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झारखंड के IAS अधिकारी विनय चौबे गिरफ्तार, शराब घोटाले का आरोप

मंगलवार, 20 मई की सुबह करीब 10.30 बजे तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे को उनके घर से गिरफ्तार किया. विनय चौबे से पूछताछ हुई. इसके बाद एसीबी ने दोपहर को गजेंद्र सिंह को भी बुलाया.

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विनय चौबे के साथ गजेंद्र सिंह भी गिरफ्तार (India Today)

झारखंड से जुड़े शराब घोटाला मामले में IAS अफसर विनय चौबे को गिरफ्तार कर लिया गया है. एंटी करप्शन ब्यूरो ने यह गिरफ्तारी की है. विनय चौबे पर आरोप है कि झारखंड के आबकारी सचिव रहते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ के ‘शराब सिंडिकेट’ के साथ मिलकर राज्य की शराब नीति में ‘गलत तरीके से’ बदलाव किया था. विनय चौबे पर राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के भी आरोप हैं. वो फिलहाल झारखंड में पंचायती राज सचिव हैं. उनके साथ संयुक्त आयुक्त (उत्पाद) गजेंद्र सिंह को भी अरेस्ट किया गया है.

IAS विनय चौबे गिरफ्तार

इंडिया टुडे के सत्यजीत की रिपोर्ट के अनुसार, 27 सितंबर 2024 को छत्तीसगढ़ के आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने शराब घोटाले को लेकर FIR दर्ज की थी. इसमें विनय चौबे सहित 7 लोगों के नाम थे. मामले में ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कई जगहों पर छापा मारा और दस्तावेज जब्त किए थे. 

इसके बाद छत्तीसगढ़ की EOW की FIR के आधार पर एसीबी ने झारखंड सरकार की इजाजत से प्राथमिक जांच (Preliminary Enquiry) का मामला दर्ज किया. एसीबी ने कई बार विनय चौबे और गजेंद्र सिंह से पूछताछ की. शुरुआती पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर रेगुलर FIR दर्ज की गई. 

इस बीच मार्च 2025 में छत्तीसगढ़ EOW ने झारखंड सरकार को पत्र लिखकर विनय चौबे और गजेंद्र सिंह के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति आदेश जारी करने का अनुरोध किया. राज्य सरकार ने पत्र के बारे में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील एस. नागामुथू से कानूनी राय मांगी. सरकार ने सीनियर वकील को मामले में झारखंड में भी चल रही जांच की जानकारी दी.

सुप्रीम कोर्ट के वकील से लीगल एडवाइस मिलने के बाद एसीबी झारखंड ने मंगलवार, 20 मई की सुबह करीब 10.30 बजे तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे को उनके घर से गिरफ्तार किया. विनय चौबे से पूछताछ हुई. इसके बाद एसीबी ने दोपहर को गजेंद्र सिंह को भी बुलाया.

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