मैंने अपने एक हाथ में अपना सपना और दूसरे में अपने पापा का प्यार पकड़ा हुआ है. लेकिन मैं आप सब से कुछ कहना चाहता हूं. कुछ दिन पहले मैंने एक फिल्म देखी 'गजनी'. और यकीन मानिए मैं ये फिल्म देखकर हैरान हो गया था. कुछ दिन बाद जब मैं लंदन से लौट रहा था, तो मैंने अपनी फिल्म 'सिंह इज़ किंग' देखी. फिर मैंने दोनों फिल्मों में एक्टर्स के काम की तुलना की. और तब मुझे पता चला कि इस साल के बेस्ट एक्टर वो नहीं हैं बल्कि आमिर खान हैं. आमिर ने इस फिल्म वो काम किया है, जिसे ऐतिहासिक कहा जा सकता है. मैं उस आदमी से उसका ये अधिकार और सम्मान नहीं छीन सकता. मुझे पता है कि हो सकता है ये मौका मेरी ज़िंदगी में दोबारा न आए. लेकिन मैं उस अवॉर्ड को लेकर नहीं जा सकता, जो मेरा नहीं है और जो मुझसे ज़्यादा कोई और डिजर्व करता है. मेरे लिए वोट करने वालों से मैं तहे दिल से माफी मांगता हूं. मेरा मकसद आपका दिल दुखाना नहीं था. भगवान और जनता ने चाहा तो मैं ये अवॉर्ड फिर जीत सकता हूं. लेकिन आमिर, दोस्त ये तुम्हारे लिए है.हालांकि सबको पता है कि आमिर अवॉर्ड फंक्शन में नहीं जाते. जब ये सब हुआ, तब वो वहां मौजूद नहीं थे. जहां तक बात रही फिल्म 'गजनी' की, तो एक ट्रैजिक लव स्टोरी थी. इस फिल्म के लिए आमिर ने बहुत तरह के शारीरिक बदलाव किए थे. उनका किरदार एक ऐसे आदमी का था, जो पहले बहुत बड़ा बिज़नेसमैन था लेकिन दिमागी चोट के चलते वो हर 15 मिनट में बातें भूल जाता है. इसलिए वो अपनी चीज़ें याद करने के लिए बॉडी पर कई टैटू बनवा लेता है. उसका ज़िंदगी में एक्कै मकसद है बदला. इस फिल्म में आमिर के साथ असिन ने काम किया था और इस फिल्म को डायरेक्ट किया था ए.आर मुरुगाडोस ने. 'गजनी' भारतीय सिनेमा इतिहास की पहली फिल्म थी, जिसने 100 करोड़ रुपए से ज़्यादा की कमाई कर 100 करोड़ क्लब खोला था. अक्षय कुमार का वो वीडियो आप यहां देख सकते हैं:
वीडियो देखें: दिव्या भारती, आमिर खान और सलमान खान का वो किस्सा जो आप नहीं जानते होंगे