चुनाव से पहले ही शशिकला के भतीजे दिनाकरन किसी भी कीमत पर दो पत्ती वाले चिह्न को पाना चाहते थे. इसके लिए उन पर चुनाव आयोग के अधिकारियों को घूस देने की कोशिश के आरोप भी लगे. तब इस मामले में एक नाम सामने आया. सुकेश चंद्रशेखर.
सुकेश चंद्रशेखर को कथित रूप से दिनाकरण से पैसे लेने के आरोप में पकड़ा गया था. उस पर आरोप था कि वो चुनाव आयोग में संपर्क होने का दावा कर 50 करोड़ रुपये की डील करने की कोशिश कर रहा था. रिपोर्टों के मुताबिक, चंद्रशेखर का दावा था कि वो चुनाव आयोग के अधिकारियों को घूस देकर शशिकला खेमे को AIADMK के दो पत्तियों वाला चुनाव चिह्न दिला देगा. 2017 में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक होटल में उसके कमरे से 1.3 करोड़ रुपये कैश भी बरामद किया था.

वही सुकेश चंद्रशेखर एक बार फिर चर्चा में है. रोहिणी की जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 8 अगस्त को गिरफ्तार किया. जेल में बैठकर बिजनेसमैन से 50 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में. हालांकि जांच में ये बात सामने आ रही है कि ये रकम 200 करोड़ तक हो सकती है. कहा जा रहा है कि जेल के भीतर से इतनी फिरौती आज तक नहीं वसूली गई और दिल्ली में किसी भी अपराधी (या आरोपी) के फिरौती मांगने का ये एक रेकॉर्ड है. आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले की जांच कर रहा है.
ये जानने के बाद सुकेश चंद्रशेखर के बारे में दिलचस्पी लेना लाजमी है. हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन है सुकेश चंद्रशेखर जिस पर 21 केस दर्ज हैं और जो जेल में होने के बाद भी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में केस सेटल कराने का दावा करता था. 17 साल की उम्र में क्राइम की दुनिया में एंट्री बेंगलुरु के रहने वाले सुकेश ने बिशप कॉटन स्कूल से पढ़ाई की. ये हाईफाई स्कूल था. सुकेश के पिता उसे स्कूटर से स्कूल छोड़ते थे, जबकि उसके अन्य साथी महंगी कारों से स्कूल आते थे. सुकेश के पिता रबर कॉन्ट्रैक्टर थे.
10वीं के बाद सुकेश ने स्कूल छोड़ दिया. 17 साल की उम्र में उसने क्राइम की दुनिया में एंट्री ले ली थी. साल 2007 में पुलिस ने पहली बार उसे गिरफ्तार किया था. इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक, खुद को पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के बेटे का दोस्त बता सुकेश ने दोस्त की ही फैमिली से 1.14 करोड़ ठगे थे. इस पैसे से उसने पार्टी की, महंगी कारें, घड़ियां, सेलफोन खरीदे. एक 50 इंच का LCD टेलीविजन, गोल्ड जूलरी और महंगे कपड़े भी खरीदे.

