संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) में अवैध रूप से रहने के कारण वहां से निकाले गए भारतीयों (illegal indian immigrants) की तीसरी खेप 16 फरवरी की रात अमृतसर पहुंची. अमेरिकी वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर विमान करीब रात के 10 बजे अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा. इस विमान में 112 लोग सवार थे. पिछले 10 दिनों में अवैध भारतीयों को लाने वाला ये तीसरा विमान है.
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 112 प्रवासियों की तीसरी खेप भारत पहुंची, अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंडिंग
US से 112 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर C-17 Globemaster aircraft 16 फरवरी की रात Amritsar airport पर पहुंचा. पिछले 10 दिनों में ये तीसरी बार था जब US ने अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को डिपोर्ट किया है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, डिपोर्ट किए जाने वाले लोगों में से 44 हरियाणा से, 33 गुजरात से, 31 पंजाब से, दो उत्तर प्रदेश से और एक-एक लोग उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से हैं. कुछ अवैध प्रवासियों के परिवार वाले उन्हें रिसीव करने के लिए अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंच चुके थे. इमिग्नेशन, वेरीफिकेशन और बैकग्राउंड चेकिंग समेत सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इन प्रवासियों को उनके घर लौटने की अनुमति दी जाएगी. अधिकारियों ने उनको घर तक छोड़ने के लिए ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था की है.
इससे पहले 15 फरवरी की देर रात 116 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर दूसरा अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था. निर्वासित लोगों ने दावा किया कि पूरे उड़ान के दौरान वे बेड़ियों में बंधे रहे. इस दौरान कथित तौर पर सिख युवक बिना पगड़ी के थे.
निर्वासितों में से एक ने बताया,
पूरी यात्रा के दौरान हमारे पैरों में जंजीरें और हाथों में हथकड़ियां लगी रहीं. विमान में तीन महिलाएं और तीन बच्चे थे सिर्फ उनके हाथ में हथकड़ी नहीं थी. विमान के अमृतसर में उतरने से पहले ही बेड़ियां खोल दी गईं.
विमान के अमृतसर पहुंचते ही पंजाब के पटियाला जिले के राजपुरा के दो निर्वासितों को हत्या के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. संदीप सिंह उर्फ सनी और प्रदीप सिंह 2023 में दर्ज हत्या के एक मामले में आरोपी थे. इन अवैध प्रवासियों में से 65 पंजाब से, 33 हरियाणा से, आठ गुजरात से, दो-दो उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से और एक-एक हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर से थे.
5 फरवरी को 104 अवैध भारतीय प्रवासियों की पहली खेप को लेकर अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर पहुंचा था. अब तक तीन उड़ानों से अमेरिका ने कुल 332 अवैध भारतीय प्रवासियों को निर्वासित किया है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने निर्वासितों को लेकर आए अमेरिकी विमानों को अमृतसर हवाई अड्डे पर लैंडिंग को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया था. उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा,
हमारे पवित्र शहर को निर्वासन केंद्र में ना बदले.
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वहीं पिछले दो उड़ानों के उलट इस बार हरियाणा सरकार ने राज्य के निर्वासित लोगों को लाने के लिए स्पेशल बसें भेजीं. राज्य सरकार ने 52 सीटों वाली एसी बसें भेजीं, जिन पर मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना हरियाणा लिखा था. और बैनर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की तस्वीरें लगी थीं.
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