‘समय से पहले कोई नहीं जाएगा.’ वेब सीरीज ‘पंचायत’ में जब प्रह्लाद चा ये बात बड़े अधिकार से कहते हैं तो लगता है सही बात है. समय से पहले किसी को नहीं जाना चाहिए. लेकिन ये बात भोपाल में रामलीला कराने वाले उन लोगों को कैसे समझाएंगे, जिनके ‘रावण’ को कुछ नशेड़ी लड़कों ने ‘समय से पहले फूंक दिया’. त्योहारी भाषा में कहें तो ‘रावण दहन’ कर दिया. कई दिनों की मेहनत से जी-जान लगाकर उन लोगों ने रावण, उसके बेटे मेघनाद और भाई कुंभकर्ण के बड़े-बड़े पुतले तैयार किए थे.
दशहरे पर शाम को रावण जलना था, नशे में लड़के सुबह ही आग लगाकर भाग गए
मध्य प्रदेश में कुछ शरारती लोगों ने समय से पहले रावण दहन कर दिया. शाम को कार्यक्रम होना था लेकिन कुछ लोग गाड़ी से आए और पुतले में आग लगाकर भाग गए.
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गुरुवार 2 अक्टूबर की शाम को पुतलों के दहन का कार्यक्रम था. खास-खास मेहमान भी बुला लिए गए लेकिन दशहरे के दिन अभी ठीक से सबकी नींद भी नहीं खुली थी कि ‘धड़-धड़’ आतिशबाजी के साथ रावण का ‘अंतिम संस्कार’ हो गया.
लोग घरों से बाहर निकलकर देखने आ गए कि हो क्या रहा है? पता चला कि रावण जल रहा है. वही रावण जिसे आज शाम को जलना था. वह सुबह-सुबह ही धू-धूकर जल रहा है.
इंडिया टुडे से जुड़े रवीशपाल सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बाग मुगलिया इलाके की है. यहां अटल दशहरा उत्सव समिति की ओर से गुरुवार 2 अक्टूबर की शाम को रावण दहन का कार्यक्रम था. समिति के सदस्य आदित्य दुबे ने आजतक को बताया कि बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम में आने वाले थे. लेकिन कुछ शरारती लोगों की वजह से पूरा आयोजन बेकार हो गया.
क्या हुआ था?प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गुरुवार की सुबह करीब 6 बजे बिना नंबर की एक लाल नई कार उस मैदान में पहुंची, जहां रावण का बड़ा सा पुतला लगा था. कार में एक लड़की के साथ तीन लड़के सवार थे. तभी अचानक से एक युवक गाड़ी से निकलकर बाहर की ओर भागा. वह मैदान में खड़े रावण के पुतले के पास पहुंचा और उसमें आग लगा दी. इसके बाद भागकर कार में बैठ गया. इसके तुरंत बाद गाड़ी वहां से निकल गई.
इधर रावण का पुतला धू-धूकर जलने लगा. भयंकर आतिशबाजी होने लगी. सुबह-सुबह पटाखों का विस्फोटक शोर सुनकर आसपास के लोग चौंक गए.
लोग घरों से बाहर निकल आए और पता लगाने लगे कि हुआ क्या है? मौके पर मौजूद एक व्यक्ति जो घटना का वीडियो भी बना रहा था, बताता है कि कुछ लड़के बहुत देर से मैदान के आसपास घूम रहे थे. उन्हीं में से एक ने रावण के पुतले में आग लगाई है. वो लोग नशे में भी थे. वीडियो में वह पुलिस को फोन करने के लिए कहते सुना जा सकता है.
आदित्य दुबे ने कहा,
घटना के तुरंत बाद हमने फोन कर पुलिस को इसकी सूचना दी. हमने उन्हें सब बताया. अब वो आगे की कार्रवाई कर रहे हैं. जिस लाल रंग की गाड़ी से लड़के आए थे, उसमें नंबर प्लेट नहीं था. एक लड़की और तीन लड़के उसमें बैठे थे.
दुखी मन से दुबे ने कहा कि महीने भर मेहनत करके उन्होंने ग्राउंड तैयार किया. रावण बनाया था और अब सब बेकार हो गया.
आयोजकों ने घटना को लेकर भोपाल के मिसरोद थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है. वह उस कार की तलाश कर रही है, जिसमें बैठकर रावण को 'समय से पहले' फूंकने वाले लोग आए थे.
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