बिहार की सोन नदी में उफान आ गया है. पानी बढ़ने की वजह से इसमें 25 से ज्यादा ट्रक्स फंस गए हैं. बताया जा रहा है कि ये ट्रक बालू खनन करने नदी के बीच गए थे. पर लगातार बारिश की वजह से नदी में पानी बढ़ गया और ट्रक फंस गए. अब इन ट्रकों का नदी में डूबने का खतरा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एक ट्रक मिसिंग है और एक आधा डूबा हुआ है.
बिहार में नदी से बालू निकालने गए थे 25 ट्रक, अचानक बाढ़ आ गई, फिर क्या हुआ?
30 जून तक ही बालू निकालने की इजाजत होती है. इसलिए और ज्यादा बालू निकालने की कोशिश हो रही थी.
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आजतक से जुड़े शशि भूषण की रिपोर्ट के मुताबिक ये ट्रक 29-30 जून को खनन करने गए थे. 30 जून की रात नदी का पानी बढ़ गया और ये ट्रक फंस गए. प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर एक अस्थाई रूट बनाया. इस नए रूट से ट्रक को निकालने की कोशिश की गई, पर ट्रक इसमें भी फंस गए. यानी नए रूट से भी इन्हें नहीं निकाला जा सका.
कैसे बढ़ा पानी का स्तर?
इंद्रपुरी बांध से छोड़े गए पानी और मध्य प्रदेश में हो रही बारिश से सोन नदी का जलस्तर बढ़ गया है. सासाराम में भी हो रही निरंतर बारिश को इसका एक कारण बताया जा रहा है.
30 जून तक थी अनुमति
शशि भूषण से मिली जानकारी के मुताबिक मानसून को मद्देनज़र रखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने 30 जून को बालू खनन की आखिरी तारीख मुकर्रर कर रखी है. बिहार में 30 जून के बाद तीन महीने तक बालू खनन अवैध होता है. इसी वजह से जून के आखिरी हफ्ते में ज्यादा-से-ज्यादा खनन होता है. इस बालू को बारिश के मौसम ख़त्म होने तक बेचा जाता है. इसके लिए ही एक साथ दो दर्जन से भी ज्यादा ट्रक सोन नदी के बीच भेज दिए गए थे.
प्रशासन का अगला कदम
जानकारी के मुताबिक प्रशासन एक और अस्थाई रूट बनाने की कोशिश कर रहा है. इस नए रूट को बालू से बनाया जा रहा है. हालांकि, जानकारों का कहना है कि इसके सफल होने की उम्मीद काफी कम है. इसकी वजह बिहार में हो रही तेज़ बारिश बताई जा रही है. ऐसे में बालू ट्रक का भार ले पाएगा या नहीं, इसपर भी सवाल है.
देश के कई इलाकों में बारिश
बता दें, बारिश की वजह से कई राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति बन आई है. सबसे ज्यादा बुरा हाल गुजरात का है. यहां ज्यादातर जिलों में लगातार बारिश हो रही है. इसकी वजह से नदी-नाले उफान पर हैं. जूनागढ़ और जामनगर में लोगों को भारी परेशानी हो रही है. इन शहरों के ज्यादातर इलाकों में पानी भरा हुआ है. सड़कें दरिया बन गई हैं, घरों में पानी घुस गया है. इसके अलावा सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात की सभी नदियां उफान पर हैं. वहीं दूसरी ओर असम में भी बाढ़ आई हुई है.
असम सरकार ने जानकारी दी है कि राज्य में बाढ़ से 19 हजार से भी ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. सैकड़ों गांव पानी में डूबे हुए हैं. राहत का काम जोरों पर है.
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