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बंद कमरों में बनने वाले अडल्ट कॉन्टेंट से ऐसे होती है अंधी कमाई, हजारों करोड़ में खेलते हैं इंडस्ट्री के लोग
Adult Industry Revenue Model: वो चीज जिसका रंग नीला बताया गया और जिसे देखने के लिए लोगों ने कई रातें काली कीं, जिसे कहा तो गया ‘अडल्ट कंटेंट’ लेकिन, जिसे कन्ज्यूम किया हर उम्र वालों ने. ये अडल्ट कंटेंट इंटरनेट पर मुफ़्त में उपलब्ध है.
एडल्ट वेबसाइट्स ने सर्च के मामले में अमेज़न को भी पीछे छोड़ दिया है (PHOTO-Social Media)
अर्थशास्त्र में एक पंक्ति है. There is no free lunch. मतलब जीवन में कुछ भी मुफ़्त में नहीं मिलता. और अगर कोई चीज मुफ़्त में मिल रही है तो समझ लीजिए कुछ तो गड़बड़ है. तो हम एक ऐसी ही चीज पर बात करने वाले हैं, जो फ्री में मिलती है और खूब सारी मिलती है. वही एक चीज जिसके बारे में किसी ‘कवि’ ने लिखा है-
एडोलसेंट के मौसम में तन्हाई के आलम में मैं कमरे की कुंडी लगा आया फ़ोन का इन्कॉग्निटो ब्राउज़र भी खोल आया अभी अकेला हूं तो देख लेने दो इंटरनेट ऑन कर के ये नीला समंदर पी लेने दो
वो चीज जिसका रंग नीला बताया गया और जिसे देखने के लिए लोगों ने कई रातें काली कीं, जिसे कहा तो गया ‘अडल्ट कॉन्टेंट’ लेकिन, जिसे कन्ज्यूम किया हर उम्र वालों ने. ये अडल्ट कॉन्टेंट इंटरनेट पर मुफ़्त में उपलब्ध है. बस हम कुछ बटन दबाते हैं और अडल्ट कॉन्टेंट का अथाह समंदर हमारी आंखों के सामने हिलोरे मारने लगता है. आप सोच रहे रहे होंगे अगर कुछ भी फ्री में नहीं मिलता तो इंटरनेट पर इतना पॉर्न मुफ्त में कैसे बंट रहा है?
आपके मन में जिज्ञासा उमड़ती होगी कि ये इंटरनेट वेबसाइट इतना अडल्ट कॉन्टेंट मुफ़्त में दे रही है तो हमारे समय के अलावा, बदले में हम से कुछ तो ले रही होंगी? और अगर ले रही हैं तो फिर वो चीज क्या है? और अगर नहीं ले रही हैं तो फिर ये पैसा कैसे कमाती हैं? हम करेंगे आपकी जिज्ञासा को शांत. समझेंगे कि कैसे बनी बिलियन डॉलर की ये अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री?
आखिर मुफ़्त में इतना कॉन्टेंट बांटने के बाद भी कैसे प्रॉफिट कमाती है ये इंडस्ट्री? और इस इंडस्ट्री में काम करने वाले कितने पैसे कमाते हैं?
कैसे बनी इंडस्ट्री?
1953 का साल था. जगह थी अमेरिका. यहां एक शख़्स था. नाम-ह्यूग हेफनर. उसने किसी तरह जुगाड़े 8000 डॉलर और फिर अपनी किचन के टेबल पर उसने तैयार की एक मैगज़ीन. इस मैगज़ीन के कवर पेज पर थीं मशहूर एक्ट्रेस मर्लिन मुनरो की तस्वीर. मैगज़ीन के अंदर के पन्नों में था मर्लिन के न्यूड फोटोज का कलेक्शन. वही मर्लिन मुनरो जिन्हें हॉलीवुड की मधुबाला कहा गया. वही मर्लिन मुनरो जिनके प्रेम में अमेरिका के राष्ट्रपति तक गिरफ़्तार हुए और वही मर्लिन मुनरो, जो 1950 के दशक में अमेरिकन सिनेमा की सबसे बड़ी पॉप आइकॉन बनकर उभरीं. लेकिन यहां हम चर्चा कर रहे हैं उस मैगज़ीन की.
