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रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर छात्रों ने ट्रेन रोकने की कोशिश की, पुलिस ने दौड़ा कर पीटा

लॉज में घुसकर छात्रों को पीटा गया, उठक बैठक लगवाई गई.

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छात्रों से उठक बैठक लगवाती पुलिस. (तस्वीर- आजतक)
रेलवे में नौकरी के मुद्दे पर यूपी-बिहार में माहौल गरमाया हुआ है. रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की नॉन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) की परीक्षा के परिणाम के खिलाफ जहां बिहार के छात्र दो दिनों से रेलवे ट्रैक्स पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के छात्र भी रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर पर सड़क उतरे. मंगलवार 25 जनवरी को यूपी के प्रयागराज में कुछ छात्र रेल रोकने पहुंच गए. लेकिन पुलिस ने उन्हें बुरी तरह खदेड़ दिया.

छात्रों को दौड़ा कर पीटा

आजतक से जुड़े पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक संगम नगरी में नौकरी की मांग को लेकर छात्रों ने ट्रेन रोकने की कोशिश की तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया. घटना के कुछ वीडियो भी मिले हैं जिनमें पुलिस छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर मारती दिख रही है. आलम ये था कि कहीं एक तो कहीं 3-4 छात्रों को घेर कर मारा गया और उनसे उठक बैठक लगवाई गई.
ये पूरी घटना प्रयागराज के सलोरी बाघड़ा इलाके की है. यहां स्थित प्रयाग स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर उतर कर छात्र नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. उसी दौरान पुलिस ने पहुंचकर छात्रों को खदेड़ दिया. इसके बाद इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया. खबर के मुताबिक छात्रों को ट्रैक से हटाने के बाद पुलिस ने सलोरी, छोटा बघाड़ा और एनिबेसेन्ट पुलिस चौकी के इलाकों में सर्च अभियान चलाया. इसी अभियान के तहत कथित उपद्रवियों को ढूंढने के लिए पुलिसवाले एक लॉज में घुस गए.
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लॉज के एक कमरे के गेट को राइफल के बट से खोलता पुलिसरकर्मी. (तस्वीर- आजतक)

आजतक को मिले वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से पुलिसकर्मी लॉज के बंद कमरों को जबरन खुलवाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए वे किसी दरवाजे को राइफल के बट से मारते दिख रहे हैं तो किसी दरवाजे को लात मार कर खोल रहे हैं. जैसे ही छात्र दरवाजा खोल कर कमरों से बाहर निकलते हैं, पुलिस उनको पीटना शुरू कर देती है. फिलहाल वहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
पुलिस का कहना है कि ये सब उपद्रव करने वालों को चिह्नित करने के लिए किया गया. जल्दी ही उनको गिरफ्तार कर उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस बारे में जानकारी देते हुए एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया,
लॉज में रहने वाले लड़के एकाएक रेलवे ट्रैक पर आ गए. वहां इन्होंने ट्रेन को रोकने का प्रयास किया. उन्हीं लोगों को हम देख रहे हैं कि वो कौन थे. उनका बाकायदा वीडियो बना हुआ है. उसी से हम एक-एक को चिह्नित कर रहे हैं. हमारा ये अभियान अभी कई दिन तक चलेगा. जो लोग भी इसमें शामिल थे, उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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एसपी सिटी दिनेश सिंह. (तस्वीर- आजतक)

पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्रों के कुछ लीडरों ने पूछताछ में बताया कि वे रेलवे भर्ती की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.

बिहार में बवाल

इससे पहले मंगलवार 25 जनवरी को ही बिहार में बड़ा बवाल देखने को मिला. यहां RRB NTPC के रिजल्ट के विरोध में अलग-अलग जगहों पर युवाओं और छात्रों ने ट्रेनें रोक दीं. उन्होंने RRB NTPC के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए पटना समेत राज्य के कई इलाकों में जमकर हंगामा किया. बक्सर, नवादा, हाजीपुर, आरा और मुंगेर रेलवे स्टेशनों पर छात्रों और पुलिस के बीच संघर्ष देखने को मिला. खबरों के मुताबिक पुलिस उन्हें समझाने गई तो उस पर पथराव किया गया. ऐसे में पुलिस को अभ्यर्थियों को खदेड़ने के लिए हवा में फायरिंग और आंसू गैस के गोले दागने पड़े.

क्यों नाराज हैं छात्र?

रेलवे भर्ती बोर्ड की ओर से NTPC की सीबीटी-1 परीक्षा का परिणाम बीती 14 और 15 जनवरी को जारी किया गया था. परीक्षा में लगभग एक करोड़ से ज्यादा उम्मीदवार पंजीकृत हैं. इस परिणाम के आधार पर सीबीटी-2 यानी दूसरे चरण की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाना है. लेकिन उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा के परिणाम में धांधली हुई है. उनका कहना है कि आयोजित परीक्षा में बोर्ड द्वारा कई पदों के लिए एक ही उम्मीदवार का चयन किया गया है. इसके चलते कई छात्रों का सेलेक्शन नहीं हो पाया. इसी को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.