने आयशा को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और दोनों में बातें शुरू हो गईं. 'द गार्डियन' की रिपोर्ट की मानें, तो दोनों साल 2009 में इंगेज हो गए. जब धवन आयशा से मिले थे, तब उनका पहला तलाक हो चुका था और पहली शादी से उनकी दो बेटियां थीं. आयशा उम्र में धवन से 12 साल बड़ी थीं. शादी के वक्त खबरें आई थीं कि धवन के परिवार वाले पहले इसके लिए राज़ी नहीं थे, लेकिन आखिर में मान गए.

धवन ने आयशा की दोनों बेटियों को गोद लिया और साल 2014 में इस शादी से एक बेटा भी हुआ, जिसका नाम रखा गया- ज़ोरावर. ये लव-स्टोरी ऐसी थी, जो बार-बार खबरों में आती रही. धवन और आयशा सोशल मीडिया पर समय-समय पर एक-दूसरे के साथ कई सारी तस्वीरें शेयर करते और प्यार भरे मैसेज भी लिखते थे. पिछले साल लॉकडाउन के दौरान दोनों ने साथ मिलकर कई सारे मज़ेदार वीडियो भी बनाए थे. बीच में दोनों के बीच तनाव की खबरें भी आई थीं, लेकिन कुछ दिन बाद इस बात बंद हो गई थी. लेकिन फिर आया सितंबर 2021. आयशा मुखर्जी के नाम से बने एक इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पोस्ट शेयर किया गया. इस हैंडल का यूज़र नेम है- apwithaesha. इसमें लिखा गया-

"दो बार तलाकशुदा बनने के पहले तक मुझे लगता था कि तलाक एक खराब शब्द है. ये मज़ेदार है कि शब्दों के कितने ताकतवर मतलब होते हैं. एक तलाकशुदा होने के नाते मैंने व्यक्तिगत तौर पर इसका अनुभव किया. जब पहली बार मैं तलाक से गुज़री थी, वो बहुत डरावना था. मुझे लगता था कि मैं नाकाम हो गई और मैं कुछ तो बहुत गलत कर रही थी. मुझे लगा कि मैंने सबको शर्मिंदा किया और मुझे लगा कि मैं स्वार्थी हूं. मुझे लगा कि मैं अपने पैरेंट्स, अपने बच्चों को शर्मिंदा कर रही हूं. मुझे यहां तक लगा कि मैं भगवान को निराश कर रही हूं. तलाक बहुत ही गंदा शब्द था. तो अब कल्पना कीजिए, मुझे दोबारा इससे गुज़रना है. ये भयानक है. एक बार पहले ही तलाक हो जाने के बाद, मुझे दूसरी बार लगा कि बहुत कुछ दांव पर है. इसलिए जब मेरी दूसरी शादी टूटी तो ये बहुत डरावना रहा. जब ये हुआ तो पहली बार की सारी फीलिंग्स मेरे सामने आ गईं. डर, नाकामी और निराशा 100 गुना ज्यादा थीं. इसका क्या मतलब था मेरे लिए? ये मुझे और शादी के साथ मेरे रिलेशन को किस तरह डिफाइन करता है? जब सारे ज़रूरी एक्शन्स और इमोशन्स से मैं पार पाई, तब मैं खुद के साथ बैठी और मैंने पाया कि मैं ठीक हूं. मैं असल में बहुत ठीक थी. मेरा डर जा चुका था. मुझे सशक्त महसूस हुआ. मुझे अहसास हुआ कि मेरा डर और तलाक शब्द को जो अर्थ मैंने दिया था, वो मेरा ही काम था. मैंने इस शब्द को रिडिफाइन करना शुरू किया. मैंने तलाक शब्द को अपने अनुभवों के आधार पर देखना शुरू किया. तलाक का मतलब है खुद को चुनना, न कि शादी बचाने के लिए खुद की ज़िंदगी को कुर्बान करना. तलाक का मतलब है कि कई बार आप अपना बेस्ट देते हो, बेस्ट करते हो, लेकिन बात नहीं बनती, और ये भी ठीक है. तलाक मतलब मेरे पास बेहतरीन रिश्ते थे, जिन्होंने मुझे नए रिश्तों को निभाने के लिए सही सबक दिया. तलाक मतलब मैंने जितना सोचा था मैं उससे ज्यादा मज़बूत हूं. तलाक का असल मतलब वो है जो आप उसे देते हैं."

