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पत्नी के गहने गिरवी रख खरीदी पिस्तौल, फिर उसी से प्रेमिका और पति की कर दी हत्या

आरोपी की महिला मित्र ने कुछ समय से बात करना बंद कर दिया तो वह नाराज हो गया. कथित प्रेम-प्रसंग में महिला का पति उसके लिए परेशानी बन गया था. ऐसे में बातचीत करने आरोपी महिला के घर गया और विवाद होने पर गोली मारकर हत्या कर दी.

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अफेयर के चलते युवक ने प्रमिका और उसके पति की हत्या की (तस्वीर : इंडिया टुडे)

राजस्थान के जयपुर में एक शख्स ने कथित तौर पर प्रेमिका से बातचीत बंद होने के चलते उसे और उसके पति को गोली मार दी. ऐसा बताया गया है कि हत्याके लिए उसने अपनी पत्नी के गहने गिरवी रख कर पिस्तौल खरीदी थी. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक पूछताछ में प्रेम-प्रसंग की बात सामने आई है.

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इंडिया टुडे से जुड़े शरत कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, DCP साउथ दिगंत आनंद ने बताया कि डबल मर्डर के मामले में आरोपी मोनू उपाध्याय को अरेस्ट किया गया है. उन्होंने कहा, “वह जयपुर के पास जोतडावाला के सायर नगर-ए में पत्नी और तीन बच्चों के साथ किराए पर रहता है और जोतडावाला गांव में एक्सपोर्ट गारमेंट कंपनी में काम करता है. आरोपी मोनू शुक्रवार, 24 जनवरी को जोतडावाला की शांति विहार कॉलोनी में रहने वाली आशा और उसके पति राजाराम की हत्या कर फरार हो गया था. पुलिस ने जयपुर से आगरा तक कई जगह दबिश दी और महुवा में बस स्टैंड से मोनू पंडित को दबोच लिया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया है.”

पुलिस ने बताया कि आरोपी मोनू का घर राजाराम-आशा के मकान से करीब आधा किलोमीटर दूर है. आरोपी मोनू और मृतक आशा एक ही फैक्ट्री में काम करते थे. फैक्ट्री में साथ काम करने के दौरान मोनू ने आशा से दोस्ती कर नजदीकियां बढ़ा ली थीं. करीब 6 महीने पहले उसने बातचीत के लिए आशा को एक मोबाइल भी दिया था. आशा के पास वो मोबाइल मिलने पर उसके पति राजाराम ने कहा था कि वो मोनू से बात करना बंद कर दे. रिपोर्ट के मुताबिक आशा ने मोनू से बातचीत के साथ फैक्ट्री जाना भी बंद कर दिया. कथित तौर पर इसी वजह से मोनू विचलित था.

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पुलिस ने बताया कि आशा से बात नहीं होने के कारण मोनू ने उसके पति राजाराम को रास्ते से हटाने की ठान ली. इसके लिए अपने घर के गहने निकालकर गिरवी रख दिए. बताया गया है कि ये गहने उसकी पत्नी के थे. इनके जरिये उसने रुपयों की व्यवस्था की और फिर धौलपुर के बसेड़ी से 50 हजार रुपये में देसी पिस्तौल खरीद ली.

इसके बाद 23 जनवरी की देर शाम मोनू ने फैक्ट्री में साथ काम करने वाले प्रदीप को वीडियो कॉल किया और उसे पिस्तौल दिखाई. रिपोर्ट के मुताबिक उसने प्रदीप से कहा, “राजाराम की पत्नी आशा मेरे से बात नहीं करेगी तो मैं राजाराम को जान से मार दूंगा.” 

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पुलिस ने बताया कि राजाराम का भाई आशाराम भी इसी फैक्ट्री में काम करता है. अगले दिन सुबह फैक्ट्री में काम के दौरान आशाराम को प्रदीप मिला था. उसने वीडियो कॉल पर मोनू से हुई बात के बारे में आशाराम को बताया. लेकिन उससे पहले ही मोनू घर में घुसकर राजाराम और आशा की हत्या कर भाग चुका था.

पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह सिर्फ राजाराम को मारना चाहता था. लेकिन उसको जमीन पर गिरा देखकर आशा रोने लगी. मोनू ने बताया कि उसे लगा कि कहीं आशा उसको पकड़वा ना दे, इसलिए उसको भी गोली मार कर फरार हो गया.

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