
# दो स्कूली बच्चे, जिन्होंने अपने गाने के बुरे रिव्यू को बैंड का नाम बना लिया थॉमस बैंगॉल्टर और गाई मैनुएल की पहली मुलाकात 1987 में पेरिस के प्रतिष्ठित लाइसी कारनॉट हाई स्कूल में हुई. थॉमस के पिता डेनिएल बैंगॉल्टर 70 के दशक के मशहूर सॉन्ग राइटर थे और मां बैले डांसर. वहीं मैनुएल की फैमिली ऐड एजेंसी चलाती थी. दोनों परिवारों ने अलग-अलग मजबूरियों की वजह से अपने बच्चों का दाखिला लाइसी कारनॉट में करवाया था. थॉमस और मैनुएल की दोस्ती हो गई. दोस्ती के चक्कर में ये लोग स्कूल के दूसरे बच्चों के साथ मिलकर म्यूज़िक बनाने लगे. इनके म्यूज़िकल ग्रुप में शामिल तीसरे बच्चे का नाम था लॉरेंट ब्रैंकोविच.
स्कूल से निकलने के बाद भी ये तीनों साथ म्यूज़िक बनाते रहे. 1992 में इन्होंने ऑफिशियल तौर पर एक म्यूज़िक बैंड बनाया. मशहूर अमेरिकन बैंड 'द बीच बॉयज़' के गाने से प्रेरित होकर इस बैंड का नाम गया Darlin. इस दौरान इन लड़कों ने 4 गाने बनाए. बेहद औसत माने गए इन गानों को 'शिम्मीज़ इन सुपर 8' नाम के एक कम्पाइलेशन एल्बम में डालकर रिलीज़ किया गया. ब्रिटेन की म्यूज़िक मैग्ज़नीन मेलडी मेकर के राइटर डेव जेनिंग्स ने उस एल्बम को रिव्यू करते हुए लिखा- 'a daft punky thrash'. ज़ाहिर तौर ये उस एल्बम का नेगेटिव रिव्यू था. नए बच्चों के लिए हतोत्साहित करने वाली बात थी. तमाम कोशिशों के बावजूद Darlin फल-फूल नहीं पा रहा था. इस वजह से बनने के 6 महीने के भीतर Darlin डिसबैंड हो गया. यहां से अलग होने के बाद ब्रैंकोविच दूसरे पॉप बैंड फिनिक्स से जुड़ गए.

अपने करियर के शुरुआती दिनों में अन-मास्कड बैंगॉल्टर और गाई-मैनुएल.
मगर थॉमस बैंगॉल्टर और गाई मैनुएल तब भी साथ रहे. उन्होंने तय किया वो अपना नया बैंड शुरू करेंगे. मगर उस बैंड के लिए उन्हें कोई नाम नहीं मिल रहा था. जैसे ही मेलडी मेकर मैग्ज़ीन में उनके गानों का रिव्यू छपा, उन्हें एक करारा आइडिया आया. रिव्यू को पढ़कर दुखी होने की बजाय उन्होंने इसे पॉज़िटिव तरीके से लिया. और डेव जेनिंग्स के शब्दों के प्रेरित होकर अपने बैंड का नाम रखा- Daft Punk.

