हरियाणा के नूह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रशासन ने 45 से ज्यादा दुकानों और करीब 250 झुग्गियों पर बुलडोजर चलाया है. प्रशासन का दावा है कि ये झुग्गियां और दुकानें अवैध तरीके से बनाई गई थीं. फिलहाल नूह में कई इलाकों में बुलडोजर की कार्रवाई अभी चल रही है.
नूह: 45 से ज्यादा दुकानों को अवैध बताकर गिराया, गृहमंत्री बोले- दंगा करने वालों का बुलडोजर इलाज है
इससे पहले दंगे में शामिल होने का दावा कर अवैध बता 250 झुग्गियों पर भी बुलडोजर चलाया गया था.

5 अगस्त को नूह में एसकेएम सरकारी मेडिकल कॉलेज वाली सड़क पर बनीं दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया. इसी सड़क से 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकली और पत्थरबाजी के बाद हिंसा शुरू हुई थी. ये कार्रवाई 5 अगस्त की शाम तक होनी है. यहां बड़ी संख्या में पैरामिलिट्री फोर्स के जवान मौजूद हैं.
कार्रवाई को लेकर नूह के SDM अश्विनी कुमार ने बताया कि सीएम मनोहर लाल खट्टर के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने दावा किया कि दंगे में शामिल लोगों की अवैध दुकानें तोड़ी जा रही हैं.
'यहां 45 पक्के और 15 कच्चे अवैध निर्माण थे. इनकी दंगों में संलिप्तता पाई गई, जिसके चलते सीएम मनोहर लाल खट्टर के आदेश के बाद जमींदोज किया गया. अवैध निर्माण के चलते यहां दिक्कतें होती थी, इसीलिए इसे हटाना जरूरी था.'
वहीं कार्रवाई के समय मौके पर मौजूद नूह जिले के डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर ने ANI को बताया कि 45 से अधिक दुकानों को तोड़ा जा रहा है. दंगे से जुड़ी कार्रवाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये जांच का विषय है.
हरियाणा सरकार में गृह मंत्री अनिल विज ने भी बुलडोजर कार्रवाई पर बात की.
'दंगे के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जिसके ऊपर केस बनेगा उस पर केस करेंगे, इलाज करेंगे. इलाज में बुलडोजर भी एक दवा है, जहां-जहां जरूरत लगेगी कार्रवाई करेंगे.'
आजतक की खबर के मुताबिक नूह में 5 अगस्त को नई गांव, सिंगार ,बिसरू, डुडोली पिंगवा, फिरजोपुर में बुलडोजर चलेगा. इसके पहले शुक्रवार 4 अगस्त को चार जगहों पर बुलडोजर चला था. वहीं गुरूवार 3 अगस्त को प्रशासन ने ताउडू इलाके में करीब 250 झुग्गियों को बुलडोजर से गिरा दिया था. इन झुग्गियों को भी प्रशासन ने 'अवैध' बताया था. इनमें से कई लोगों के नाम कथित रूप से हिंसा के आरोपियों में दर्ज हैं. ये झुग्गी पिछले चार सालों से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) की जमीन पर बनी हुई थीं.
वहीं ये सब नूह-मेवात में 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा में हिंसा के बाद से शुरू हुआ. तब यात्रा पर पथराव किया गया. देखते ही देखते यह विवाद दो समुदायों के बीच हिंसा में बदल गया. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. हिंसा में 2 होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी.
हिंसा के बाद से अब तक कुल 55 FIR दर्ज हुई हैं. इनमें से 10 केस सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने के लिए दर्ज हुए हैं. पुलिस ने अलग-अलग इलाकों से अब तक 141 लोगों को गिरफ्तार किया है. नूह, भिवानी सहित हरियाणा के 10 जिलों में धारा-144 लागू है.
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