ह्यूग हेफनर के किचन टेबल पर जिस मैगज़ीन का जन्म हुआ उसने दुनिया को एक नया कारोबार सिखाया. कारोबार कामुकता को बेचने का.
प्लेबॉय मैगजीन का लोगो (PHOTO-Wikipedia)
मैगज़ीन का नाम था ‘प्लेबॉय’. और नाम के नीचे लिखी थी एक टैगलाइन: ‘एंटरटेनमेंट फॉर मैन’. प्लेबॉय लॉन्च होते ही जबरदस्त हिट हो गई. खूब कमाई की और देखते ही देखते इसकी 50,000 कॉपी बिक गईं. प्लेबॉय मैगज़ीन की कामयाबी ने ये साबित कर दिया कि इस कारोबार में ख़ूब पैसे बनाए जा सकते हैं. फिर 1980 का दशक आते-आते तकनीक काफ़ी आगे बढ़ चुकी थी. अडल्ट कॉन्टेंट भी अब तस्वीरों से आगे निकलकर वीडियो और फ़िल्मों की दुनिया तक पहुंच चुका था. फिर आए वीएचएस टेप, ये वही मोटे काले रंग का वीडियो कैसेट था जिसमें शादी के वीडियोज़ शूट हो कर आया करते थे. शादियों के वही कैसेट्स जिसमें दूल्हे की एंट्री पर गाना बजता था-
बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है.
इसी वीएचएस टेप में शूट हो कर घर के अंदर दाख़िल हुआ अडल्ट कॉन्टेंट. वीएचएस टेप के आने से हुआ ये कि अब इन कॉन्टेंट को देखने के लिए सब से नजरें बचा कर किसी मूवी थिएटर जाने की जरूरत नहीं थी. लोग अपने घर के कंफर्ट से इसे देख सकते थे.
इसके बाद 1990 के दशक ने दस्तक दी और साथ ही एंट्री ली टेक्नोलॉजी के Thanos यानी इंटरनेट ने. WWW के आने से XXX कॉन्टेंट की पूरी दुनिया ही बदल गई. इंटरनेट के आने से पहले ये इंडस्ट्री भी बाकी मीडिया इंडस्ट्री के तर्ज़ पर काम करती थी. इनके कमाई के साधन थे प्रिंट मैगज़ीन के सेल्स, डीवीडी और वीएचएस कैसेट को बेच कर होने वाली कमाई और होटल या लोकल केबल नेटवर्क पर pay-per-view के हिसाब से अडल्ट वीडियो कॉन्टेंट बेचने से होने वाली कमाई.
पहले सब हौले-हौले हो रहा था. अडल्ट कॉन्टेंट कम अवेलेबल थे. लेकिन, इंटरनेट के आने के बाद सब तेज़ी से बदल गया. अब आप जब चाहे, जहां चाहे इस कॉन्टेंट को देख सकते थे. 2000 के शुरुआती सालों तक ज़्यादातर अडल्ट कॉन्टेंट वेबसाइट सब्सक्रिप्शन बेस्ड थे. मतलब पहले पैसा दे कर सब्सक्रिप्शन खरीदो और फिर जितना चाहे उतना देखो. बिल्कुल किसी ओटीटी प्लेटफार्म की तरह. इन वेबसाइट्स का डिज़ाइन दिखने में मामूली सा था. आप वेबसाइट खोलते थे, एक बड़ी इमेज गैलरी दिखाई देती थी. ये सारे कॉन्टेंट का कैटलॉग होता था. इसी वेबसाइट से अटैच एक बिलिंग सॉफ्टवेयर होता था. जहां आप अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड की डिटेल्स भर कर सब्सक्रिप्शन खरीदकर इन वीडियोज को देख सकते थे.
