1984 के लोक सभा चुनाव में माधव राव गुना से पर्चा भरने वाले थे लेकिन लास्ट मिनट में उन्होंने ग्वालियर से पर्चा भर दिया. इस सीट से जनता पार्टी के उम्मीदवार थे अटल बिहारी वाजपेयी. चुनाव में माधव राव सिंधिया से दो लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीते. विजयाराजे सिंधिया के लिए ये आन और शान का मसला था. और इस घटना से मां-बेटे के रिश्ते लगभग हमेशा के लिए टूट गए. वीडियो देखिए.
तारीख़: कहानी माधवराव सिंधिया और उनकी मां विजयराजे सिंधिया के बीच अनसुलझे विवाद की?
जब राजमाता ने अपने बेटे को वसीयत से बाहर निकाल दिया था.
Advertisement
Add Lallantop as a Trusted Source

Advertisement
Advertisement