Ayesha Mukherjee Post इस पोस्ट के सबसे लास्ट में लिखा गया-

"अगर आप भी तलाक से जूझ रहे हैं या अपना रिश्ता खत्म करना चाहते हैं, लेकिन तलाकशुदा लेबल लगने से डरते हैं, तो 'डिवोर्स' लिखकर डीएम करिए और मेरे साथ विज़न कॉल बुक करिए."

हालांकि इस खबर पर शो लिखे जाने तक शिखर धवन की तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आया था. लोगों ने आयशा के लिए क्या कुछ लिखा, वो बताएंगे, लेकिन पहले एक ज़रूरी बात भी जान लीजिए. आयशा मुखर्जी के नाम के जिस इंस्टाग्राम अकाउंट से ये पोस्ट शेयर हुआ, वो वैरिफाइड नहीं है. उनका @aesha.dhawan5 नाम का एक अकाउंट था, जिसे शिखर धवन अपने कई इंस्टा पोस्ट पर टैग भी करते थे, ये अकाउंट अब उपलब्ध नहीं है. apwithaesha नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है, भले ही ये वैरिफाइड नहीं है, लेकिन इस अकाउंट को फॉलो करने की रिक्वेस्ट आयशा की बेटी आलिया अपने aliyahs.pack नाम के इंस्टा अकाउंट्स पर करती आई हैं.

खैर, जब ये पोस्ट आया, तो लोगों ने आयशा के लिए भद्दी-भद्दी बातें लिखनी शुरू कर दीं. एक ने तंज कसते हुए लिखा-

"आयशा कहती हैं- "तलाक का मतलब है पुराने पार्टनर्स से एलिमनी लेकर मज़बूत बनते जाना." वैसे आयशा शादी-शादी खेलने के अलावा और करती क्या हैं?"

एक यूज़र ने लिखा-

"आयशा ये लिखना भूल गईं कि तलाक का मतलब मुफ्त का पैसा होता है."

Shikhar Dhawan And Ayesha Mukherjee Tweet (2) एक अन्य यूज़र ने लिखा-

"हां वो ठीक है... वो तो आयरन लेडी कहलाएगी. लेकिन फैक्ट ये है कि "शादी और तलाक के नाम पर वो कितना पैसा कमा रही है?" क्या आयरन मुखर्जी स्टार क्रिकेटर से एलिमनी नहीं ले रहीं? ये फैक्ट्स अनकवर होने चाहिए. शातिर चालाक गोल्ड डिगर."

Shikhar Dhawan And Ayesha Mukherjee Tweet (3) एक यूज़र ने लिखा-

"धवन के साथ आठ साल, करोड़ों में प्रॉपर्टी बनाई और एलिमनी ली. लालची, स्वार्थी, गोल्ड-डिगर, बेकार महिला. आयशा मुखर्जी का दूसरा तलाक. तुमने फेम के लिए धवन को कैश काऊ बनाया. इससे तुम्हें फर्क नहीं पड़ता. यहां आदमी विक्टिम है, जिसने तुम पर भरोसा किया और प्यार किया."

Shikhar Dhawan And Ayesha Mukherjee Tweet (1) लोगों ने विज़न कॉल के मुद्दे पर भी सवाल उठाए और कहा कि आयशा तलाक से बिज़नेस कर रही हैं. इंस्टाग्राम पर भी आयशा के खिलाफ कई लोग लिख रहे हैं. यही आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने फेम और पैसे के लिए शिखर धवन से शादी की थी. और तलाक के बाद एलिमनी के तौर पर भी मोटी रकम ले रही होंगी. इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि शादी टूटने के पीछे आयशा ही ज़िम्मेदार हैं, क्योंकि पहली बार तलाक होने का समझ आता है, लेकिन दो बार तलाक होने का ये मतलब है कि आयशा में ही दिक्कत है. शिखर धवन की तारीफ की जा रही है, ये कहकर कि उन्होंने सारे ऑड्स को एक किनारे रखकर शादी की थी. आयशा के बारे ये सब लिखना कितना गलत?

