आने वाले दिनों में हाईवे और एक्सप्रेस पर टोल टैक्स (Toll Tax) के मामले में बड़ी राहत मिल सकती है. दरअसल, सरकार के एक नई टोल पॉलिसी (New Toll policy) पर काम कर रही है. अगर वो लागू हो जाती है तो गाड़ी चालकों को सिर्फ उतने ही किलोमीटर के एवज में टोल टैक्स देना होगा, जितनी दूर वो सफर करेंगे.
अब जितनी दूरी, उतना ही टोल, सरकार ला रही है नई पॉलिसी
New Toll Tax Policy: सरकार एक नई टोल पॉलिसी पर काम कर रही है. इसके तहत एक्सप्रेस वे और हाईवे पर गाड़ी चलाने वालों से सिर्फ उतनी ही दूरी का टोल लिया जाएगा जितनी दूरी उन्होंने सफर किया है.

फिलहाल नेशनल हाईवे फी रूल्स (National highway fee rules) के हिसाब से टोल टैक्स लगता है. इसके तहत एक रोड प्रोजेक्ट की पूरी लंबाई के हिसाब से टैक्स लिया जाता है. आमतौर पर एक रोड प्रोजेक्ट 60 किलोमीटर लंबा होती है. आप चाहें कितने भी किलोमीटर सफर करें, टैक्स के एवज मे पूरी की पूरी तय रकम देनी पड़ती है.
हालांकि, इस नई पॉलिसी के बारे में सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. मीडिया की अलग-अलग रिपोर्ट्स में जरूर इसका जिक्र हो रहा है. ईटी इन्फ्रा को एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि सरकार ऐसे सिस्टम पर काम कर रही है जिसमें एक्सप्रेस और हाईवे पर यूजर्स से टोल पर किमी(Toll per Km) के आधार पर टैक्स लिया जाए. फिलहाल तो चालकों को पूरी लंबाई के हिसाब से तय टोल टैक्स देना होता है.
अधिकारी ने कहा कि फिलहाल कंसेशन एग्रीमेंट के तहत हाईवे और एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनियां टोल टैक्स वसूल कर अपनी कमाई करती हैं. नई पॉलिसी में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि चालकों से पूरी लंबाई के एवज में टैक्स वसूलने की बजाय, सीधे सरकारी फंड से उनके रेवेन्यू की भरपाई कर दी जाए. मकसद यही है कि सरकार को किसी तरह से भी घाटा ना हो.
उन्होंने आगे बताया कि कई मामलों ने देखा गया है कि प्रोजेक्ट बनाने वाली प्राइवेट कंपनियां अपनी कमाई कम करके दिखाती हैं. नए टोल सिस्टम के तहत फिजिकल टोल प्लाजा हट जाएंगे. तो इस तरह के मामले भी कम हो जाएंगे.
आपको बता दें कि सड़क परिवहन और हाईवे मंत्री नितिन गडकरी ने इसी साल अप्रैल में ये बात कही थी. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि सरकार जल्द नई टोल पॉलिसी की घोषणा कर सकती है. उसके बाद किसी को भी टोल से जुड़ी समस्या नहीं होगी. मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन पॉलिसी अगले 15 दिनों में इसकी घोषणा हो जाएगी.
हालांकि, उनके इस बयान को करीबन 2 महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक नई टोल पॉलिसी को लेकर सरकार की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं हुई है. गडकरी ने सैटेलाइट आधारित ट्रैकिंग की भी बात कही थी. गडकरी ने कहा था, आने वाले दिनों में फिजिकल टोल बूथ की जरूरत नहीं होगी. सैटेलाइट ट्रैकिंग टेक और नंबर प्लेट के जरिए टोल अपने आप बैंक खाते से कट जाएगा. इसके लिए ANPR-FASTag आधारित बिना बैरियर वाला टोलिंग सिस्टम लगाया जाएगा. ये सिस्टम कैसे काम करेगा इसके लिए आप लल्लनटॉप पहले ही आपको बता चुका है.
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मंत्रालय के बयान के मुताबिक NHAI चुनिंदा टोल प्लाजा पर इसके इंस्टॉलेशन के लिए बोली भी मंगा चुका है. इंस्टॉलेशन के बाद लोगों की फीडबैक और उसकी परफॉर्मेंस के आधार पर इसे बाकी टोल प्लाजा पर लगाने का फैसला किया जाएगा.
वीडियो: नितिन गडकरी ने कहा है कि अब टोल सिस्टम खत्म हो जाएगा