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हवा और इंसुलिन का इंजेक्शन देकर नवजात बच्चों को 'मार डालती' थी ये नर्स

अदालत को बताया गया कि बच्चे को मारने में नर्स कई बार सफल नहीं हुई तो दूसरी बार और फिर तीसरी बार भी कोशिश की

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सात नवजात बच्चों को मार चुकी है ये नर्स

इंग्लैंड के एक अस्पताल में नवजात बच्चों को इंसुलिन और हवा के इंजेक्शन देकर मार दिेए जाने का मामला सामने आया है. अचरज की बात ये है कि जिस पर शिशुओं को मारने का आरोप लगा है उसका काम बच्चों का जीवन बचाना था.

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हत्या की आरोपी इंग्लैंड के काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में नर्स है. आरोप है कि नर्स लूसी लेट्बी ने सात नवजात शिशुओं को इंसुलिन और पानी के इंजेक्शन देकर मार डाला. इनमें पांच लड़के और दो लड़कियां हैं. साथ ही इस नर्स पर  10 और बच्चों की जान लेने की कोशिश का आरोप भी लगा है. हियरफर्ड की रहने वाली 32 साल की नर्स लेट्बी ने सभी आरोपों से इंकार किया है. इस मामले की सुनवाई अदालत में चल रही है.

वकील निक जॉनसन ने अदालत को बताया कि अगर कोई बच्चा एक बार में नहीं मरा तो उसकी जान लेने की कोशिश तीन-तीन बार की गई -

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कई बार अगर वो (नर्स) बच्चे को मारने में पहली बार सफल नहीं हुई, और दूसरी कोशिश में भी जान नहीं ले पाई, तो एक मामले में तो तीसरी बार भी उसने कोशिश की.

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में 2015 के बाद से अचानक नवजात बच्चों की मौत के मामले बढ़ने लगे. ये वो बच्चे थे जो कि जन्म के वक्त पूरी तरह से स्वस्थ थे. 

कोर्ट को दी गई जानकारी के मुताबिक, जनवरी 2015 से पहले अस्पताल में नवजात यूनिट में बच्चों की मौत के आंकड़े असामान्य रूप से ज़्यादा नहीं थे. पर अगले 18 महीनों में, मरने वाले बच्चों की संख्या अचानक बढ़ने लगी. ये बच्चे बिना किसी ज्ञात कारण के मौत का शिकार हो रहे थे. जांच करने पर भी कुछ पता नहीं चला. 

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पर एक तथ्य ये सामने आया कि मरने वाले सभी नवजात शिशुओं को संभालने का काम लूसी के जिम्मे ही था. ये एक ऐसा संकेत था जिससे शक लूसी लेट्बी पर गया.

फोटो- लूसी लेटबी/Facebook

कोर्ट में सुनवाई के दैरान वकील निक जॉनसन ने बताया-

अस्पताल ने इन मौतों की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस को जांच में पता चला कि मिड 2015 से 2016 के बीच किसी ने जान बूझकर दो बच्चों को इंसुलिन के इंजेक्शन लगाए थे. इससे उनका शुगर लेवल नीचे गिर गया. हालांकि उन्हें बचा लिया गया.

मेडिकल स्टाफ को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि दोनों को किसी ने इंसुलिन दिया था.

कोर्ट में कहा गया-

नवजात बच्चों की यूनिट में बहुत सीमित संख्या में लोग जाते हैं. वहां किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं होती. लूसी ड्यूटी पर थी जब दोनों को इंसुलिन दिया गया. हमारा आरोप है कि उन्होंने ही बच्चों को मारा है.

जॉनसन ने आरोप लगाया कि लूसी ने एक बच्चे को हवा का इंजेक्शन दिया गया. कभी बच्चों को इंसुलिन या बहुत ज्यादा दूध पिलाया गया. 

बताया जा रहा है कि लूसी ने चेस्टर यूनिवर्सिटी से अपनी नर्सिंग की डिग्री ली है. 

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