आपने कई लोगों को कहते सुना होगा कि उन्हें भूख नहीं लगती. सेहत देखने/पढ़ने वाले हमारे कई दोस्तों ने इसी तरह की बातें हमें ईमेल पर बताई हैं. किन्हीं का कहना है कि उनका वज़न लगातार घट रहा है. कोई कहता है कि उन्हें खाने का मन ही नहीं करता. कुछ का कहना है कि खाना देखते ही उन्हें उल्टी सी आने लग जाती है. वैसे गर्मी के मौसम में कई लोगों के साथ ऐसा होता है कि उन्हें भूख कम लगती है. लेकिन अगर इस दिक्कत की वजह से आप कुछ ही नहीं पा रहे हों तो ये आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है.
कई लोगों को एनोरेक्सिया होता है. ये लोग वज़न मेंटेन करने के चक्कर में खाना नहीं खाते. खाते भी हैं तो उल्टी कर देते हैं. ये एक मेंटल मेडिकल कंडीशन है. इसमें व्यक्ति को लगता है कि उसका वज़न बहुत बढ़ रहा है. इस मेंटल ब्लॉक के चलते वो खाना नहीं के बराबर खाता है.
लेकिन ये ज़रूरी नहीं हर वो इंसान जिसे भूख न लगती हो, या उसका खाना खाने का मन नहीं करता हो उसे एनोरेक्सिया नेर्वोसा हो. इसलिए एक्सपर्ट से सुन लीजिए ऐसा होने के पीछे क्या-क्या वजह हो सकती हैं और आपको डॉक्टर को दिखाने की ज़रूरत कब पड़ सकती है. भूख न लगने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं? ये हमें बताया डॉक्टर अमित ने.

भूख न लगना किसी एक बीमारी का स्पेसिफ़िक या नॉन-स्पेसिफ़िक लक्षण हो सकता है. इसके पीछे चार कारण हो सकते हैंः
-पहला लिवर की कोई कंडीशन जैसे हेपेटाइटिस A, B, C या एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज.
-दूसरा. ये शरीर में किसी और इन्फेक्शन के कारण भी हो सकता है. कुछ इन्फेक्शन ऐसे हैं जिनके लिए ख़ासतौर पर सतर्क रहना ज़रूरी है. जैसे टीबी या एड्स.
-तीसरा. पेट-आंतों से जुड़ी हुई बीमारियां
-चौथा कारण है दिमाग से जुड़े हुए कई रोग. जैसे डिप्रेशन, एंग्जायटी. एनोरेक्सिया नेर्वोसा, जो एक ईटिंग डिसॉर्डर है. डॉक्टर को कब दिखाएं? अगर आपको भूख नहीं लगती और तीन महीने के अंदर आपका वज़न नॉर्मल वज़न से 10 प्रतिशत तक कम हो गया हो. बिना एक्सरसाइज़ या डायट के. माने अगर आपका वजन जनवरी में 70 किलो था और मार्च बीतते-बीतते अगर वो एक किलो तक कम हो जाए. तो आपको डॉक्टर को दिखाने की ज़रूरत है.
-अगर 99 या 100 के आसपास बुखार रहता है. सुबह उठते समय खांसी आती है, पसीना आता है. ये इन्फेक्शन के लक्षण हो सकते हैं.
-लंबे समय से उल्टी जैसी फीलिंग आती है, मल में खून की शिकायत है. ऐसे में डॉक्टर कुछ जांच कर सकते हैं. जैसे लिवर फंक्शन टेस्ट होता है. खून की जांच भी की जा सकती है.
अगर आपको इनमें से कोई भी शिकायत नहीं है, सारे टेस्ट नॉर्मल हैं तो कुछ घरेलू नुस्खे ट्राय कर सकते हैं. घरेलू नुस्खे -आप फल खा सकते हैं जैसे पपीता या पाइनएप्पल, इसमें नैचुरल डाइजेस्टिव एंजाइम होते हैं. जो खाना पचाने और भूख बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
-ये देखा गया है कि दालचीनी और जिंक शुगर और इंसुलिन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं इलाज भूख कम लगने की दिक्कत का सही इलाज तभी हो सकता है जब ये पता चले कि ऐसा किस वजह से हो रहा है. अलग-अलग टेस्ट किए जाते हैं. टेस्ट में सब क्लियर हो तो काउंसिलिंग की ज़रूरत भी पड़ सकती है. सही वजहों की पहचान होना और उनका इलाज ज़रूरी है.