आयशा और शिखर ने आठ साल की शादी खत्म क्यों की? ये उनका पर्सनल मैटर है. लेकिन इतना सच है कि कोई भी शादीशुदा कपल तभी तलाक जैसा कदम उठाता है, जब वो अपने रिश्ते को बचाने के लिए सबकुछ ट्राई कर चुका होता है. लेकिन जब बात नहीं बनती तो ये आखिरी कदम होता है. चूंकि शिखर धवन इतने बड़े प्लेयर हैं. और वो भी क्रिकेटर हैं. हम जानते ही हैं कि हमारे देश में क्रिकेट को किस तरह से पूजा जाता है. ऐसे में जब तलाक की खबर सामने आई, तो उनके फैन्स बिना कुछ सोचे-समझे आयशा को ट्रोल करने लगे. चूंकि आयशा उम्र में शिखर से 12 साल बड़ी हैं, पहले से तलाकशुदा और दो बच्चों की मां हैं. हमारे देश में ऐसी औरतें अगर दूसरी शादी करती हैं, तो हम जानते ही हैं कि उन्हें किस नज़र से देखा जाता है. उनके लिए यही समझा जाता है कि अच्छे खासे पुरुष को फंसा ली. आयशा को लेकर भी यही कहा जा रहा है. ये कि उन्होंने पैसों और फेम के लिए ये सब किया है. इन सभी लोगों को हम ये बताना चाहते हैं कि आयशा की खुद में एक पहचान है. वो वेल ट्रेंड किकबॉक्सर हैं. उनका शादी के पहले से ही नाम था. ऐसे में ये कहने से पहले कि फेम के लिए उन्होंने शादी की, आपको दोबारा सोचना चाहिए. रही बात पैसों की, तो हां आयशा ने खुद एक पॉडकास्ट में ये बात कही थी कि उनकी दोनों ही शादियों में वो फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट नहीं थीं. पैसों के लिए उन्हें दूसरों पर डिपेंड रहना पड़ता था. और ऐसा इसलिए था कि उन्होंने शादी में रहते वक्त पूरी तरह मदरहुड में ध्यान दिया था. हो सकता है कि अगर वो बॉक्सिंग जारी रखतीं तो वो फाइनेंशियली डिपेंडेंट रहतीं. खैर, अब आयशा खुद काम कर रही हैं, पैरेंटिंग के तरीके सिखा रही हैं.

तलाक के बाद महिला को पति पैसे देता है, ताकि वो अपना और बच्चों का गुज़ारा कर सके. इसे हम एलिमनी कहते हैं. आयशा को कितनी एलिमनी मिल रही है, मिल भी रही है या नहीं, ये हमें नहीं पता. लेकिन इसी एलिमनी को लेकर लोग उन्हें बुरा-भला कह रहे हैं. केवल उन्हें ही नहीं. हर उस औरत को बुरा-भला कहा जाता है, जिसे तलाक के बाद कानूनी तौर पर पति से गुज़ारा भत्ता मिलता है.

चलिए सेलिब्रिटी या इंडिपेंडेंट महिला की बात हम छोड़ देते हैं. लेकिन जो महिला पूरी तरह से अपने पति पर फाइनेंशियली डिपेंड होती है, उसके लिए एलिमनी बड़ा सहारा है. तलाक के बाद औरतों की हालत बहुत बुरी होती है. हो सकता है कि सेलिब्रिटीज़ को वो न झेलना पड़ता हो, लेकिन अधिकांश औरतें तलाक के बारे में सोच भी नहीं पातीं. ये सोचकर कि समाज क्या कहेगा और बच्चों को कैसे पालेंगी. ऐसे में एलिमनी की डिमांड बड़ी बात नहीं है. हमें अपना दोगुलापन छोड़ना चाहिए. जब औरत बाहर काम करती है, तब भी कहा जाता है कि वो घर पर ध्यान नहीं देती. और घर पर ध्यान देने वाली महिला जब तलाक के बाद पैसे की डिमांड करती है, तो भी बुरा-भला कहा जाता है. चलिए तलाक भी छोड़ दीजिए. शादी पर ही अगर बात की जाए, तो भी औरतें हर किसी के टारगेट में होती हैं. अगर वो अपने से बड़े आदमी से शादी करें, तो शुगर डेडी टर्म का इस्तेमाल होता है. अगर छोटे से करें तो गोल्ड-डिगर कहा जाता है. आयशा और धवन के बीच जो उम्र का फासला है, इसकी वजह से आयशा को इतनी घटिया बातें सुननी पड़ रही है. ऐसा ही केस प्रियंका चोपड़ा के साथ हुआ था, जब उन्होंने अपने से दस साल छोटे निक जोनस से शादी की थी. उन्हें लेकर भी तमाम मीम्स बनाए गए थे. लेकिन याद रखिए, आपकी घटिया ट्रोलिंग से खुद में बहुत कुछ अचीव कर चुकी औरतों को कुच फर्क नहीं पड़ता. खून आपका ही जलता है.