कुछ कॉन्टेंट इन वेबसाइट्स पर फ्री में भी अवेलेबल होता था जो कि पूरे वीडियो का एक छोटा सा हिस्सा होता था. किसी सिनेमा का ट्रेलर या टीज़र के जैसा. इनमें वीडियो की एक झलक मिल जाती थी. जिसके बाद मन में पूरा वीडियो देखने की लालसा होती. और फिर यही लालसा उस वेबसाइट का सब्सक्रिप्शन खरीदने की वजह बन जाती. टीज़र के रूप में फ्री कॉन्टेंट दिखाना इन वेबसाइट्स की मज़बूरी थी क्योंकि अपने कॉन्टेंट को प्रचारित करने का इनके पास एकमात्र यही तरीका था. वजह, अडल्ट कॉन्टेंट का विज्ञापन बाकी जगहों पर नहीं दिखाया जा सकता था. इसलिए ये वेबसाइट्स अपने ही प्लेटफार्म पर बहुत थोड़ी मात्रा में फ्री कॉन्टेंट दर्शकों को लुभाने के लिए दिखाया करती थीं.
कितनी बड़ी इंडस्ट्री?
इंटरनेट के आने से अडल्ट कॉन्टेंट में भारी इजाफा हुआ. डाटा एनालिसिस वेबसाइट statista की मानें तो साल 2005 से 2014 तक के आंकड़ों की स्टडी बताती है कि इंटरनेट पर जितनी वेबसाइट्स हैं, उनमें से 4 फ़ीसदी वेबसाइट्स सिर्फ अडल्ट कॉन्टेंट की हैं. इंटरनेट पर की गई सभी वेब सर्च का 13 फ़ीसदी, अडल्ट कॉन्टेंट के खोज से जुड़ा है. और अगर मोबाइल सर्च हिस्ट्री का डाटा देखें तो करीब 20 फ़ीसदी इंटरनेट सर्च जो मोबाइल से किए जाते हैं, उनमें तलाश होती है अडल्ट कॉन्टेंट की.
बिज़नेस इनसाइडर की रिपोर्ट बताती है कि अडल्ट कॉन्टेंट इंडसट्री का कारोबार क़रीब 100 बिलियन डॉलर माने क़रीब आठ लाख करोड़ रुपये का है. अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया की सैन फर्नान्डो वैली जिसे अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री का कैपिटल कहा जाता है, वहां हर साल 11,000 अडल्ट मूवी की शूटिंग की जाती है.
खैर, पायरेसी और Tube sites पर मुफ़्त में बंटने वाले अडल्ट कॉन्टेंट ने इस इंडस्ट्री के मुनाफे को खूब नुकसान पहुंचाया है. लेकिन, इसके बाद भी इस कारोबार के झंडे इतने बुलंद हैं कि कई बड़ी इंडस्ट्री से दो-दो हाथ कर सकती है. इतना जानने के बाद अब समझते हैं कि आखिर मुफ़्त में इतना कॉन्टेंट बांटने के बाद भी कैसे प्रॉफिट कमाती है ये इंडस्ट्री? इस बात को समझने से पहले हमें Tube Sites के बारे में समझना होगा. क्योंकि ये Tube Sites ही हैं, जहां अडल्ट कॉन्टेंट फ्री में अवेलेबल है.
Tube Sites
साल था 2005. इसी साल इंटरनेट की दुनिया में एक और क्रांति हुई. इस साल बना Youtube और इसी के साथ आई ‘Tube sites’. Tube sites मतलब वो वेबसाइट्स जहां कोई भी यूजर आकर वीडियो कॉन्टेंट अपलोड कर के दुनिया के साथ शेयर कर सकता है. इसका सबसे चर्चित उदहारण है Youtube. तो हुआ कुछ यूं कि जैसे Youtube बना, उसी की नक़ल कर के हज़ारों Tube वेबसाइट्स फ़ैल गईं और इनमें से अधिकांश पर अडल्ट कॉन्टेंट के साम्राज्य का विस्तार होने लगा.