ब्रिटेन की म्यूज़िक मैग्ज़ीन मेलडी मेकर के राइटर डेव जेनिंग्स का वो रिव्यू, जिसमें a daft punky thrash का इस्तेमाल किया गया था. इसी रिव्यू से प्रेरित होकर एक बैंड बना- 'डैफ्ट पंक'.
# जब मास्क और हेल्मेट बन गई डैफ्ट पंक की पहचान 'डैफ्ट पंक' को शुरू करने के बावजूद कुछ बड़ा या इवेंटफुल नहीं हो पा रहा था. 1993 में थॉमस और मैनुएल डिज़्नीलैंड पेरिस में एक डांस पार्टी का हिस्सा थे. यहां उनकी मुलाकात स्कॉटलैंड के इंडिपेंडेंट म्यूज़िक लेबल शोमा क्वॉलिटी के मालिक स्टुअर्ट मैक्मिलन से हुई. स्टुअर्ट खुद एक डीजे थे, पार्टनर मिकेल के साथ म्यूज़िक वर्ल्ड में उन्हें 'स्लैम' नाम से जाना जाता था. यहां बैंगॉल्टर ने उन्हें एक टेप दिया, जिसमें डैफ्ट पंक का पहला ऑफिशियल गाना 'द न्यू वेव' था. 1994 में इस गाने को शोमा क्वॉलिटी ने रिलीज़ किया. मगर बात आई-गई हो गई. डैफ्ट पंक ने अगले कुछ ही समय में अपना नया सिंगल 'दा फंक' निकाला. इस गाने में पोटेंशियल तो था मगर ये गाना पब्लिक के बीच नहीं पहुंच पा रहा था. ठीक इसी समय द केमिकल ब्रदर्स नाम के एक डीजे ने इसे अपने सेट में बजाना शुरू किया. रिलीज़ के बाद जिस गाने की दो हज़ार कॉपियां भी नहीं बिक पा रही थीं. 1995 के आखिर तक इस गाने की 30 हज़ार कॉपियां बिक चुकी थीं. इसे फ्रांस में बड़ा हिट गाना माना गया. धीरे-धीरे ये बात पूरी दुनिया में फैल गई.

वो म्यूज़िक सीडी जिसमे डैफ्ट पंक का पहला गाना 'द न्यू वेव' रिकॉर्ड कर डीजे स्टुअर्ट को दिया गया था.
'दा फंक' के बाद डैफ्ट पंक अपने पहले एल्बम पर काम कर रहा था. 1997 में बनकर रिलीज़ हुए इस एल्बम का नाम था- 'होमवर्क'. इसके नाम की पीछे की कहानी ये है कि इस एल्बम को थॉमस बैंगॉल्टर के बेडरूम में रिकॉर्ड किया गया था. जब ये एल्बम रिलीज़ हुआ, तो पब्लिक पगला गई. लोगों को लगा ये तो काफी ग्राउंडब्रेकिंग म्यूज़िक है. कुछ नया, कुछ अलग चीज़ है. अपनी क्वॉलिटी और वर्ड ऑफ माउथ के चलते 'होमवर्क' दुनियाभर में खूब बिका. अब लोग जानने लगे थे कि डैफ्ट पंक भी एक बैंड है. यहां से इस म्यूज़िकल जोड़ी के फेम की शुरुआत हुई. तमाम म्यूज़िक मैग्ज़ीन्स इन्हें अपने यहां इंटरव्यू और फोटोशूट के लिए बुलाने लगीं. मगर बैंगॉल्टर और मैनुएल जहां भी जाते, अपने चेहरे पर एक मास्क लगाकर जाते. वो तस्वीरें भी मास्क पहनकर ही खिंचाते. लोगों को ये चीज़ बड़ी अजीब लगी. मगर ये लड़के अपने चेहरे से ज़्यादा से अपना टैलेंट दिखाना चाहते थे.