ऐसा ईटिंग डिसऑर्डर के कारण भी होता है जिसे कहते हैं एनोरेक्सिया नेर्वोसा
-एनोरेक्सिया नेर्वोसा जो कि एक ईटिंग डिसऑर्डर हैं, इसका इलाज दवाइयों से या किसी बीमारी को ठीक करने से नहीं है. इसका इलाज साइकोथेरेपी है. कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी है. ऐसे में पेशेंट को लगता है कि उसका वज़न बहुत ज़्यादा है जबकि ऐसा होता नहीं है.ऐसे में पेशेंट खाना बंद कर देता है, ज़रा सा खाने के बाद लगता है वेट गेन हो गया है. इसका इलाज थोड़ा कठिन होता है.
कारण, लक्षण और मेडिकल इलाज तो आपने जान लिए. अब बात करते हैं कि अगर आपको भूख नहीं लगती तो किन तरह की मेडिकल समस्याएं आ सकती हैं. साथ ही ऐसे केस में फिर डाइट क्या हो. जब कुछ भी खाने का मन नहीं करता हो तो क्या करें? भूख न लगने से क्या मेडिकल समस्याएं हो सकती हैं? -भूख न लगने के अनेक कारण हो सकते हैं जैसे अगर आपकी कोई दवा चालू हो तो साइड इफेक्ट से ऐसा हो सकता है
-या अगर आपको लिवर की कोई बीमारी हो, या कोलाइटिस या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, तो उसमें भी भूख आपकी कम हो सकती है
-कभी- कभी हम देखते हैं कि समर सीजन में तापमान बढ़ता है तो भी हमारी खाने की इच्छा थोड़ी कम होती है क्या करें अगर भूख न लगें? -अगर आपको भूख नहीं लग रही तो सबसे पहले आपको उसका कारण समझना जरूरी है
-उसके बाद हमारे रोज के खाने में थोड़े बहुत परिवर्तन कर काफी कुछ कर सकते हैं

-हम जो भी खाते हैं वो दिखने में अच्छा हो तो उससे भी हमारे पेट में जो डाइजेस्टिव जूसेज होता है जिनसे खाने का डायजेशन होता है वो रिलीज होना चालू होता है. थोड़ी-थोड़ी देर बाद थोड़ा-थोडा खाना खाएं
-खाना खाने से 10 मिनट पहले 1 चम्मच अदरक का फाइन पेस्ट बना कर, उसमें थोड़ा सा नमक और थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर दोनों टाइम खाएंगे तो आपकी भूख बढ़ सकती है
-नरम खाना जो चबाना कम पड़े वो खा सकते हैं, ताजे फल जो नरम हों वो खा सकते हैं, दाल चावल, दाल में भिगोई रोटी खा सकते हैं. ऐसा खाना जिसमें पानी की मात्रा ज्यादा हो वो आप ज्यादा खाएं
-एक बात समझना जरूरी है कि अगर आप खाना कम खाएंगे तो आपकी ताकत कम हो सकती है वजन कम हो सकता है. इसका आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है इसीलिए जितना खाना ज़रूरी हो वो जरूर खाएं.
-एक और चीज आप कर सकते हैं नियमित व्यायाम उससे भी भूख पर अच्छा असर होता है.
ये सारी चीजें आप रोज अपनाएं और फिर इसका अपनी भूख पर असर देखें. उम्मीद है एक्सपर्ट्स की बातें पढ़कर आपका confusion थोड़ा दूर हुआ होगा. और अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है, या किसी को जानते हैं जो इस दौर से गुज़र रहा है, उसको सही मदद मिलना बेहद ज़रूरी है.
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