ख़ूब सारा अडल्ट कॉन्टेंट हर रोज अपलोड किया जाने लगा. ये सारे ओरिजिनल मेकर्स के पायरेटेड वीडियो हुआ करते थे. और इस तरह शुरू हुआ मुफ़्त में अडल्ट कॉन्टेंट के बंटने का सिलसिला. इन Tube sites के आने से हमेशा से चली आ रही अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री को काफ़ी नुकसान हुआ. पहले जो कॉन्टेंट सिर्फ सब्सक्रिप्शन बेस्ड वेबसाइट्स पर मिलते थे, अब लोग उसे डाउनलोड करके फ्री में Tube sites पर अपलोड करने लगे. इससे उनके रेवेन्यू में खासी गिरावट हुई.
‘The Pornography Industry What Everyone Needs to Know’, नाम की किताब में Shira Tarrant बताती हैं कि पायरेसी की वजह से अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री को सालाना करीब 2 बिलियन डॉलर (लगभग 17,000 करोड़) का नुकसान होता है. पायरेसी और Tube sites की बढ़ती संख्या ने ओरिजिनल अडल्ट कॉन्टेंट बनाने वाले प्रोडक्शन हॉउसेज को काफ़ी नुकसान पहुंचाया. लेकिन, इन्हीं Tube site ने अडल्ट कॉन्टेंट बिज़नेस करने वालों को पैसे कमाने का नया तरीका सिखाया. वही तरीका जिससे ज़्यादातर मीडिया इंडस्ट्री पैसा कमाती हैं और ये तरीका था ‘Advertisement’ यानी कि प्रचार से पैसा कमाना.
इसके साथ जन्म हुआ एक कंपनी का जिसे आज के समय में अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री का Youtube कहा जाता है. कंपनी थी MindGeek. MindGeek समझ गई कि आने वाले समय में अगर अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री में ख़ूब पैसा कमाना है तो केवल सब्सक्रिप्शन बेस्ड सर्विस के भरोसे रहने से काम नहीं चलेगा. हमें Advertisement मॉडल को अपनाना होगा. MindGeek ने अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री के ग्राहकों को दो हिस्से में बांटा. पहले ग्राहक, जो फ्री में Tube Sites पर इन कॉन्टेंट को देखते थे. और दूसरे जो सब्सक्रिप्शन के पैसे दे कर प्रीमियम कॉन्टेंट देख सकते थे.
पहले तरह के ग्राहकों के लिए MindGeek ने कई Tube Sites को खरीदना शुरू किया. धीरे-धीरे Tube Sites की दुनिया में इस कंपनी का एकछत्र राज हो गया. आज की तारीख में अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री की 10 सबसे बड़ी Tube sites में से 4 MindGeek के अंदर ही आती है.
Pornhub, Redtube, YouPorn ये तमाम Tube Sites का मालिक MindGeek ही हैं. इसके साथ ही दूसरी यानी पैसे देकर सब्सक्रिप्शन खरीदने वाली कैटेगरी के लिए MindGeek ने कई बड़े प्रोडक्शन हाउस को खरीद लिया जो प्रीमियम अडल्ट कॉन्टेंट बना कर सब्सक्रिप्शन पर बेचते थे. जैसे कि Digital Playground, Brazzers, Reality Kings Hustler, Vivid. अब MindGeek अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री की सबसे बड़ी खिलाड़ी बन चुकी थी. दर्शक चाहे मुफ़्त में कॉन्टेंट देखना चाहें या पैसे देकर दोनों ही सूरत में वो जिन प्लेटफॉर्म्स पर पहुंचता उसमें से ज़्यादातर एक ही कंपनी के अंदर आती थी और वो थी MindGeek. उसके बाद MindGeek ने Tube Sites और दूसरा सब्सक्रिप्शन बेस्ड वेबसाइट्स को आपस में जोड़ दिया.
इसे समझने के लिए फ़र्ज़ कीजिए एक ग्राहक है वो इंटरनेट पर अडल्ट कॉन्टेंट ढूंढ रहा है. अगर वो इसे देखने के लिए सब्सक्रिप्शन बेस्ड वेबसाइट्स जैसे कि Brazzers या Naughty America पर जाता है तो उससे ये कंपनियां सब्स्क्रिप्शन के पैसे चार्ज करेंगी. उसके पास ये ऑप्शन है कि वो 1 दिन का भी सब्सक्रिप्शन ले सकता है, 1 सप्ताह या साल भर का भी. हर तरह के विकल्प हैं. कुछ एक वेबसाइट लाइफ टाइम मेम्बरशिप भी देती है, जो क़रीब 25 साल तक वैलिड रहता है.
लेकिन इसमें एक पेच है. कई बार ग्राहक बहुत कम समय के लिए सब्सक्रिप्शन खरीदते हैं और इसके लिए उन्हें अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड के डिटेल्स वेबसाइट पर जमा करने पड़ते हैं. अब अगर आपने उस तय की गई समय सीमा के अंदर अपने सब्सक्रिप्शन को कैंसिल नहीं किया तो फिर आपके अकाउंट से ऑटोमैटिक पैसे कट जाएंगे और आपका सब्सक्रिप्शन रिन्यू होता रहेगा.
ये तरीका ओटीटी प्लेटफॉर्म्स भी अपनाते हैं. पर जहां ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर सब्सक्रिप्शन कैंसिल करने का तरीका बेहद आसान है. इन वेबसाइट पर कई दफ़ा ये काफ़ी मुश्किल हो जाता है. कैंसिल करने के ऑप्शन आसानी से ग्राहकों को मिलता नहीं है क्योंकि जिस वेबसाइट पर वो कॉन्टेंट देखते है, बिलिंग उस वेबसाइट पर नहीं होती वो किसी और साइट पर होती है. और यहीं पर ग्राहक उलझ जाता है. उसका सब्सक्रिप्शन खुद-ब-खुद रिन्यू होता जाता है और अकाउंट से पैसे कटते रहते हैं. उसको कोई रास्ता नहीं सूझता.
बात ये भी है ऐसे लोग कम ही होते हैं जो अडल्ट कॉन्टेंट देखने के लिए सब्सक्रिप्शन वाली वेबसाइट्स पर जाएं. ज़्यादातर Tube Sites जैसे कि Pornhub, Xhamster या Redtube जैसी वेबसाइट्स पर ही पहुंचते हैं और उनपर कॉन्टेंट देखने के लिए सब्सक्रिप्शन खरीदने का लोड नहीं रहता है.
लेकिन, जैसे ये यहां फ्री में अडल्ट कॉन्टेंट देखने के लिए पहुंचते हैं. इनके ऊपर advertisements की बॉम्बार्डमेंट कर दी जाती है. ये यहां पहले इन advertisements को देखने में कई मिनट जाया करते है. कई दफ़ा स्किप बटन दबाते हैं. और फिर किसी तरह यह उस ओरिजिनल वीडियो तक पहुंचते हैं जिसे देखने आए थे. उसके बाद भी जब यह उस वीडियो को देख रहे होते है, बगल में कुछ खिड़कियां खुली होती हैं जो इनको कुछ न कुछ बेचने के लिए उतारू रहती है. कोई इनको यहां से उन वेबसाइट पर ले जाना चाहता है जहां प्रीमियम अडल्ट कॉन्टेंट मिल रहा है. कोई इन्हें सेक्स और कामुकता से जुड़े अन्य प्रोडक्ट्स बेचना चाहता है, तो कोई एस्कॉर्ट्स सर्विस मुहैया कराना चाहता है.
इन्हीं Advertisements से बनाती हैं Tube Sites मोटा पैसा. इस रेवेन्यू मॉडल से अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री को कितनी आमदनी होती है? इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि Pornhub अडल्ट कॉन्टेंट दिखाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी Tube Site है. और MindGeek की ही सब्सिडयरी कंपनी है. एक आंकड़े के मुताबिक़, दुनिया की सबसे ज्यादा चर्चित वेबसाइट्स की रैंकिंग में Pornhub 12वें नंबर पर आती है. शॉपिंग वेबसाइट Amazon भी इस मामले में इससे पीछे है. ये वेबसाइट अकेले साल के 450 मिलियन डॉलर माने क़रीब 4,000 करोड़ की कमाई करती है.
कितना कमाते है इंडस्ट्री के लोग?
अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री में काम करने वाले एक्टर, एक्ट्रेस की कमाई कई बातों पर निर्भर करती है. जैसे कि उनकी उम्र क्या है? उनकी पॉपुलैरिटी कितनी है ? और सेक्स सीन कौन सा है? इनको वीडियोज के हिसाब से पैसे नहीं मिलते बल्कि सीन के हिसाब से मिलते हैं. एक चर्चित अडल्ट कॉन्टेंट एक्ट्रेस वेलेंटीना नैपी एक इंटरव्यू में बताती हैं,
“जब मैंने अमेरिका में अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री में कदम रखा तो मैं पहले से ही काफ़ी पॉपुलर थी. इसलिए मुझे शुरुआत से ही बाक़ी लोगों से ज़्यादा पैसे मिलने लगे थे. मुझे एक रेगुलर हेट्रो सीन माने जिसमें लड़का और लड़की दोनों शामिल होते हैं, करने के 915 पाउंड यानी करीब 1 लाख रुपये मिलते थे. लेकिन कम पॉपुलर एक्ट्रेसेस को इतने पैसे नहीं मिलते."
वेलेंटीना आगे बताती हैं
"एक्ट्रेस की उम्र जितनी कम होती है, डिमांड उतनी ज़्यादा होती है. आम तौर पर 22 से 26 साल तक की उम्र में किसी भी एक्ट्रेस को सबसे अधिक काम ऑफर किया जाता है. इसी उम्र के आस पास वो साल भर में लगभग 100 सीन कर लेती हैं."
अडल्ट स्टार वेलेंटीना नैपी (PHOTO-Wikipedia)
अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री में एक्टर और एक्ट्रेसेस को काम एजेंट्स दिलाते हैं और बदले में ये एजेंट्स उनकी कमाई का कुछ हिस्सा कमीशन के रूप में लेते हैं. ये हिस्सा 10 से 15 फ़ीसदी के बीच होता है. बिज़नेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट में अडल्ट कॉन्टेंट इंडस्ट्री के एक जाने-माने एजेंट मार्क स्पीगलर बताते हैं,
“इस इंडस्ट्री की टॉप महिला एक्ट्रेस सलाना 350,000 डॉलर क़रीब यानी 3 करोड़ रुपये तक कमा लेती हैं. जबकि टॉप पुरुष एक्टर की सलाना कमाई 100,000 डॉलर यानी क़रीब 85 लाख रुपये तक होती है."
स्पीगलर आगे बताते हैं जो एक्ट्रेस डिमांड में होती है उनकी प्रति सीन कमाई 800 डॉलर से 4000 डॉलर के बीच यानी क़रीब 70,000 रुपये से साढ़े तीन लाख रुपये तक होती है. जबकि इन डिमांड मेल एक्टर को 430 पाउंड यानी 50,000 रुपये प्रति सीन मिलते हैं.
वीडियो: आसान भाषा में: अडल्ट कंटेट बनाकर लोग कैसे करोड़ों की कमाई करते हैं?