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बिहार में BJP-JDU ने आपस में बराबर सीटें बांटी, चिराग और मांझी को कितनी मिलीं?

Bihar NDA Seat Sahring: एनडीए की सीट शेयरिंग समझौते के तहत BJP और JDU को 101-101 सीटें मिली हैं. बिहार में नवंबर, 2025 में 243 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे.

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बिहार में NDA की सीट शेयरिंग का ऐलान हुआ. (X)

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर NDA के सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान हो गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने आपस में बराबर सीटें बांटी हैं. दोनों पार्टियां 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगीं. भारी बार्गेनिंग के बाद चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के खाते में 29 सीटें आईं. वहीं, जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) (HAM) को 6 सीटें और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को भी 6 सीटों से संतोष करना पड़ेगा.

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केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 12 अक्टूबर, 2025 की शाम NDA के सीट बंटवारे का ऐलान किया. धर्मेंद्र प्रधान, BJP के बिहार चुनाव प्रभारी हैं. उन्होंने X पर लिखा,

“हम NDA के साथियों ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का बंटवारा पूरा किया.”

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उन्होंने आगे लिखा,

"NDA के सभी दलों के कार्यकर्ता और नेता इसका (सीट बंटवारा) खुशी के साथ स्वागत करते हैं."

प्रधान के ऐलान के बाद NDA के घटक दलों के बीच खींचतान फिलहाल शांत हो गई है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग में अपनी बात मनवाने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाया. 

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खुद को 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हुनमान' बताने वाले चिराग 29 सीटें झटकने में सफल रहे. चिराग ने बीजेपी को पटना से लेकर दिल्ली तक खूब दौड़ाया. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को 24 घंटे में चार बार अपने पुराने घनिष्ठ चिराग के घर जाना पड़ा. तब जाकर बात बनी.

पिछले विधानसभा चुनाव (2020) में चिराग पासवान NDA से अलग होकर अकेले चुनावी मैदान में उतरे थे. उस समय LJP ने भले ही 1 सीट जीती, लेकिन JDU को काफी नुकसान पहुंचाया था. लेकिन, बाद में LJP के विधायक JDU में शामिल हो गए थे.

जीतन राम मांझी ने सीटें खींचने के लिए सारे पैंतरे अपनाए. चिराग ने तो सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन मांझी और उपेंद्र कुशवाहा से NDA की कार्यशैली से अलग हटकर अपनी शर्ते मनवाने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया का सहारा लिया. 

मांझी ने सोशल मीडिया पर रामधारी सिंह दिनकर की कविता लिखकर 15 सीटें मांगी थी. मांझी पहले भी यह कह चुके थे कि वो 15 सीटें चाहते हैं ताकी 8 सीटें जीतकर उनकी पार्टी को राज्य स्तर पर मान्यता मिल सके. मगर उन्हें 6 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. और जैसा कि राजनीति में होता आया है, सीट बंटवारे पर बात बनने के बाद मांझी ने कहा कि वो आखिरी सांस तक पीएम मोदी के साथ हैं. 

"वैसे एक बात बता दूं, मैंने पहले भी कहा था और आज फिर से कह रहा हूं…

मैं जीतन राम मांझी अपनी अंतिम सांस तक माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ रहूंगा."

उपेंद्र कुशवाहा ने भी सीट बंटवारे में कम नखरे नहीं दिखाए. 11 अक्टूबर की सुबह उन्होंने सोशल मीडिया पर लिख दिया कि अभी वार्ता पूरी नहीं हुई है. मीडिया में खबरें प्लांट की जा रही हैं. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कुशवाहा की पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की धमकी तक दे डाली थी. आखिरकार उन्हें भी 6 सीटें मिल गईं.

दूसरी तरफ BJP और JDU भी 'बड़े भाई-छोटे भाई' की भूमिका छोड़कर बराबरी पर आ गए हैं. दोनों के खाते में 101-101 सीटें आई हैं. यह पहली बार है कि JDU किसी विधानसभा चुनाव में BJP से ज्यादा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रही है. माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ गठबंधन के अंदर यह पावर शिफ्ट का संकेत है.

INDIA में क्या चल रहा है?

इस बीच, विपक्षी INDIA ब्लॉक ने अपने घटक दलों के साथ किसी भी तरह के मतभेद से इनकार किया है. इस खेमे का कहना है कि जल्द ही सभी दलों के लिए सीटों के बंटवारे का ऐलान किया जाएगा. हालांकि, स्थिति इधर भी कम गंभीर नहीं हैं. हालात यहां तक पहुंच चुके हैं कि RJD प्रमुख लालू यादव को खुद दिल्ली जाना पड़ रहा है.

कांग्रेस और RJD के बीच चल रही खींचतान के बीच, RJD नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह की एक प्लेन में बातचीत करते हुए एक तस्वीर वायरल हुई. सिंह पटना से दिल्ली की उस फ्लाइट में मौजूद थे, जिसमें लालू यादव और तेजस्वी यादव यात्रा कर रहे थे.

बिहार विधानसभा चुनाव दो फेज में होंगे. 6 नवंबर को पहले फेज की वोटिंग होगी, जबकि दूसरे फेज के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे.

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