कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली है. इसको लेकर पूरे उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में तैयारियां की जा रही हैं. यात्रा के शुरू होने से कुछ दिन पहले मुजफ्फरनगर में पुलिस (Muzaffarnagar Police) की तरफ से एक निर्देश जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि कांवड़ यात्रा के रूट पर पड़ने वाली दुकानों, ढाबों और ठेलों पर विक्रेता का नाम लिखना जरूरी होगा. इसको लेकर सियासत गरमा गई है. इस फैसले पर AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) और TMC नेता महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने UP Police और सरकार को घेरा है.
ओवैसी को यूपी में हिटलर का जर्मनी क्यों नजर आया? पुलिस के आदेश पर महुआ मोइत्रा भी भड़कीं
Muzaffarnagar Police के आदेश को लेकर Asaduddin Owaisi और TMC नेता Mahua Moitra ने सरकार पर सवाल उठाए हैं.
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दरअसल, मुजफ्फरनगर के SSP अभिषेक सिंह का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें वो कहते हैं,
“कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं, हमारे जनपद में लगभग 240 किलोमीटर का रूट है. इसमें खाने-पीने की दुकानें, होटल, ढाबे और ठेले हैं, जहां से भी कांवड़िए खाने-पीने का सामान खरीद सकते हैं, उनको निर्देश दिया गया कि अपने प्रोपराइटर और मालिक का नाम बोर्ड पर जरूर लिखें. यह निर्देश इसलिए जरूरी है जिससे किसी भी कांवड़िये के मन में कोई कंफ्यूजन ना हो, बाद में कोई आरोप-प्रत्यारोप ना हो और कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रही. सब अपने मन से इसका पालन कर रहे हैं.”
इस आदेश के बाद कांवड़ यात्रा के रास्ते पर पड़ने वाले बहुत से दुकानदारों ने अपने नाम के बोर्ड लगाने शुरू कर दिए हैं. जिसके फोटोज और वीडियो सामने आए हैं. इस फैसले को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है. असदुद्दीन ओवैसी ने आदेश को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा,
“उत्तर प्रदेश पुलिस के आदेश के अनुसार अब हर खाने वाली दुकान या ठेले के मालिक को अपना नाम बोर्ड पर लगाना होगा ताकि कोई कावड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से कुछ न खरीद ले. इसे दक्षिण अफ्रीका में अपारथाइड कहा जाता था और हिटलर की जर्मनी में इसका नाम 'Judenboycott' था.”
वहीं TMC नेता महुआ मोइत्रा ने इस आदेश को लेकर यूपी पुलिस को टैग कर लिखा,
“आगे क्या? क्या मुसलमान अपनी पहचान के लिए अपनी स्लीव पर स्टार ऑफ डेविड का निशान पहनेंगे? अगली बार जब कांवड़ियों या उनके परिवारों को डॉक्टर या खून की आवश्यकता हो तो, उनके इलाज के लिए दूसरे कांवड़ियों ही ढूंढना. यूपी पुलिस यह पूरी तरह से अवैध और संविधान विरोधी है.”
साथ ही इस फैसले को लेकर कांग्रेस की तरफ से भी सवाल उठाए गए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि हम बीजेपी को देश को अंधकार युग में वापस धकेलने की इजाज़त नहीं दे सकते. बताते चलें, हिटलर के जमाने में यहूदियों के पहचान के लिए उनके घर के बाहर एक खास तरह का निशान बना दिया जाता था. ओवैसी ने अपनी X पोस्ट में इसी बात का जिक्र किया.
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