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पति की मौत के बाद मकान मालिक ने किराया मांगा, ना दे पाने पर शव सहित घर से निकाल दिया

मकान मालिक ने इंसानियत शर्मसार की, पड़ोसियों ने मिलकर शख्स का अंतिम संस्कार किया.

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उत्तर प्रदेश में अपने पति के शव के साथ घर के बाहर बैठी महिला. (फोटो-आजतक)

उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले में एक मकान मालिक ने बकाया किराए के चलते एक रिक्शा चालक के शव समेत उनकी पत्नी को घर से निकाल दिया. रिक्शा चालक का नाम विनोद कुमार है. कानपुर के अस्पताल में इलाज के दौरन ही उनकी मृत्यु हो गई. जब अपने पति के शव के साथ अनीता घर लौटीं तब मकान मालिक ने अमानवीय तरीके से उन्हें घर से बेदखल कर दिया. मामले की जानकारी मिलते ही नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और विनोद का अंतिम संस्कार करवाया.

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पूरा मामला क्या है?

आजतक से जुड़े सूरज सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक़, विनोद हरदोई के रहने वाले थे. 2005 के बाद से ही विनोद अपनी पत्नी अनीता के साथ उन्नाव के शुक्लागंज इलाके में इंदिरा नगर मोहल्ले में रहने लगे. उन्होंने किराए पर मकान लिया और रिक्शा चलाकर अपना गुज़ारा करते थे. 60 वर्षीय विनोद की तबियत एक हफ्ते पहले खराब हुई. जिसके बाद उनकी पत्नी उन्हें अस्पताल ले गईं. विनोद का इलाज हैलेट अस्पताल (अब लाला लाजपत राय अस्पताल) में चल रहा था. इलाज के दौरान ही उनकी मृत्यु हो गई. 

अनीता जब अपने पति के शव के साथ घर लौटीं तब मकान मालिक ने उनसे बकाया किराया मांगा. माली हालत ठीक न होने के कारण वो किराया देने में असमर्थ रहीं. जिसके बाद मकान मालिक ने उन्हें, उनके पति के शव और सामान समेत घर से निकाल दिया. बता दें कि अनीता और विनोद की कोई संतान नहीं है. 

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पड़ोसियों ने निभाया मानव धर्म

मामले की जानकारी मिलते ही नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि संदीप पांडेय मौके पर पहुंचे. उनके साथ सभासद रोहित भी आए थे. उन्होंने विनोद के अंतिम संस्कार की ज़िम्मेदारी ली. लेकिन अनीता और विनोद की कोई संतान नहीं है इसलिए मुखाग्नि देने के समय संकोच पैदा हुआ. रिपोर्ट के मुताबिक़, ऐसे में मोहल्ले के ही रहने वाले संजय सिंह आगे आए. उन्होंने पूरे विधि विधान से कर्मकांड किया और विनोद को मुखाग्नि दी. मोहल्ले के बाकी लोगों ने संजय सिंह के इस कृत को खूब सराहा.

रिपोर्ट के मुताबिक़, संदीप पांडेय ने बताया कि अनीता की आर्थिक स्थिति बिलकुल ठीक नहीं है. उन्होंने अनीता को एक नया कमरा दिलवाया और उस कमरे का 6 महीने का किराया भी एडवांस में जमा करवा दिया. अनीता की तबियत ठीक नहीं थी इसलिए उन्हें मेडिकल मदद भी पहुंचाई. संदीप ने आगे बताया कि एक महीने का राशन भी रखा है. और आगे महिला को रोज़गार दिलवाने का भी वादा किया है.  हालांकि महिला ने अभी तक मकान मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है. 

 

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