असम सरकार द्वारा बनाई गई स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (Assam SIT) ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) पर अपनी जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है. असम की हिमंता बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) सरकार ने गौरव गोगोई के पाकिस्तानी कनेक्शन की जांच के लिए SIT का गठन किया था. SIT के मेंबर्स मुन्ना प्रसाद गुप्ता, रोजी कलिता, प्रणबज्योति गोस्वामी और मैत्रेयी डेका ने ये रिपोर्ट असम लोक सेवक भवन में सीएम को सौंप दी.
गौरव गोगोई घिरते नज़र आ रहे हैं? SIT रिपोर्ट पर बोले असम सीएम- 'सामने आई गहरी साजिश'
Himanta Biswa Sarma ने Gaurav Gogoi पर आरोप लगाया था कि उनकी Wife के एक ऐसे संगठन से कनेक्शन है जिसके तार वहां की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े हैं. साथ ही सीएम हिमंता ने उनकी पत्नी की Citizenship को लेकर भी सवाल उठाया था.


फरवरी 2025 में हिमंता बिस्व सरमा ने गौरव गोगोई पर उनकी पत्नी की ब्रिटिश नागरिकता को लेकर हमला बोला था. हिमंता का दावा था कि कांग्रेस सांसद की पत्नी ने अपनी ब्रिटिश नागरिकता को 12 साल के लिए फिर से रिटेन किया है. सबसे गंभीर आरोप ये था कि गौरव गोगोई की पत्नी के लिंक एक ऐसे संगठन से हैं, जिसके तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से जुड़े हैं. सीएम हिमंता ने किसी का नाम लिए बिना 2015 में भारत सरकार के विरोध के बावजूद गौरव गोगोई की पाकिस्तानी हाई कमीशन में मीटिंग का भी जिक्र किया था.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार साल 2025 की शुरुआत में, सरमा ने पूछा था कि क्या गोगोई के परिवार के सदस्य भारतीय नागरिक हैं और आरोप लगाया था कि कांग्रेस सांसद की पत्नी की पाकिस्तान में ‘व्यवसाय और संपत्ति’ है. इन दावों के बाद से दोनों के बीच राजनीतिक विवाद छिड़ गया था और कांग्रेस ने इन आरोपों को चुनावों से पहले गोगोई को बदनाम करने की कोशिश बताकर खारिज किया था. लोकसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर गौरव गोगोई ने इन आरोपों का खंडन किया था. उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी भारतीय नागरिक हैं और सरमा की टिप्पणी असम के जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाने की एक कोशिश है.
(यह भी पढ़ें: हिमंता का दावा- 'गोगोई ने ISI से ट्रेनिंग ली, Rafale का विरोध किया ', कांग्रेस बोली- बेतुकी स्क्रिप्ट)
इसके बाद मई 2025 में, गोगोई ने बताया कि उनकी पत्नी का पाकिस्तान के साथ व्यावसायिक या व्यक्तिगत, किसी भी तरह का संबंध नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री पर ‘राजनीतिक शालीनता की सारी हदें पार करने’ और राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने भी गोगोई के समर्थन में असम की भाजपा सरकार पर गौरव गोगोई को बदनाम करने का आरोप लगाया था.
वीडियो: संसद में भिड़े गौरव गोगोई और ओम बिरला, बात राहुल गांधी तक पहुंची