लाहौर के सिविल सर्वेंट सेक्रेटिएट के पास एक, मकबरा पड़ता है. सफेद पीले से गुंबद वाला मकबरा. लोग इसे अनारकली का मकबरा बताते हैं. आष्टभुजाकार इस इमारत की दीवारें, 44 फुट की हैं. और आज ये पाकिस्तान की सरकारी इमारत के तौर पर इस्तेमाल की जाती है. इसमें मौजूद कब्रगाह संगमरमर से बनी है. जिसमें अल्लाह के 99 नाम लिखे हैं. कहानी हम जानते हैं कि बादशाह अकबर के हरम में एक महिला थी. जो बादशाह का मनोरंजन करती थी. लेकिन एक दिन बादशाह ने बागी बेटे सलीम को अनारकली के साथ देख लिया और अनारकली को दीवार में चुनवा दिया. ये कहानी का एक वर्जन है. अनारकली कौन थी. इसकी क्या कहानी है इसे लेकर अलग-अलग कहानियां बताई जाती हैं? पर अनारकली क्या सच में कोई थी भी? जानने के लिए देखें तारीख का य एपिसोड.
तारीख: कौन थी अनारकली? अकबर ने क्या वाकई में उसे दीवार में चुनवा दिया था?
एक धड़ा बताता है कि अनारकली का असली नाम नादिरा बेगम या शर्फ उन निशा था जो कि ईरान से व्यापारी कारवां के साथ लाहौर आई थी. चूंकि वो बेहद खूबसूरत थी, इसलिए उसे अकबर के दरबार में जगह मिल गई.
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