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अरुण लाल 66 की उम्र में शादी कर रहे, लोग बोले - 'बुड्ढे को जवानी और लड़की को पैसा चाहिए!'

सारे डबल मीनिंग कमेंट्स का मतलब किसी भी वयस्क व्यक्ति को समझ आ ही जाएगा. सबसे ज़्यादा कुंठा लोगों को इस बता की है कि 66 साल का आदमी शादी कैसे कर रहा है. क्यों ही कर रहा है.

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मान लिया गया है कि शादी करने की एक तय उम्र है.

बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना. ये मुहावरा उन लोगों के लिए कहा जाता है जिनका किसी मसले से नाता रिश्ता नहीं होता फिर भी वो उसके लिए भयानक उतावले होते हैं. और बात अगर लिट्रली शादी की होती है, तो लोग वाकई ‘दीवाने’ हो जाते हैं. ऐसा ऐसा बिन मांगा ज्ञान देते हैं कि लगता है सोशियोलॉजी के मैरिज कॉउंसलिंग में इन्होंने पीएचडी कर रखी हो.
कुछ मसलों को लेकर इतना ज़्यादा टैबू है कि जी भर के लिख लिया जाए  फिर भी कुछ न कुछ रह ही जाएगा या नया सामने आ जाएगा. शादी उन्हीं मसलों में से एक है. लोगों ने अपने दिमाग में इसे लेकर कई मानक तय कर रखे हैं. कोई भी अपने जीवन में लोगों के दिमाग ने तय खांचे से कुछ इधर कुछ करता है, तो सबके अंदर का ट्रोलवीर जाग जाता है.

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खबर आई कि पूर्व क्रिकेटर अरुण लाल दोबारा शादी करने जा रहे हैं. पहली पत्नी रीना से उनका तलाक हो चुका है और उनकी होने वाली पत्नी उनकी लॉन्ग टाइम फ्रेंड मतलब पुरानी दोस्त हैं. काफी लंबे वक्त से अरुण और बुलबुल रिलेशनशिप में थे और पिछले महीने ही उन्होंने सगाई की है. 2 मई को उनकी शादी है.  अरुण की उम्र 66 साल है और उनकी होने वाली पत्नी की उम्र 38 साल है. यानी दोनों के बीच का ऐज गैप 28 साल है.

अब इस एक खबर में लोगों को ऑफेंड होने और ट्रोल करने के तीन- तीन कारण मिल गए.

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1. सबसे पहली वजह दोबारा शादी करना, यानी रीमैरिज

2. दूसरी वजह 66 साल का दूल्हा

3. और तीसरी वजह अरुण और बुलबुल की उम्र में 28 साल का ऐज गैप

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इन तीन वजहों को पकड़कर लोगों ने ट्विटर पर इतनी गंद मचाई है कि कोई भी समझदार व्यक्ति उन्हें पढ़कर घिना जाए.

एक क्रिकेटजीवी को लगता है अरुण की शादी की खबर में सबसे ज़्यादा मीम मटेरियल का पोटेंशियल है.

क्रिकेटजीवी जी, आपका ये स्टेटमेंट ये बताता है कि आपमें सद्बुद्धि का बहुत कम पोटेंशियल है तभी आपको किसी की शादी की खबर में मीम दिख रहा है.

शांतनु ने लिखा,

“नो वे! अरुण लाल 66 साल के हैं और वो इस उम्र में शादी कर रहे हैं. इतना स्टैमिना लाते कहां से हो भाई”

नॉन स्ट्राइकर एन्ड यूजरनेम नाम के अकाउंट से लिखा गया,

“दूसरी इनिंग के लिए अरुण जी को बधाई. मुझे उम्मीद कि आप यंग टैलेंट के साथ एक क्रैकिंग पार्टनरशिप बनाएंगे और डे ऐंड नाईट मैच में शानदार शॉट्स लगाएंगे.”

मोहित मल्होत्रा ने लिखा,

“सब बच्ची फंसा रहे हैं. अरुण लाल के लिए टफ कम्पटीशन है”

प्रत्युष महापात्र ने अरुण की शादी की खबर शेयर करते हुए लिखा,

“क्रिकेटर्स और फाइन लेग्स के प्रति उनकी कमरोज़ी किसी से छिपी नहीं है”
अर्नब ने ट्वीट किया,

“अरुण लाल अबतक रिटायर नहीं हुए हैं”

पीकू नायर नाम के अकाउंट से लिखा गया,

“टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने वाले भी 20-20 खेल सकते हैं”

अभिषेक यादव ने कहा,

“आह्ह.अब घूमी है गेंद”

प्रांजुल शर्मा के लिखा,

“यहां एक बार भी घोड़ी पर चढ़ना नसीब नहीं हुआ, ये तब से घोड़ी पर ही घूम रहा है “

रवि कुमार सिंह का कहना है,

“लड़की को पैसा दिखा, बुड्ढे को जवानी”

