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दिवाली के पटाखों पर बेटे को बिठाया, जोरदार धमाके में पिता-पुत्र की दर्दनाक मौत

विस्फोट इतना जोरदार था कि पिता-पुत्र 10-15 मीटर दूर जाकर गिरे.

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कलैनसन और उनका बेटा प्रदीप (बाएं). हादसे में डैमेज हुआ स्कूटर (दाएं). (तस्वीरें- अक्षय नाथ/इंडिया टुडे)
दिवाली के पटाखे कितने खतरनाक हो सकते हैं, इसका एक दर्दनाक उदाहरण तमिलनाडु (Tamil Nadu) में देखने को मिला. यहां के विल्लुपुरम जिले में दिवाली के दिन एक दिल दहला देने वाली घटना हुई. पटाखों में विस्फोट होने से पिता-पुत्र की मौत हो गई. हादसे के समय दोनों पुडुचेरी से विल्लुपुरम जा रहे थे. उनके पास दिवाली के पटाखे थे. खबरों के मुताबिक रास्ते में उनमें विस्फोट हो गया जिसमें पिता-पुत्र मारे गए. घटना का सीसीटीव फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल है.
हादसे में क्षतिग्रस्त हुए स्कूटर की तस्वीर. (साभार- अक्षय नाथ/इंडिया टुडे)

बच्चे को पटाखों पर बिठा दिया

इंडिया टुडे/आजतक से जुड़े अक्षय नाथ की रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित कलैनसन और उनका 7 साल का बेटा पुडुचेरी के रहने वाले थे. गुरुवार 4 नवंबर को दिवाली के मौके पर कलैनसन ने अपने बेटे को पटाखे दिलाए थे. उन्हें लेकर दोनों स्कूटर से विल्लुपुरम जा रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि पिता-पुत्र स्कूटर पर सवार थे जिसके आगे उन्होंने पटाखों से भरा थैला रखा था. बताया गया है कि प्रदीप इस थैले पर बैठा हुआ था.
पुलिस को घटना का एक CCTV फुटेज मिला है. इसमें दिख रहा है कि प्रदीप के बैठे रहने के दौरान पटाखों से भरे थैले में अचानक जोरदार धमाका होता है. ब्लास्ट की ताकत इतनी ज्यादा थी कि स्कूटर पर सवार कलैनसन और प्रदीप तकरीबन 10-15 मीटर दूर जाकर गिरते हैं और मौके पर ही दोनों की मौत हो जाती है.
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घटना के पीड़ित कलैनसन और उनका बेटा प्रदीप. (तस्वीरें- अक्षय नाथ/इंडिया टुडे)

रिपोर्टर अक्षय नाथ ने स्थानीय लोगों के हवाले से बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि उसकी आवाज कई किलोमीटर तक सुनाई दी. इसमें कलैनसन और प्रदीप की मौत होने के अलावा घटना के समय उनके आसपास मौजूद 3 बाइक सवार भी घायल हो गए. आजतक से बातचीत में विल्लुपुरम पुलिस ने बताया कि इन घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इसके अलावा धमाके में एक गाड़ी और दो बाइक को भी नुकसान पहुंचा है. विल्लुपुरम जिले के डीआईजी एम पांडियन के निर्देश पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.

लोग क्या कह रहे?

पुलिस के हवाले से मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि कलैनसन अपने स्कूटर पर पटाखे लेकर जा रहे थे और उन्हीं में अचानक हुए धमाके से उनकी और प्रदीप की मौत हो गई. लेकिन धमाके की इंटेंसिटी देखकर कई लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि पटाखों से ऐसा भयानक ब्लास्ट हो सकता है. कुछ प्रतिक्रियाएं देखें.
डॉ. जया नाइक नाम के ट्विटर हैंडल से कहा गया,
शायद इसकी वजह पटाखे नहीं हैं. किसी और वजह से ऐसा हो सकता है. प्लीज वेरिफाई करें.
रंगनाथ नाम के यूजर ने कहा,
ये तो किसी बम धमाके जैसा लगता है. लगता नहीं पटाखों से ऐसा हुआ होगा.

 

पहले भी पटाखों ने ली है जानें

लोग भले ना मानें, लेकिन पटाखों में धमाका होने से किसी के मारे जाने की खबरें काफी समय से आती रही हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की अक्टूबर 2017 की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूपी के आगरा की एक सड़क पर पटाखों में विस्फोट होने के चलते 2 युवकों की मौत हो गई थी. उस हादसे के दृश्य भी बिल्कुल विल्लुपुरम की घटना से मिलते हैं. धमाके से दोनों युवकों के शरीर के टुकड़े हो गए थे और जिस स्कूटर पर वे सवार थे, वो भी धमाके में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था.
वहीं, इससे पहले 2015 में आगरा-फिरोजाबाद नेशनल हाइवे-2 पर भी पटाखों में धमाका होने से दो लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे. लिस्ट यहीं खत्म नहीं होती. 2014 में फिरोजाबाद जिले के धौरा गांव में एक क्रैकर्स स्टोरहाउस में रखे पटाखों में जोरदार ब्लास्ट हुआ था. उस हादसे में भी 2 लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे.