वे आगे कहते हैं,
'रूस कम्युनिकेशन के लिए ओपेन चैनलों का इस्तेमाल कर रहा है, मुझे लगता है कि इनसे ही यूक्रेन की सेना को जनरलों की लोकेशन का सुराग मिलता होगा. यदि रूस के वरिष्ठ अधिकारी बातचीत के लिए मोबाइल फोन या एनालॉग रेडियो का उपयोग कर रहे हैं, तो समझ लीजिए कि वे खुद यूक्रेनी खुफिया एजेंसियों को थाली में रखकर सुराग दे रहे हैं.'यूक्रेन एक के बाद एक रूसी जनरलों को कैसे मार रहा है, इसके पीछे उसकी एक विशेष योजना भी है, जिसकी पुष्टि यूक्रेनी राष्ट्रपति के एक करीबी ने की है. राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की टीम में शामिल इस अधिकारी ने अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल से बात करते हुए कहा,
'यूक्रेन के पास एक ऐसी सैन्य खुफिया टीम है, जिसे केवल और केवल रूस के बड़े सैन्य अफसरों को खोजने और उन्हें निशाना बनाने का काम सौंपा गया है...हमारी ये टीम हाई प्रोफाइल जनरलों, पायलटों और आर्टिलरी कमांडरों को ही तलाश करती रहती है.'पुतिन को युद्ध अपराधी बताने पर भड़का रूस उधर, यूक्रेन पर हमले के बाद से अमेरिका और रूस के संबंधों में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. दोनों के बीच खूब बयानबाजी भी देखने को मिल रही. इसी क्रम में बुधवार, 16 मार्च को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को 'युद्ध अपराधी' कह दिया. बाइडेन ने पुतिन पर यह टिप्पणी तब की जब वाशिंगटन में एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि यूक्रेन में जो हो रहा है, उसके बाद क्या आप पुतिन को युद्ध अपराधी कहने के लिए तैयार हैं? इसके जवाब में पहले तो बाइडेन 'नहीं' कहा, लेकिन फिर बोले,
''क्या आपने मुझसे पूछा कि क्या मैं उन्हें (पुतिन को) युद्ध अपराधी कहूंगा या नहीं? मुझे लगता है कि वो एक युद्ध अपराधी हैं.'
रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन. (तस्वीर: एएफपी)
जो बाइडेन के इस बयान पर रूस भड़क गया. उसने इस बयान को 'अक्षम्य बयानबाजी' करार दिया. रूसी न्यूज एजेंसी तास को दिए गए बयान में रूसी प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा,
'हमें लगता है कि ऐसी बयानबाज़ी अस्वीकार्य और अक्षम्य है, वो भी ऐसे देश के राष्ट्रपति की तरफ से जिनके बमों ने दुनिया भर में लाखों लोगों को मार डाला.'हालांकि, इसके कुछ देर बाद व्हाइट हाउस ने अपने राष्ट्रपति के बयान पर सफाई दी. व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी ने कहा,
'राष्ट्रपति जो बाइडेन कोई आधिकारिक घोषणा नहीं कर रहे थे, बल्कि यूक्रेन में चल रही बर्बरता की तस्वीरों को देखकर अपने दिल से बोल रहे थे...युद्ध अपराधी तय करने के लिए विदेश मंत्रालय अलग से कानूनी प्रक्रिया चलाता है और वो चल रही है.'