हैदराबाद के एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लगने से 11 मजदूरों की मौत हो गई है. ये सभी मजदूर बिहार के छपरा जिले के रहने वाले थे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में वहां मौजूद सिर्फ एक व्यक्ति की जान बच पाई, हालांकि उसकी हालत भी गंभीर है. सिकंदराबाद के गांधी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. बुधवार, 23 मार्च की सुबह करीब 4 बजे सिकंदराबाद के भोईगुड़ा इलाके में यह दर्दनाक घटना हुई. आग इतनी भयावह थी कि 8 दमकल की गाड़ियां करीब 7 बजे तक इस पर काबू पा सकी. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक दमकल अधिकारी ने बताया कि गोदाम के ऊपर एक कमरा था जहां सभी मजदूर सो रहे थे. शुरुआती जांच से पता चला है कि गोदाम की आग कमरे तक पहुंच गई. वहां सो रहे मजदूरों ने भागने की कोशिश की लेकिन बहुत जल्दी वे धुएं के कारण दम घुटने से बेहोश हो गए. हालांकि एक मजदूर किसी तरह वहां से निकलने में सफल रहा. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी डेड बॉडी की डीएनए टेस्ट किया जाएगा, ताकि उनकी सही पहचान हो सके.
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है और मुआवजे की घोषणा की है. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्वीट किया,
"हैदराबाद के भोईगुड़ा में दुखद आग के कारण लोगों की मौत से दुखी हूं. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ है. हादसे में जान गंवाने वाले परिवारों को प्रधानमंत्री राहत आपदा कोष से 2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा."
वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी सभी 11 मृतकों के परिवारवालों के लिए 5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. सीएम ने सभी मजदूरों के शव को बिहार भेजने की व्यवस्था करने का भी आदेश दिया है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, शुरुआती तौर पर आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है, जिसके कारण वहां एक गैस सिलिंडर भी ब्लास्ट कर गया. पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद ने बताया कि सभी मजदूर गोदाम पर तीन साल से काम कर रहे थे. उनकी महीने की आमदनी 12 हजार रुपए थी. कमिश्नर ने कहा,
"आसपास रहने के लिए रूम नहीं मिल पाने के कारण, वे गोदाम के ही पहले तल पर रहने लगे थे. बिजली की तार में आग पकड़ने के कारण आग तेजी से फैल गई. प्रेम नाम का एक युवक वहां से किसी तरह निकल पाया, हालांकि वह बुरी तरह घायल है."
पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि गोदाम में जिस तरीके से कबाड़ और इलेक्ट्रिक व प्लास्टिक केबल रखे हुए थे, वह अवैध है. उन्होंने कहा कि अगर गोदाम का मालिक नियम उल्लंघन करने में पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जिले के डीसी ने बताया कि घटना की विस्तृत जानकारी जांच के बाद ही जाएगी.