कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लगा कि इस बार लोकसभा और राज्यसभा के स्पीकर ओम बिड़ला और सीपी राधाकृष्णन दोनों सदन चलाने में पहले से ज्यादा निष्पक्ष रहे. इसलिए संसद के शीतकालीन सत्र के खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में लोकसभा अध्यक्ष की ओर से जो ‘चाय पर चर्चा’ बुलाई गई है, उसमें उनके नेता भी जाएंगे. इसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा, कुमारी शैलजा और मणिकम टैगोर उस ‘दुर्लभ’ फ्रेम में दिखे, जिसमें एक सोफे पर नरेंद्र मोदी और ओम बिड़ला बैठे हैं. दूसरी ओर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और लाल टोपी लगाए धर्मेंद्र यादव समेत विपक्षी दलों के तमाम नेतागण.
'चाय पर चर्चा' के दौरान जब PM मोदी ने प्रियंका गांधी से बुलवाया, 'आप लोग कांग्रेस को वोट दें'
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने शीतकालीन सत्र के समापन के बाद 'चाय पर चर्चा' बुलाई थी. इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी समेत कई लोग शामिल हुए.


चाय की चुस्कियों के साथ ‘चुटकियों’ और ‘हंसी-मजाक’ का दौर भी चला और लगा ही नहीं कि एक दिन पहले तक ये नेता एक दूसरे से ऐसे लड़ रहे थे, जैसे कोई जंग हो और ये जंग न जीती तो दुनिया खत्म हो जाएगी. इस मीटिंग की कुछ बातें भी सामने आई हैं. खासतौर पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत की, जिसमें पीएम मोदी ने जिद करके प्रियंका गांधी से एक वाक्य बुलवाया, जिसका सीधा-सीधा मतलब था- 'आप सब लोग कांग्रेस को वोट दें'.

इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि चाय पार्टी में जैसे ही वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी राजनाथ सिंह के बगल वाले सोफे पर बैठीं, प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे वायनाड की नीली हल्दी के औषधीय गुणों के बारे में पूछ लिया. गले के लिए ये हल्दी काफी लाभकारी मानी जाती है. प्रियंका गांधी ने बताया कि उनके भाई और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उन्हें इस हल्दी के सेवन की सलाह दी थी. जबसे वो इसका सेवन कर रही हैं, उन्हें काफी फायदा मिला है.
अब ‘गले’ की बात चली है तो एक दिलचस्प वाकया बताते हैं. इंडिया टुडे से जुड़ीं मौसमी सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी मीटिंग में विपक्ष के एक नेता ने पूछा कि 'क्या शीतकालीन सत्र और लंबा होना चाहिए था?' तो प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्कुराते हुए तपाक से जवाब दिया,
ताकि आप लोग और नारे लगा सकें? हमने आपके गले को आराम दिया था.
पीएम के ऐसा बोलते ही वहां ठहाके गूंज उठे. मोदी ने मजाकिया अंदाज में आगे कहा कि सदन के हंगामे में चिल्लाने वाले सांसदों को खूब मजा आया.

प्रियंका गांधी ने इसके बाद पीएम मोदी से उनके तीन देशों जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान के दौरों के बारे में पूछा. प्रधानमंत्री ने इथियोपिया की अपनी यात्रा का अनुभव बताते हुए कहा कि देश की राजधानी आदिस अबाबा का काफी विकास हुआ है. इसी बीच, कांग्रेस के चीफ व्हिप मणिकम टैगोर कमरे में आते हैं. उन्हें देखकर पीएम मोदी तमिल का पारंपरिक अभिवादन ‘वणक्कम काका’ कहकर उनका स्वागत करते हैं. ये सुनकर प्रियंका गांधी कहती हैं कि तमिल एक शास्त्रीय भाषा है लेकिन इसको सीखना बहुत मुश्किल है.
प्रियंका ने बताया कि उन्हें भी तमिल के कुछ शब्द आते हैं. इस पर बगल में बैठे राजनाथ सिंह बोले, ‘बताइए. क्या शब्द आते हैं आपको.’ प्रियंका जवाब देती हैं, ‘नहीं. ये शायद आपको अच्छे न लगें. पीएम मोदी शायद इसको सुनना पसंद न करें'. इस पर मोदी ने जोर दिया तो प्रियंका ने तमिल में कहा,
नींकल एल्लारुम कांग्रेसुक्कू वोट पोडुंकई. (यानी आप सभी कृपया कांग्रेस को वोट दें.)
वहां पर मौजूद लोग बताते हैं कि ये सुनकर प्रधानमंत्री मोदी खूब जोर से हंसे. प्रियंका ने ये भी बताया कि वो अपने चुनाव क्षेत्र वायनाड के लोगों से संवाद स्थापित करने के लिए मलयालम भी सीख रही हैं.

बता दें कि इससे पहले जुलाई–अगस्त में संसद के पिछले सत्र के बाद विपक्ष ने स्पीकर की चाय पार्टी का बहिष्कार किया था. लेकिन इस बार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फैसला किया कि पार्टी के प्रतिनिधियों को स्पीकर की चाय पार्टी में शामिल होना चाहिए. शुक्रवार, 19 दिसंबर को आयोजित स्पीकर की इस चाय पार्टी में शामिल होने वालों में NCP की सुप्रिया सुले, डीएमके के ए. राजा, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन, केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू (टीडीपी) और जेडीयू के राजीव रंजन सिंह और एलजेपी (RV) के नेता चिराग पासवान भी शामिल हुए.
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