प्रखर ने कहा,

“अरुण भाई शादी में नहीं बुलाओ तो चलेगा पर हनीमून का पैकेज हमसे ही लेना . हम हनीमून की वीडियोग्राफी भी करते हैं.आपकी परफॉरमेंस पर कोई असर न पड़े इसलिए हिडेन कैमरे ऑपरेट होते हैं”

अरुण लोल नाम के अकाउंट से तस्वीर के साथ लिखा गया,


 

मनु ने लिखा,

“भाई अलोक. बाकी युवाओं को कलाईयों का बेहतरीन इस्तेमाल पर लगा कर खुद निकल पड़े”

वियर्डली ग्रिपिंग नाम के अकाउंट से ट्वीट आया,

“इस उम्र में बैटिंग होगी इनसे?”

ये सारे डबल मीनिंग कमेंट्स का मतलब किसी भी वयस्क व्यक्ति को समझ आ ही जाएगा. सबसे ज़्यादा कुंठा लोगों को इस बता की है कि 66 साल का आदमी शादी कैसे कर रहा है. क्यों ही कर रहा है. और इससे शादी करने जो लड़की राज़ी हुई है वो पैसों के लालच में ही शादी कर रही होगी. ये 38 साल की महिला को बच्ची मान रहे हैं. इसके हिसाब से बुलबुल पैसों के लालच में ये सब कर रही है.

और गेंद, बैटिंग, परफॉरमेंस, शॉट्स, रिटायरमेंट, स्टैमिना और घोड़ी जैसे शब्दों का इस्तेमाल इनके शाब्दिक अर्थ की बजाय सेक्शुअल मीनिंग के कॉन्टेक्स्ट के लिए किया गया है. ये दिखाता है कि लोग कितने कुंठित हो सकते हैं और उनके सोचने का दायरा कितना सीमित है.
इस देश में अब भी बड़ी उम्र के लोगों का शादी करना एक टैबू है. कई लोग ऐसे हैं जो अपने बच्चों की खातिर दूसरी शादी नहीं करते, और उससे भी ज्यादा लोग ऐसे हैं जो ‘लोग क्या कहेंगे’ की वजह से शादी नहीं करते. परिवार के लिए ये शर्मिंदगी का विषय होता है. क्यूंकि मान लिया गया है कि शादी करने की एक तय उम्र है. और शादी के बाद मिलने वाला सुख, सुख का अर्थ सेक्स से लगाइए, ये सुख केवल युवाओं के लिए है.बुड्ढा रंगीन है. खिजाब लगाकर आज भी जवान दिखना चाहता है. उम्र हो गई लेकिन इच्छाएं नहीं गईं. एक मुहावरा है उसे बार बार उन लोगों के लिए दोहराया जाता है जो अधिक उम्र में भी टिप टॉप रहते हैं – बूढ़ी घोड़ी लाल लगाम.

लेकिन उम्र के बेसिस पर किया गया ये भेदभाव सिर्फ शक्ल-ओ-सूरत तक सीमित नहीं है. ये दिखाता है कि पुरुषों के मामले में हम मर्दानगी से कितना ओब्सेस्ड हैं. ये एक बायोलॉजिकल फैक्ट है कि उम्र के साथ फर्टिलिटी कम होती है. शरीर थकता भी अधिक है. इसलिए किसी वृद्ध की शारीरिक संबंध बनाने की कल्पना हमें हास्यास्पद लगती है. जब एक उम्रदराज़ पुरुष एक कम उम्र की लड़की से शादी करता है तो ये इसलिए हास्यास्पद हो जाता है क्योंकि लोग ये मानकर चलते हैं कि ये आदमी तो एक युवा लड़की को संतुष्ट कर ही नहीं पाएगा.

अगर आप भी ऐसा ही मानते हैं तो आपके लिए एक रियलिटी चेक है. गेस व्हाट, शादी किसी भी उम्र में की जा सकती है. ये दो लोगों का पर्सनल मसला है. कानून किसी तलकशुदा व्यक्ति को भी दोबारा शादी करने का अधिकार देता है. अरुण लाल और बुलबुल की होने वाली शादी भी इसी दायरे में आती है, ये किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं करती. ये शादी कोई ज़ोर ज़बरदस्ती से नहीं कराई जा रही. दोनों अपनी इच्छा और पसंद से ये शादी कर रहे हैं.

और आप देखिए, यहां रिश्ते में जो उम्रदराज है वो एक पुरुष है. जब एक पुरुष के लिए इतनी घटिया बातें कही जा रही हैं, तो अगर इसकी जगह कोई 66 साल की महिला होती और उसका पार्टनर 38 साल का पुरुष होता तब उसका लोग क्या हाल करते.

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