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यूपी में लिंचिंग के शिकार हुए हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिले राहुल, बोले- 'इन्हें डराया जा रहा... '

राहुल गांधी फतेहपुर में हरिओम वाल्मीकि के घर पहुंचे. उन्होंने हरिओम के माता-पिता, पत्नी और अन्य रिश्तेदारों से मुलाकात की और बातचीत की. राहुल गांधी ने परिवार के साथ लगभग 30 मिनट बिताए और उनसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की.

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हरिओम के परिवार से मिलते राहुल गांधी (PHOTO-ANI)

रायबरेली में मॉब-लिंचिंग (Raebareli Mob Lynching) की वजह से जान गंवाने वाले हरिओम वाल्मीकि (Hariom Valmiki) के परिवार से राहुल गांधी (Rahil Gandhi) ने मुलाकात की है. हरिओम की 1 और 2 अक्टूबर की दरम्यानी रात में डलमऊ रोड पर कथित तौर पर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. फतेहपुर में हरिओम के परिवार से मिलने के बाद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यूपी सरकार परिवार को डरा रही है. साथ ही सरकार उस परिवार को उनसे न मिलने का निर्देश भी दे रही थी. राहुल ने कहा कि देश भर में जहां भी दलितों पर अत्याचार होगा, कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी रहेगी.

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क्या थी पूरी घटना?

ये पूरा मामला ऊंचाहार थाना क्षेत्र के ईश्वरदासपुर गांव के पास का है. यहां 1 और 2 अक्टूबर की दरम्यानी रात में फतेहपुर जिले के तुराबअली गांव के रहने वाले हरिओम ऊंचाहार थाने के नई बस्ती इलाके में स्थित अपनी ससुराल जा रहे थे. रास्ते में जब वे डलमऊ रोड पर डाडेपुर सड़क के पास पहुंचे, तो कुछ ग्रामीणों ने उन्हें रोक लिया. ग्रामीणों को शक हुआ कि वे चोर हैं. बिना कुछ पूछे उन्होंने हरिओम को कथित तौर पर लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया. पिटाई इतनी ज्यादा की गई कि हरिओम की मौत हो गई. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद पुलिस पर सवाल उठने लगे.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक मामले में हरिओम के पिता गंगादीन की तहरीर पर पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों- वैभव, विपिन, विजय, सहदेव और सुरेश को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, रायबरेली के एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने लापरवाही बरतने पर ऊंचाहार कोतवाल संजय कुमार सिंह, हल्का इंचार्ज कमल सिंह और दो सिपाही प्रदीप सिंह और अभिषेक को निलंबित कर दिया है.

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पहले कहा था- ‘राहुल से नहीं मिलेंगे’

15-16 अक्टूबर को इस मामले से जुड़ा एक वीडियो सामने आया था जिसमें हरिओम वाल्मीकि के परिवार ने कांग्रेस नेता से मिलने से इनकार कर दिया था. वाल्मीकि के भाई ने कहा कि परिवार राज्य सरकार द्वारा मामले को संभालने से संतुष्ट है और नहीं चाहता कि विपक्ष के नेता यहां राजनीति करने आएं. हरिओम वाल्मीकि के छोटे भाई ने कहा,

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री हमारे घर आए और मेरी बहन को सरकारी नौकरी सौंपी. हम सरकार द्वारा मामले को संभालने से संतुष्ट हैं. मेरे भाई के हत्यारों को जेल भेज दिया गया है. हम राहुल गांधी या किसी अन्य पार्टी के नेताओं से अनुरोध करते हैं कि वे राजनीति करने के लिए हमारे घर न आएं.

हरिओम की बहन कुसुम देवी को फतेहपुर स्थित अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग योजना के तहत स्टाफ नर्स के पद पर नियुक्ति पत्र मिला है.

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