मास्क लगाकर फोटोशूट करवाते डैफ्ट पंक.
# वो म्यूज़िशियन जो खुद को रोबोट कहते हैं! पहले एल्बम की रिलीज़ के बाद और दूसरे एल्बम की रिलीज़ से पहले डैफ्ट पंक के साथ एक हादसा हुआ. वो दोनों रोबोट बन गए. बैंगॉल्टर ने डैफ्ट पंक के दूसरे एल्बम 'डिस्कवरी' की रिलीज़ से पहले द फेस मैग्ज़ीन को दिए एक इंटरव्यू में अपने रोबोट बनने का प्रोसेस बताया. वो कहते हैं-
इस घटना के बाद से डैफ्ट पंक की जोड़ी ने रोबोट वाले कपड़े, ग्लव्स और हेलमेट पहनने शुरू कर दिए. लोगों को लगा कि ये उनके एल्बम 'डिस्कवरी' की प्रमोशनल स्ट्रैटेजी है. मगर ऐसा बिल्कुल नहीं था. 'डिस्कवरी' 2001 में रिलीज़ हुआ, उसे ठीक-ठाक रिस्पॉन्स मिला. कहानी खत्म हो गई. मगर डैफ्ट पंक का रोबोट वाला भूत अब तक नहीं उतरा था. 2007-08 में डैफ्ट पंक ने 'अलाइव' नाम का वर्ल्ड टुअर शुरू किया. वो यहां ऑडियंस के सामने परफॉर्म करने के दौरान भी हेलमेट के साथ रोबोट वाले कॉस्ट्यूम में ही रहे. 2014 में उनके एल्बम 'रैंडम एक्सेस मेमरीज़' ने पांच ग्रैमी अवॉर्ड्स जीते. उन्होंने अवॉर्ड भी उसी वेशभूषा में लिया. अवॉर्ड लेने के बाद जब वहां बैठी जनता को संबोधित करने का मौका आया, तो स्टेज से डैफ्ट पंक की जगह फैरेल और पॉल विलियंस ने बात की. म्यूज़िक वीडियोज़ में भी बैंगॉल्टर और मैनुएल अपना चेहरा नहीं दिखाते और हेलमेट के साथ ही गानों की शूटिंग करते हैं.''हमने रोबोट बनना चुना नहीं, बस हम बन गए. पिछले दिनों हमारे स्टुडियो में एक एक्सीडेंट हुआ था. हम एक गाने पर काम कर रहे थे कि ठीक 9 सितंबर, 1999 को सुबह 9 बजकर 9 मिनट पर हमारा सैंप्लर ब्लास्ट हो गया. हम जो गाना बना रहे थे, वो उड़ गया. हम लोग भी थोड़े घायल हो गए. छोटी सी सर्जरी के बाद जब हमें होश आया, तब तक हम रोबोट बन चुके थे.''

ग्रैमी अवॉर्ड जीतने के बाद हमेशा की तरह फुली ड्रेस्ड अप बैंगॉल्टर और गाई-मैनुएल.
# डैफ्ट पंक के रोबोट कॉस्ट्यूम पहनने के पीछे कि वजह ये है! डैफ्ट पंक मानते थे कि वो रोबोट हैं. हालांकि इसके पीछे उनकी जो फिलॉसफी है, वो इतनी क्लीयर है कि आप कन्फ्यूज़ होने लगते हैं. जब आप पिचफॉर्क और रोलिंग स्टोन्स में छपे उनके पुराने इंटरव्यूज़ पढ़ेंगे, तो ऐसा लगेगा जैसे किसी नई दुनिया की बात हो रही है. जो हमसे अलग है. जब आप उनके बूम-बूम वाले गाने सुनते हैं, तो लगता है कि दो लौंडे हैं, जो कंप्यूटर पर बैठकर कुछ भी बना रहे हैं और पब्लिक सुन रही है. मगर असल में ऐसा नहीं है. खैर, हम ज़्यादा फलसफे में नहीं घुसेंगे. हम उनके रोबोट वाले कॉस्ट्यूम पहनने के पीछे की वजह पर चर्चा कर रहे थे.
* डैफ्ट पंक का रोबोट वाला कॉस्ट्यूम पहनकर खुद को रोबोट कहना, उनके आस पास एक तिलिस्म बुनता है. जो लोग उनके बारे में सुनते हैं, उनमें उत्सुकता जागती है. डैफ्ट पंक के बारे में जानने की. उनके काम के बारे में जानने की. उनके गाने सुनने की. इसे एक किस्म की स्ट्रैटेजी मान सकते हैं, जो कहीं न कहीं उनकी सफलता में एक बड़ा रोल प्ले करती है.

