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जानिए कौन है ओवैसी पर हमला करने वाला? BJP नेताओं के साथ फोटो वायरल

आरोपी सचिन पंडित खुद को हिन्दू संगठन का सदस्य भी बताता है

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ओवैसी पर हमले का आरोपी सचिन पंडित ग्रेटर नोएडा के बादलपुर और शुभम सहारनपुर का रहने वाला है.(फोट: आजतक/ट्वीटर)
AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर हमले के आरोपी सचिन पंडित और शुभम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है. इंडिया टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक हमले का आरोपी सचिन पंडित ग्रेटर नोएडा के बादलपुर इलाके का रहने वाला है. सचिन लॉ का स्टूडेंट रहा है. उसके पिता विनोद पंडित प्राइवेट कंपनियों में ठेकेदार हैं.
आजतक से जुड़े हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक सचिन पंडित भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़ा हुआ है और पार्टी का सदस्य है. सचिन ने बीजेपी की सदस्यता की स्लिप भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है. इसके अलावा उसकी तस्वीरें बीजेपी के कई नेताओं के साथ भी हैं. उसकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं, जिनमें वह गौतमबुद्ध नगर के सांसद महेश शर्मा और राज्य बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के साथ नजर आ रहा है.
फेसबुक पर 'सचिन हिन्दू' नाम से सचिन पंडित की प्रोफाइल है, जिसमें उसने खुद को हिन्दू संगठन का सदस्य बताया है. हालांकि, यह पुलिस की जांच में ही साफ हो पाएगा कि वह किस हिंदू संगठन से जुड़ा हुआ है.
ओवैसी पर गोली चलाने का दूसरा आरोपी शुभम सहारनपुर का रहने वाला है. इंडिया टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक शुभम 10वीं तक ही पढ़ा है और खेती करता है. पुलिस को अब तक की जांच में शुभम का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं मिला है. दोनों ने पुलिस को क्या बताया? पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सचिन और शुभम ने वारदात को अंजाम देने के लिए पूरी प्लानिंग की थी. पिछले कई दिनों से वे ओवैसी का पीछा कर रहे थे. हमले की ताक में वे ओवैसी की कई सभाओं में भी मौजूद रहे. सचिन और शुभम दोनों ही गुरुवार 3 फरवरी को ओवैसी की मेरठ की सभा में मौजूद थे. अधिकारियों के मुताबिक दोनों ने यह भी तय किया था कि हमला करने के तुरंत बाद वे थाने जाकर सरेंडर कर देंगे, इससे वे भीड़ से बच जाएंगे.
अरविंद ओझा के मुताबिक सचिन ने पूछताछ में बताया कि वह ओवैसी और उसके भाई की लगभग हर स्पीच सुनता था और दोनों नेताओं की स्पीच से बेहद नाराज था. उसे लगता है कि ओवैसी ब्रदर्स उसकी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. आरोपियों से पूछताछ करने वाले एक अधिकारी ने आजतक को बताया कि दोनों ही वैचारिक तौर पर बेहद कट्टर हैं. घर वालों से हुई पूछताछ आजतक से जुड़े अरविंद ओझा के मुताबिक पुलिस ने आरोपी सचिन पंडित के परिजनों से भी गुरुवार की रात करीब 5 घंटे तक पूछताछ की. पूछताछ में सचिन पंडित के पिता विनोद पंडित ने बताया कि उनका 20 से 25 प्राइवेट कंपनियों में ठेकेदारी का काम है जिसमें वह कंपनियों को लेबर प्रोवाइड कराते हैं. उनका बेटा सचिन पंडित भी उनके साथ ही काम करता है. उनके मुताबिक सचिन दो-तीन दिन से थोड़ा परेशान लग रहा था और गुरुवार सुबह करीब 8 बजे वह घर से यह कहकर निकला था कि एक कंपनी में बात करने के लिए जा रहा हूं. गुरुवार शाम को चली थी गोली? गुरुवार, 3 फरवरी की शाम असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि मेरठ से लौटते वक्त उनकी गाड़ी पर 4 राउंड फायरिंग की गई. उन्होंने आजतक को बताया,
"मुझपर मेरठ से लौटते वक्त फायरिंग की गई...गाजियाबाद से पहले छिजारसी टोल गेट के पास गाड़ी धीमी हुई और इसी दौरान हमलावरों ने मुझे निशाना बनाते हुए गोलीबारी की. जब हमलावरों ने गोलीबारी की तो हमारे ड्राइवर ने समझदारी दिखाई और तुरंत गाड़ी भगा ली. इन लोगों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए, इन्होंने मेरी जान लेने की कोशिश की है."
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ओवैसी की गाड़ी पर चलाई गई गोलियों के निशान | फोटो: ANI/ट्विटर
इस घटना के कुछ देर बाद ही पुलिस ने टोल प्लाजा के सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की पहचान की और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. जबकि दूसरे आरोपी ने गाजियाबाद के एक थाने में खुद को सरेंडर कर दिया.
Editor's Note: सचिन पंडित ने अपने फेसबुक अकाउंट पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक तस्वीर शेयर की है. इसमें एक युवक को सीएम योगी सम्मानित करते नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने इस युवक को सचिन पंडित बताकर इस तस्वीर को शेयर किया है. जबकि उस तस्वीर में दिखने वाला युवक सचिन पंडित नहीं है. दी लल्लनटॉप की इस खबर में भी पहले योगी के साथ नजर आ रहे युवक को सचिन पंडित बताया गया था, जिसका हमें खेद है.