टीकाराम पालीवाल: जो मुख्यमंत्री बनने के बाद उपमुख्यमंत्री बने
मास्टरी से करियर शुरु, वकालत, नेतागिरी और फिर मास्टरी पर खत्म हुआ.
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देश में पहली बार चुनाव हुए. 1952 में. लोकसभा और विधानसभा के लिए. राजस्थान में जब इसके नतीजे आए तो मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास दोनों सीटों से हार गए. व्यास को शास्त्री के बाद राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया था. उन्हीं के नेतृत्व में कांग्रेस राज्य में पहले चुनाव में उतरी थी. चुनाव पहले की व्यास कैबिनेट में पालीवाल सिर्फ मंत्री भर नहीं थे. डिप्टी सीएम भी बनाए दिए गए थे. इसलिए जब सीएम साहब यानी व्यास हारे तो उनके डिप्टी यानी टीकाराम को सीएम बना दिया गया. वैसे भी इन चुनावों में टीका बीस साबित हुए थे. उनके पॉलिटिकल बॉस व्यास जहां दोनों सीटें हारे थे, वहीं टीकाराम महवा (महुआ बोला जाता है) और मलारना चौर, दोनों जगहों से जीते थे. फिर उन्हें डिप्टी सीएम क्यों बनना पड़ा? मुख्यमंत्री के इस एपिसोड में कहानी टीकाराम पालीवाल की.
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