पेट का कैंसर. इसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहते हैं. इंडिया में पुरुषों में होने वाला ये पांचवा सबसे कॉमन कैंसर हैं. औरतों में ये सातवें नंबर पर आता है. डराने वाली बात ये है कि ये दुनिया का दूसरा सबसे जानलेवा कैंसर है, जो पेट में होता है. इस कैंसर के साथ दिक्कत ये है कि इसके शुरुआती लक्षण बहुत आम हैं. जैसे पेट में दर्द. सीने में जलन. अब एसिडिटी के केस में भी ऐसा महसूस होता है. इसलिए शुरुआती दिनों में ये एकदम से पकड़ में नहीं आ पाता जब तक टेस्ट न हो जाएं. तो सबसे पहले तो ये जानते हैं कि पेट का कैंसर क्या होता है और इसके कारण क्या हैं?
क्या होता है पेट का कैंसर?
ये हमें बताया डॉक्टर विभोर ने.

डॉक्टर विभोर महेंद्रू, कैंसर स्पेशलिस्ट, सहारा हॉस्पिटल, लखनऊ
-जो हम खाना खाते हैं वो फ़ूड पाइप के ज़रिए पेट में जमा होता है. वहां हज़म होना शुरू होता है, हमारे डाइजेशन सिस्टम में पेट छोटी आंत से पहले होता है.
- कई बार पेट में एक ऐसी गांठ बन जाती है जो आसपास के टिश्यू को डिस्ट्रॉय करती है. इन टिश्यूज़ में से छोटे-छोटे सेल्स टूटकर बाकी शरीर में फैलते हैं. इस तरह के गांठ को स्टमक यानी पेट का कैंसर कहते हैं.
कारण
-जेनेटिक
-खानपान, रहन-सहन. अगर हम बहुत नमक वाला या स्मोक्ड खाना खाते हैं तो एसिडिटी होती है. एसिड रिफ्लक्स होता है. ऐसे लोगों में स्टमक कैंसर के चांसेज़ बढ़ जाते हैं
-स्मोकिंग, शराब से रिस्क बढ़ता है
पेट के कैंसर के कारण आपको पता चल गए. अब जानते हैं इसके लक्षणों और इलाज के बारे में.

लक्षण
-लक्षण कई बार माइल्ड होते हैं और पता नहीं चलते
-लंबे समय तक गैस बनना, खाना मुंह की तरफ़ ऊपर आना, खट्टी डकारें आना, पेट में ऊपर की तरफ दर्द
-अंदर अगर ब्लीडिंग होने लगती है तो उल्टी में खून आता है
-मल एकदम काले रंग का होता है
यानी अगर एसिडिटी के लक्षण लंबे समय तक दिखें तो डॉक्टर को दिखा लें.
इलाज
-ट्रीटमेंट में सबसे पहले ये देखना होता है कि पेट का कितना हिस्सा इफ़ेक्टेड है
-इसलिए सबसे पहले एंडोस्कोपी करनी पड़ती है. एक दूरबीन से मुंह के रास्ते अंदर जाकर स्टमक में देखा जाता है
-जांच की जाती है कि बीमारी पेट के किस हिस्से में है और कितने हिस्से में है
-अगर ज़्यादा एरिया है तो ऑपरेट करके निकालना पड़ता है
-अगर कम हिस्से में होता है ट्यूमर को एक मार्जिन के साथ करीब पांच सेंटीमीटर आगे और पीछे निकाल दिया जाता है

-आसपास कुछ छोटी गांठे होती हैं जिन्हें लिम्फ़ नोड्स कहते हैं. इस कैंसर के पेट से लेकर लिम्फ़ नोड्स तक फैलने की गुंजाइश होती है. ये गांठे कई बार बड़े साइज़ की होती है. कई बार छोटी भी हो सकती हैं
-दोनों ही केस में स्टमक के आसपास लिम्फ़ नोड्स को निकाला जाता है, कई बार ट्यूमर अगर ज़्यादा होता है और एक बार में नहीं निकल सकता है तो पहले कीमोथरैपी दी जाती है, ताकि उसके साइज़ को कम किया जा सके. साइज़ कम होने के बाद उसे ऑपरेशन से निकाल देते हैं.
-अगर शुरू में बीमारी ऑपरेशन लायक है तो पहले ऑपरेशन किया जाता है. रिपोर्ट के आधार पर ऑपरेशन के बाद कीमोथरैपी और रेडियोथरैपी दी जाती है
डॉक्टर साहब ने जो लक्षण बताएं, उनपर ज़रूर तवज्जो दीजिएगा.
वीडियो