जगवीर और पूजा की शादी को एक या दो नहीं पूरे 12 साल हो गए. इस बीच दो बच्चे भी पैदा हो गए, तब जाकर मियाँ को पता चला कि बीवी का नाम दरअसल पूजा नहीं हसीना बानो है. और ये भी कि उन्होंने अब तक पति से ही अपना असली धर्म छिपाकर रखा था. किस्सा उत्तर प्रदेश के अयोध्या का है.
शादी के 12 साल बाद पत्नी पूजा ने कहा - "मेरा नाम हसीना बानो है", छुपकर बेटे को नमाज़ पढ़ा रही थी!
पति पर था दबाव, धर्म परिवर्तन कर लो वरना गला कटवा देंगे!

कहानी के मुख्य पात्र जगवीर ने थाने में रपट दर्ज करवाई है कि अब उन पर इस्लाम कुबूल करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और धमकी दी जा रही है कि ऐसा न करने पर उनका सिर कलम कर दिया जाएगा. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए धमकी देने वाले शख्स को गिरफ्तार भी कर लिया है.
कैसे हुआ खुलासा?आजतक के बनबीर सिंह की खबर के मुताबिक जगवीर ने एक दिन हसीना को बच्चों को नमाज पढ़ाते हुआ देख लिया. जगवीर को जब शक हुआ तो उन्होंने अपनी पत्नी से इस बारे में बात की. इसके बाद दोनों के बीच विवाद हुआ और पत्नी दोनों बच्चों के साथ यूपी के ही प्रतापगढ़ में अपने मायके चली गईं. वापस लौटने पर जगवीर को पता चला कि उनके बेटे का खतना भी करवा दिया गया है. इस पर जब जगवीर ने विरोध जताया तो विवाद और बढ़ गया.
आरोप है कि हसीना के माता-पिता ने स्थानीय दबंग राजू उर्फ नसीर से संपर्क किया और जगवीर पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने को कहा. नसीर ने जगवीर से इस्लाम धर्म कुबूल करने का दबाव बनाया और ना करने पर सिर कलम करने की धमकी दी. इसके बाद जगवीर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. 18 सितंबर को पुलिस ने मुकदमा कर लिया और एक मुठभेड़ के बाद नसीर को गिरफ्तार कर लिया गया.
कैसे हुई थी शादी?बताया जा रहा है कि जगवीर के जीजा राम जन्म कोरी को फैजाबाद रेलवे स्टेशन पर एक लड़की मिली थी जिसने अपना नाम पूजा बताया. लड़की ने ये भी कहा कि उसके परिवार में कोई नहीं है, वो अनाथ है. राम जन्म लड़की को लेकर घर आ गया और जगवीर से शादी करने को कहा ताकी लड़की को सहारा मिल सके. इसके बाद जगवीर और पूजा की पहले कोर्ट मैरिज होती है और उसके बाद 2012 में जगवीर उससे हिंदू रीति रिवाज़ के साथ शादी करता. बताया जा रहा है कि शादी में लड़की तरफ से कोई भी शामिल नहीं होता है.
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