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महिलाओं को प्रेग्नेंट करने के बदले 13 लाख रुपये! बिहार में साइबर फ्रॉड का अनोखा कारनामा

बिहार के नवादा में इस फ्रॉड का खुलासा हुआ है. पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

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बिहार में साइबर फ्रॉड का खुलासा (सांकेतिक फोटो- पेक्सेल)

बिहार के नवादा में साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) का अनोखा मामला सामने आया है. आरोप है कि ठग 'ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब एजेंसी' चलाते थे. इसमें लोगों को नि:संतान महिलाओं (जिनके बच्चे नहीं हैं) को प्रेग्नेंट करने के बदले लाखों रुपये का इनाम पाने का मौका देकर फंसाया जाता था. पुलिस ने आरोपी गैंग के आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी नवादा जिले के रहने वाले हैं.

नवादा पुलिस ने 30 दिसंबर को इस फ्रॉड की पूरी जानकारी शेयर की है. इससे एक दिन पहले, 29 दिसंबर को पुलिस ने रैकेट का भांडाफोड़ कर आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, रैकेट चलाने वाला मुख्य आरोपी मुन्ना कुमार भाग गया. पुलिस ने बताया कि किस तरह ठग मजबूर लोगों को फंसाते थे. 

कैसे होता था फ्रॉड?

- पहले लोगों के वॉट्सएप नंबर पर मैसेज भेजे जाते थे. नि:संतान महिलाओं को प्रेग्नेंट करने के लिए मदद मांगी जाती और उसके बदले 13 लाख रुपये देने का वादा किया जाता.

- पैसे के लालच में आकर जो लोग काम के लिए तैयार होते, उनसे 799 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस ली जाती थी. बताया जाता था कि रजिस्ट्रेशन के बाद कुछ महिलाओं की तस्वीरें भेजी जाएंगी, जिनमें से उन्हें कोई एक महिला चुननी होगी.

- महिला को चुनने के बाद शख्स से सिक्योरिटी डिपोजिट के नाम पर 5 हजार से 20 हजार रुपये भरने को कहा जाता था. चुनी हुई महिला के लुक्स के आधार पर रकम तय की जाती.

- आरोपी उन पुरुषों को सफल प्रेग्नेंसी के बदले 13 लाख रुपये का प्राइज मनी देने का वादा करते थे. असफल होने पर ठग कंसोलेशन प्राइज के तौर पर पांच लाख रुपये मुआवजा बैंक खातों में जमा करने का भरोसा दिलाते थे.

नवादा पुलिस के मुताबिक, जिले के गुरमा गांव में बने एक घर से ये साइबर फ्रॉड किया जा रहा था. आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था. नवादा के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) कल्याण आनंद ने बताया कि FIR में 26 लोगों के नाम हैं, फिलहाल 18 लोग फरार हैं. डीएसपी ने बताया कि साइबर थाने को मिली गुप्त सूचना के तहत ये कार्रवाई की गई थी.

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पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से नौ मोबाइल फोन, दो प्रिंटर और कुछ डेटा शीट जब्त की गई है.