लेकिन फिर पता चलता है कि गाना किसी रोहन राठौर का तो था ही नहीं. न ही ऐसी कोई कहानी. गाना था- गजेंद्र वर्मा का. सिरसा, हरियाणा का 20 साल का लड़का, जो सामने आया और दावा किया कि गाना उसने छह-सात साल पहले कंपोज़ किया था. यहां से शुरू हुआ गजेंद्र वर्मा का सफर. Emptyness के अब तक यूट्यूब पर चार करोड़ से ज़्यादा व्यूज़ हो चुके हैं.
इसके बाद गजेंद्र के तमाम गाने आते रहे. कुछ जाने गए, कुछ कम जाने गए. फिर आया 2018 का साल. गजेंद्र के 'फ्रॉम लॉस्ट टू फाउंड' एलबम का गाना आता है, 'इसमें तेरा घाटा, मेरा कुछ नहीं जाता'. आठ साल पहले गजेंद्र का एक गाना मेमोरी कार्ड में डाउनलोड कराने के लिए लाइनें लग रही थीं. अब ये गाना आया, जिसका डिमांड मेमोरी कार्ड पर नहीं थी. एलेक्सा पर थी, यूट्यूब पर थी.
19 मई, 2018 को अपलोड हुए इस गाने को अब तक यूट्यूब पर 34 करोड़ से ज़्यादा लोग देख चुके हैं.
इस गाने के साथ भी एक कहानी जुड़ गई
2018 में ही Musically नाम के वीडियो ऐप पर चार लड़कियों ने इस गाने को अपने अंदाज में गाया. इशारों के साथ. और ये भयंकर वायरल हो गया. फिर ख़बरें आने लगीं कि इन लड़कियों को अश्लीलता फैलाने की वजह से गिरफ्तार कर लिया गया है. ख़बर बाद में झूठी निकली. जिस लड़की ने वीडियो अपलोड किया था, वो तो दुबई में रहती थी. ख़ैर, इन सबके बीच गजेंद्र वर्मा के एक और गाने के साथ एक और कहानी जुड़ गई और गाना हो गया सुपरहिट.
18 मई, 2018 को 'तेरा घाटा' गाना यूट्यूब पर अपलोड किया गया था. जुलाई में जब लड़कियों ने इस गाने पर अपना वीडियो बनाकर अपलोड किया, तब तक गाने के 10 लाख व्यूज़ भी नहीं थे. लड़कियों का Musically वीडियो आने के बाद व्यूज़ झमाझम बढ़े और 10 लाख, 50 लाख पार करते हुए करोड़ों में हो गए.

90s के बाद की जेनरेशन का अलबम आइडल
गजेंद्र कहते हैं –
“90s में पैदा हुए लोग एक मामले में बड़े खुशनसीब रहे. उनके पास लकी अली, केके जैसे तमाम सिंगर थे, जिन्होंने अच्छे-अच्छे प्राइवेट अलबम दिए. हॉलीवुड की म्यूज़िक इंडस्ट्री को देखें, तो उनके पास लगातार अच्छे अलबम सिंगर्स आते रहे हैं. लेकिन 90s के बाद वालों को ये अलबम आइडल नहीं मिले. उनके पास ले-देकर बॉलीवुड ही रहा. मुझे ये सोचकर अच्छा लगता है कि इस जेनरेशन को मैंने कुछ अलबम दिए, जिसे लोगों ने पसंद भी किया.”स्मॉल टाउन आइडल वाली इमेज
गजेंद्र की पॉपुलैरिटी का बड़ा बेस मेट्रो ऑडियंस नहीं, बल्कि स्मॉल टाउन ऑडियंस है. इस बात को वो भी मानते हैं. तेरा घाटा गाना आने से भी पहले मिड-डे
को दिए एक इंटरव्यू में गजेंद्र ने कहा था -
"मैंने तमाम ऐसी जगह शोज़ किए हैं, जिनके नाम भी कम लोगों ने सुने होंगे. जैसे लखनऊ के पास अहमदनगर, अजमेर के पास ब्यावर. मुझे इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि मैं जहां शो करने जा रहा हूं, वहां एयरपोर्ट है या नहीं. वहां के यूथ के हाथ में फोन है और फोन में यूट्यूब है तो वो मेरी ऑडियंस है."लड़के मैसेज करते हैं- "तू मेरा भाई है"
गजेंद्र बताते हैं, "जब मैंने Emptyness लिखा था, तब मुझे ये तक नहीं पता था कि यूट्यूब पर पैसे भी कमाए जा सकते हैं. लगता था कि इस पर तो देखते हैं वीडियो. फिर गाना लिखा. कुछ लोगों ने यूट्यूब पर गाना अपलोड करने के बारे में बताया. वीडियो बनाकर अपलोड किया. फिर उसके बाद का तो आप जानते ही हैं."
रियलस्टिक गाने लिखने के बाद जो प्यार मिलता है, वो अलग ही होता है. गजेंद्र कहते हैं -
"मुझे अभी तक फेसबुक पर या बाकी मीडियम से मैसेज आते रहते हैं. लड़के मैसेज कर-करके कहते हैं कि तू भाई है मेरा, बिल्कुल दिल को पसंद आ जाते हैं तुम्हारे गाने."जब पूछा गया कि लड़कियां मैसेज करके क्या कहती हैं, तो गजेंद्र तेज़ी से हंसते हुए कहते हैं - "मैरी मी."
2012 में फिल्मों में डेब्यू
2012 में गजेंद्र ने एक पंजाबी फिल्म से बिग स्क्रीन पर म्यूज़िक डेब्यू किया. लेकिन बिग ब्रेक मिला 2013 में. राजीव खंडेलवाल की फिल्म टेबल नंबर-21 में म्यूज़िक दिया. 'मन मेरा' गाना काफी हिट हुआ. बाद में लोगों को पता चला कि ये तो 'एंपटीनेस वाले ने' ही गाया भी है.
2014 में टी-सीरीज़ के भूषण कुमार की पत्नी दिव्या खोसला कुमार की पत्नी ने 'यारियां' फिल्म से डिरेक्टोरियल डेब्यू किया. फिर से गजेंद्र को मौका मिला. फिर म्यूज़िक दिया और एक और हिट सॉन्ग - बारिश.
इसके बाद 2018 तक गजेंद्र का कोई ज़्यादा हिट गाना नहीं आया. लेकिन 2019 में 'तेरा घाटा' आया और सारी कसर पूरी हो गई.
गजेंद्र का बैकग्राउंड भी म्यूज़िक से जुड़ा रहा है. पिता सुरेंद्र वर्मा कवि हैं. भाई विक्रम म्यूज़िक कंपोज़र हैं. गजेंद्र बताते हैं कि बड़े भाई विक्रम को शुरू-शुरू में उनके गाने और अंदाज़ ज़्यादा कुछ पसंद नहीं आता था. लेकिन धीरे-धीरे भाई ने भी मान लिया और बाकी सुनने वालों ने भी.
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