
वैसे अदनान सामी तो कब का कहे थे. 'कैसे-कैसों को दिया है,ऐसे-वैसों को दिया है. मुझको भी तो लिफ्ट' मोदी ने साल के अंत में झोली भर दी, लाहौर से होकर आए तो अदनान की सिटीजनशिप भी लिए आए.

लाहौर में परदे के पीछे ये हुआ था.
बधाइयां भी आने लगी हैं.
https://twitter.com/MehrTarar/status/682507997646581760
लेकिन सब खुश हों ऐसा भी नहीं है.

वैसे अदनान के आने के बाद और भी कई नींद से जाग गए हैं.

लेकिन फवाद इकलौते नहीं हैं.
