'इस तरह की क्रीम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. क्योंकि इसमें हाइड्रोक्योनोन और स्टेरॉयड पाया जाता है. हाइड्रोक्योनोन एक ब्लीचिंग एजेंट होता है, जिससे एक बार तो काफी अच्छा लगता है, स्किन साफ होने लगती है. दाने गायब होने लगते हैं. पर कुछ समय बाद स्किन खराब हो जाती है. वहीं, स्टेरॉयड से हमारी स्किन पतली हो जाती है. ये दोनों ही केमिकल हैं, जो हर क्रीम में पाए जाते हैं, चाहे वो क्रीम कितना भी हर्बल होने का दावा कर ले. इसीलिए क्रीम को लगाना बंद करते ही दोबारा बुरी तरह से दाने-धब्बे होने लगते हैं. वैसे भी इस तरह को तीन महीने से ज्यादा नहीं लगाना चाहिए. इससे चेहरा ही खराब होता है. ये बात अलग है कि इस तरह के प्रोडेक्ट को लाइसेंस तो दे दिया जाता है. पर कोई जांच नहीं होती है.'

'इस तरह क्रीम को लाइसेंस मिलता है, तभी तो ये उसका प्रचार करते ही हैं. पर लोगों को ये समझना चाहिए कि क्रीम लगाने से उनके पिम्पल्स या दाग-धब्बे नहीं जाएंगे, क्योंकि वो हॉर्मोनल इम्बैलेंस या फिर आपकी गलत डाइट की वजह से होते हैं. लोग उन पर ध्यान नहीं देते हैं. बल्कि इस तरह के प्रोडेक्ट का इस्तेमाल करने लगते हैं. जो नहीं करना चाहिए, एक बार डॉक्टर सी सलाह जरूर लेनी चाहिए.'तो आप भी समझ गई होंगी, कि क्रीम आप पर क्यों असर नहीं कर रही थी, और अगर कर भी रही थी, तो उसे बंद करने पर दोबारा क्यों हो रही थी. इसलिए आगे से बिना डॉक्टरी सलाह से कोई क्रीम न इस्तेमाल करें. और करें तो पहले उसको अच्छे सा जांच-परख लें.
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