राजा रघुवंशी मर्डर केस (Raja Raghuvanshi Murder Case) को लेकर शिलांग पुलिस ने नए खुलासे किए हैं. उन्होंने कहा है कि सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. राज कुशवाहा इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड है और सोनम ने इस साजिश में उसका साथ दिया है.
राज का दिमाग था, सोनम ने खाई में फेंका... पति को मारने से लेकर गाजीपुर पहुंचने तक की पूरी कहानी पता लगी
Sonam Raghuvanshi ने गुवाहाटी आईएसबीटी से सिलीगुड़ी की बस ली. सिलीगुड़ी से दूसरी बस से पटना गई. फिर वहां से दूसरी बस से आरा गई. आरा से ट्रेन में बैठकर लखनऊ पहुंची. Raja Raghuvanshi Murder Case में अब मेघालय पुलिस ने एक-एक बात बताई है.

पुलिस ने ये भी कहा है कि मामले में तीन और आरोपी हैं. इससे पहले अटकलें लगाई गई थीं कि ये तीनों कॉन्ट्रैक्ट किलर हैं. लेकिन अब पुलिस ने इस बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि हत्या के लिए कोई सुपारी नहीं दी गई थी. तीन आरोपियों में से दो राज कुशवाहा के दोस्त हैं और एक उसका चचेरा भाई है.
शिलांग पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के आधार पर बताया,
इन लोगों कि एक दूसरी योजना ये थी कि किसी और की हत्या कर, शव को सोनम की स्कूटी पर रखा जाएगा और फिर उसमें आग लगा दी जाएगी. इससे लोगों को लगेगा कि सोनम की हत्या हो गई. लेकिन ये सब नहीं हो पाया और सोनम की शादी की तारीख आ गई. फिर (11 मई को) उसकी शादी हो गई.
उन्होंने आगे कहा,
तीनों आरोपी विशाल, आनंद और आकाश भी 19 मई को ही गुवाहाटी आ गए थे. आरोपियों ने पहले गुवाहाटी में हत्या की प्लानिंग की. चेरापूंजी में दो बार हत्या का प्रयास भी किया. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. इसके बाद सोनम ने सोहरा जाने और वहीं पर हत्या की प्लानिंग की. राजा रघुवंशी जब एक पार्किंग लॉट में टॉयलेट के लिए गया था, तब तीनों आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी. सोनम भी वहीं पर थी. उसने शव को खाई में फेंक दिया. ये सब कुछ दोपहर के 2:00 बजे से 2:18 बजे के बीच हुआ. इसके बाद वो मर्डर स्पॉट से चले गए.
पुलिस ने आगे कहा,
हत्या के समय सोनम ने रेनकोट पहना था. उसने वो आरोपी आकाश को दे दिया. आकाश के शर्ट पर खून लगा हुआ था. आरोपी वैसेडम से एक स्कूटी पर निकले. सोनम ने खुद स्कूटी चलाई. आगे जाकर आकाश स्कूटी से उतर गया और रेनकोट फेंक दिया. यहां से आकाश ने स्कूटी चलाई और सोनम पीछे बैठी. आनंद ने दूसरी स्कूटी चलाई जिस पर पहले राजा और सोनम बैठे थे. इसके बाद सोनम टैक्सी में बैठी और विशाल ने उसे बुर्का दिया. ये बुर्का राज कुशवाहा ने सोनम के लिए भेजा था. बुर्का पहनकर सोनम टैक्सी से गुवाहाटी पहुंची.
गुवाहाटी आईएसबीटी से सोनम ने सिलीगुड़ी की बस ली. सिलीगुड़ी से दूसरी बस से पटना गई. फिर वहां से दूसरी बस से आरा गई. आरा से ट्रेन में बैठकर लखनऊ पहुंची. फिर वहां से बस से इंदौर गई. 26 मई से 8 जून तक इंदौर में रही. इंदौर में विशाल ने एक फ्लैट किराए पर लिया था. सोनम इसी फ्लैट में रुकी.

इस मामले को लेकर जब एक गाइड ने बयान दिया कि उसने सोनम के साथ तीन लोगों को देखा था, तब आरोपी घबरा गए. राज को पता चला कि पुलिस ने अन्य तीन लोगों की पहचान कर ली है. इसके बाद राज ने सोनम को इंदौर छोड़कर सिलीगुड़ी जाने को कहा. उसी ने सोनम को कहा कि वो खुद को किडनैपिंग पीड़िता होने का दिखावा करे.
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'घरवालों को फोन करो और कहो कि किडनैप हो गई थी'
पुलिस ने आगे कहा,
8 जून को जब सोनम इंदौर से जाने वाली थी, तब पुलिस की दो टीम उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में थीं. किसी तरह राज को ये पता चला कि उसके एक साथी को उत्तर प्रदेश में पकड़ लिया गया है. इससे वो परेशान हो गया और सोनम को कहा, ‘जहां भी हो, परिवार को फोन करो और कहो कि किसी ने तुम्हें किडनैप कर लिया था और तुम किसी तरह बच गईं. पीड़िता बनो.’ इस तरह गाजीपुर में पूरा मामला सामने आया.
आरोपियों ने सोचा था कि राजा का शव डिकम्पोज हो जाएगा, फिर उसकी पहचान नहीं हो पाएगी. दो जून को जब राजा की लाश मिली, तब सोनम इंदौर में थी. पुलिस ने कहा है,
सोनम ने परिवार के दबाव में शादी की थी. राज से उसके अफेयर के बारे में सोनम के परिवार को पता था या नहीं, अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. इसपर और पूछताछ के बाद ही जानकारी मिलेगी.
शिलांग पुलिस ने कहा है कि उनके पास आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत हैं और वो 90 दिनों के भीतर चार्जशीट फाइल कर देंगे.
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