सुमन तूर ने तस्वीर जारी करते हुए मांगे सिद्धू से सबूत. तस्वीर- ANI
70 वर्षीय सुमन तुर नवजोत सिंह सिद्धू से बड़ी हैं. वो काफी समय तक अमेरिका में रही हैं. फिलहाल चंडीगढ़ में हैं. शुक्रवार 28 जनवरी को यहीं एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने सिद्धू को लेकर चौंकाने वाले दावे किए. सुमन ने एक तस्वीर जारी करते हुए कहा,
"नवजोत सिंह सिद्धू ने पैसों के लिए मेरी मां को छोड़ दिया था. 1986 में जब हमारे पिता भगवंत सिंह की मृत्यु हुई तो सिद्धू ने तुरंत हमें घर से निकाल दिया. हमें सिद्धू से कोई पैसा नहीं चाहिए. उन्होंने कानूनी तौर पर मां-बाप के अलग होने का जो दावा किया है, वो झूठा है. मैं नवजोत से मिलने अमृतसर उनके घर गई थी. लेकिन उन्होंने गेट नहीं खोला. यहां तक कि उन्होंने मुझे व्हाट्सऐप पर भी ब्लॉक कर दिया है. नवजोत सिंह सिद्धू काफी निर्दयी हैं."सुमन ने आगे कहा,
"मेरी मां ने अपनी छवि बचाने के लिए दिल्ली के चक्कर काटे और अंत में 1989 में दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उनकी लावारिस की तरह मौत हो गई. सिद्धू ने ये सब प्रॉपर्टी के लिए किया. मैं 1990 में अमेरिका चली गई थी. सिद्धू ने अपनी मां निर्मल महाजन उर्फ निर्मल भगवंत के साथ काफी ज्यादती की. मैंने कई बार सिद्धू से बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने घर में घुसने की इजाजत नहीं दी."
चुनाव के कारण लगाए आरोप?
सुमन से पूछा गया कि चुनाव नजदीक आ गए हैं, क्या इसी वजह से वो सिद्धू पर आरोप लगा रही हैं. इस पर उन्होंने कहा,"मैं चुनाव के कारण ऐसा नहीं कर रही हूं. मुझे एक आर्टिकल के जरिए ये जानकारी मिली कि नवजोत सिद्धू ने मेरी मां के बारे में ये बयान दिया था कि वो और उनके पिता तब कानूनन अलग हो चुके थे, जब वो 2 साल के थे. उनका अपनी मां और बहनों के साथ कोई रिश्ता नहीं है. जो नवजोत सिद्धू अपने परिवार का नहीं हुआ वो किसी और का क्या होगा. नवजोत सिद्धू ने पैसे के पीछे मां को लावारिस कर दिया. भले ही नवजोत सिद्धू ने करोड़ों कमाए हों, पर वो परिवार का न हो सका. सिद्धू की सास जसवीर कौर ने हमारा घर बर्बाद कर दिया है. मैं कभी भी अपने पैतृक घर में नहीं जा सकी."सुमन तूर ने दावा किया कि उनकी एक बहन भी थी, जिसकी मौत हो चुकी है. उसकी बेटी यानी सुमन की भांजी अकेली थी. ऐसे में सुमन उसे अमेरिका ले गईं. सुमन ने कहा कि उनके भाई सिद्धू हर चीज को प्रूफ के साथ बताते हैं, तो मां-बाप के अलग होने का प्रूफ भी जरूर दें.