रोबोट वाला कॉस्ट्यूम पहनने या चेहरा छुपाने का बेसिक आइडिया शर्म की वजह से आया मगर समय के साथ चेहरा छुपाकर रखने के मायने बदल गए.
* डैफ्ट पंक के मुताबिक वो ये कॉस्ट्यूम इसलिए पहनते हैं ताकि इंसानी और मशीनी दोनों तरीके से चीज़ों को देख सकें. हालांकि ये संभव नहीं है कि आप एक कॉस्ट्यूम पहनकर रोबोट बन जाएं और उसके नज़रिए से दुनिया को देखने लगें. बकौल बैंगॉल्टर, शुरुआत में मास्क या रोबोट कॉस्ट्यूम को इस्तेमाल करने की मुख्य वजह उन दोनों का शर्मिला होना था. समय के साथ शर्म चली गई और उस कॉस्ट्यूम को पहनने के नए मायने समझ आने लगे. रोबोट का कॉस्ट्यूम पहनकर उन्हें ऐसी फीलिंग आती है, जैसे वो एक नॉर्मल आदमी हैं, जिसके पास कुछ सुपरपावर है. अपनी तरह का म्यूज़िक बनाने का सुपरपावर.
* डैंफ्ट पंक के मुताबिक आपको अच्छा म्यूज़िक बनाने के लिए किसी मैग्ज़नी के कवर पर अपना चेहरा दिखाने या टीवी या म्यूज़िक वीडियो में नज़र आने की ज़रूरत नहीं है. बैंगॉल्टर बताते हैं कि उन्हें इस बात की खुशी है कि पब्लिक उनका पर्सपेक्टिव समझती है. और अब उनका इजाद किया कॉन्सेप्ट फेमस हो रहा है. हम यहां आपको एक चीज़ और बताते चलें कि डैफ्ट पंक से जुड़ी 90 फीसदी बातचीत थॉमस बैंगॉल्टर ही करते हैं. गाई-मैनुएल बेहद कम बात करते सुने जाते हैं.

डैफ्ट पंक फेम थॉमस बैंगॉल्टर. बैंड से जुड़ी अधिकतर बातचीत यही करते हैं. बिना चेहरा ढंके उनकी एक रेयर तस्वीर मिली है.
* डैफ्ट पंक रोबोट वाले कॉस्ट्यूम को पहनने की एक वजह ये भी बताते हैं कि वो स्टार सिस्टम में विश्वास नहीं करते. वो नहीं चाहते है कि लोग उन्हें सड़क पर पहचानें और उनके पास ऑटोग्राफ या फोटोग्राफ लेने आएं. क्योंकि वो लोग सड़क से गुज़र रहे लोगों से किन्हीं मायनों में अलग नहीं हैं. साथ ही वो अपनी प्राइवेट और पब्लिक लाइफ को भी अलग रखना चाहते हैं. # 28 साल साथ काम करने के बाद अलग क्यों और कैसे हुए डैफ्ट पंक? डैफ्ट पंक ने 22 फरवरी, 2021 को अपने यूट्यूब चैनल पर 'एपिलॉग' नाम से वीडियो पोस्ट किया. ये 8 मिनट का वीडियो 2006 में आई फिल्म 'इलेक्ट्रोमा' का एक हिस्सा है. इस साइंस फिक्शन फिल्म को डैफ्ट पंक यानी बैंगॉल्टर और मैनुएल ने मिलकर डायरेक्ट किया था. इस फिल्म की कहानी दो रोबोट्स की थी, जो इंसान बनने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं. खैर, यूट्यूब पर पोस्ट किए उस वीडियो में दो रोबोट्स एक रेगिस्तान में नज़र आते हैं. दोनों में से एक रोबोट कुछ दूर जाकर ब्लास्ट हो जाता है. और स्क्रीन पर लिखकर आता है- 1993-2021. थॉमस बैंगॉल्टर और गाई मैनुएल डे होमेम क्रिस्टो के अलग होने की खबर उनकी पब्लिसिस्ट कैथरीन फ्रेज़ियर ने कंफर्म की है. हालांकि 22 बाद उनके इस अलगाव के पीछे की वजह नहीं बताई गई. 'डैफ्ट पंक' ने जो वीडियो डालकर अपने अलग होने की घोषणा की, वो आप नीचे देख सकते हैं:-