The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

"अशोक गहलोत की ज्यादा होशियारी की वजह से..." - अजय माकन का वीडियो हुआ वायरल!

बातचीत के दौरान अजय माकन हंसते हुए कहते हैं, "अभी तो और बढ़ेंगे"

post-main-image
वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट.

कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) के महासचिव अजय माकन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें अजय माकन अपने ऑफिस में कुछ लोगों से बतियाते दिख रहे हैं. किसी गंभीर मुद्दे पर बात हो रही है, लेकिन ठहाकों के साथ. वीडियो की शुरुआत राजस्थान कांग्रेस के विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा के दिखने से होती है. वो इन दिनों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok gehlot) पर हमलावर हैं. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि ऑफिस में दिल्ली में बैठी कांग्रेस आलाकमान और राजस्थान कांग्रेस के बीच हुए सियासी संकट पर चर्चा हो रही है.

अजय माकन का वीडियो वायरल

बातचीत के दौरान अजय माकन हंसते हुए कहते हैं, "अभी तो और बढ़ेंगे." इस बात पर ऑफिस में बैठे लोग भी ठहाके लगते हैं. एक शख्स कहता है,

"अशोक गहलोत की ओवर स्मार्टनेस ने... आपकी जो भारत यात्रा चल रही थी, इस पर से..."

इसके बाद ये शख्स हाथ से इशारा कर अपनी बात खत्म करता है. देखकर यही लगता है कि ये शख्स कहना चाह रहा है कि अशोक गहलोत की वजह से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर असर पड़ा है.

बहरहाल, वीडियो के चर्चा में आने की वजह है. एक वजह है खिलाड़ी लाल बैरवा का अजय मकान के ऑफिस में होना. वो अशोक गहलोत सरकार (ashok gehlot government) के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं. खिलाड़ी लाल का कहना है कि 2020 में राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress in 2020) में जो बगावत हुई, उससे अशोक गहलोत और उनकी सरकार को बचाना उनकी (खिलाड़ी लाल) गलती थी.

वहीं खुद अजय माकन भी वीडियो पर चर्चा की एक वजह हैं. कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें और मल्लिकार्जुन खड़गे को ऑब्जर्वर बनाकर राजस्थान भेजा था ताकि वहां सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के खेमों के बीच चल रहे बवाल को खत्म किया जा सके. लेकिन विवाद नहीं सुलझा. सीएम गहलोत के पक्ष में इस्तीफा देने वाले विधायक दोनों ऑब्जर्वर से मिलने ही नहीं आए. उन्होंने तीन प्रतिनिधि विधायकों के जरिये कुछ शर्तें रखीं और साफ कर दिया कि अगर अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे तो अगला सीएम उन्हीं के समर्थक विधायकों में से बनाया जाएगा.

इसके बाद अजय माकन ने मीडिया में बयान देकर गहलोत खेमे के विधायकों की आलोचना कर दी थी और उनके रवैये पर सवाल उठाया था. उसके बाद राजस्थान कांग्रेस के विधायकों ने भी AICC महासचिव की कड़ी आलोचना करनी शुरू कर दी. उन्होंने माकन पर आरोप लगाया कि वे गहलोत कैंप के नेताओं के साथ भेदभाव कर रहे हैं.

खैर, कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की वजह से राजस्थान कांग्रेस में मचे बवाल का गुरुवार, 30 सितंबर को ‘विवादित’ अंत हो गया. अशोक गहलोत ने अपने विधायकों के व्यवहार पर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से लिखित में माफी मांगकर अध्यक्ष पद के चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया.

दी लल्लनटॉप शो: सोनिया गांधी को दी दूसरी गोपनीय चिट्ठी में अशोक गहलोत ने क्या लिखा?