कुमारस्वामी के बेटे का दोस्त बताने से पहले सुकेश कथित तौर पर खुद को DMK के संरक्षक एम करुणानिधि के पोते, उनके बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री एमके अलागिरी के दामाद, कई राजनीतिक नेताओं और पूर्व केंद्रीय मंत्री टीआर बालू जैसे नौकरशाहों के बेटे के रूप में पेश कर चुका था. पुलिस कमिश्नर की फर्जी साइन से की ये हरकत सुकेश चंद्रशेखर के कारनामों की फहरिस्त लंबी है. पुलिस के मुताबिक, 18 साल का होने से पहले ही सुकेश ने खुद को ड्राइविंग लाइसेंस के योग्य दिखाने के लिए तत्कालीन पुलिस कमिश्नर के जाली साइन कर एक लेटर जारी कर दिया था. इस लेटर में कहा गया था कि उसे कर्नाटक में कहीं भी कार और बाइक चलाने की अनुमति है.
सुकेश को 2009 और 2011 में भी अरेस्ट किया गया था. लेकिन बेल पर जेल से बाहर आ गया. 2011 में उसे कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के कार्यालय में सचिव बनकर आने और सरकारी अनुबंधों का वादा करके तमिलनाडु में दर्जनों व्यापारियों को धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इंडियन एक्सप्रेस ने 2013 में रिपोर्ट दी थी कि सुकेश ने कथित तौर पर 100 लोगों से धोखाधड़ी की. इनमें पोल्ट्री किसान, अंडरवियर निर्माता, प्रेशर कुकर निर्माता, बैंक अधिकारी, पार्किंग सिस्टम निर्माता, रसोई उपकरण निर्माता शामिल हैं. इस तरह एक्ट्रेस को गर्लफ्रेंड बनाया इंडियन एक्सप्रेस की ही एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'मद्रास कैफे' में काम कर चुकीं एक्ट्रेस लीना मारिया पॉल के पास एक दिन कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को बालाजी के रूप में पेश किया. उसने कथित तौर पर लीना से कहा कि उसने उसकी तस्वीरें देखी हैं और वो उन्हें अपनी अगली फिल्म में लेना चाहता है. सुकेश ने एक्ट्रेस से व्यक्तिगत तौर पर मिलने की बात कही. लीना चेन्नई गईं, जहां उनकी मुलाकात महेंद्रन नाम के एक अन्य व्यक्ति के साथ आए युवक से हुई.
सुकेश ने कथित तौर पर उन्हें बताया कि उन्हें एक तमिल फिल्म का निर्माण करना है जिसमें महेंद्रन नायक होंगे और लीना को मुख्य भूमिका निभाने के लिए चुना गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, सुकेश एक लग्जरी कार में आया था जिस पर लाल बत्ती लगी थी.
बाद में लीना ने पुलिस को बताया कि इस मुलाकात के बाद दोनों के बीच कई और मुलाकातें हुईं. लेकिन जब तक उन्हें एहसास हुआ कि कोई फिल्म का प्रोजेक्ट नहीं है, तब तक वो और सुकेश करीब आ गए थे. लीना ने पुलिस को बताया था कि एक बार जब लीना ने सुकेश को मिलने के लिए बुलाया तो वो नहीं आया. इसके बाद लीना ने महेंद्रन से संपर्क किया. फिर पता चला कि उसके प्रेमी का नाम बालाजी नहीं, सुकेश चंद्रशेखर है. इसके बाद दोनों का ब्रेकअप हो गया. हालांकि ये परमानेंट नहीं था.

जेल से आने के बाद लीना और सुकेश और करीब आ गए क्योंकि वो प्रेगनेंट हो गई थीं. हालांकि बाद में लीना ने इस बच्चे को अबॉर्ट करा दिया. चंद्रशेखर ने दावा किया कि उसे अभिनेत्री लीना मारिया पॉल से शादी की है. 2013 में चंद्रशेखर के साथ लीना को दिल्ली और चेन्नई पुलिस की एक टीम ने गिरफ्तार किया था. दोनों पर केनरा बैंक से 19 करोड़ की ठगी करने का आरोप था. चंद्रशेखर ने खुद को एक IAS अधिकारी और लीना को सहयोगी बताकर बैंक को धोखा दिया था. इस बार ऐसे पकड़ा गया चंद्रशेखर निर्वाचन आयोग रिश्वत मामले में अप्रैल 2017 में एक होटल से गिरफ्तार किए जाने के बाद से तिहाड़ जेल में बंद था. 8 अगस्त को रेड के दौरान सुकेश के बैरक से 2 मोबाइल फोन बरामद हुए. बताया गया है कि सुकेश जेल से भी कई बड़े बिजनसमैन से कॉन्टैक्ट में था और फोन करके पुलिस, सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट में मैटर सुलझाने का दावा करके पैसे वसूल कर रहा था. जेल में मोबाइल फोन मिलने के बाद से जेल प्रशासन से जुड़े कुछ अधिकारी रडार पर आ गए हैं. हाल फिलहाल सुकेश रोहिणी जेल में बंद था. वो जिस फोन का इस्तेमाल कर रहा था, उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.