सोशल मीडिया पर वायरल दावा.
दावा
सोशल मीडिया पर रूस-यूक्रेन युद्ध की जबर्दस्त चर्चा है. युद्ध से जोड़कर कई वीडियो और फोटो वायरल किए जा रहे हैं. कुछ वीडियो असली होते हैं तो कई बार फेक न्यूज़ के रूप में फर्जी वीडियो लोगों के पास पहुंच रहे हैं. ऐसे ही एक वायरल वीडियो में एक लड़की मदद की गुहार लगाते हुए सुनी जा सकती है. वेरिफाइड ट्विटर यूज़र नीतू सिंह ने वायरल वीडियो को
ट्वीट कर लिखा, (
आर्काइव) (अक्षरश:)
यूक्रेन में मेडिकल छात्रा बताकर, सरकार पर आरोप लगाकर, वीडियो बनाने वाली लड़की वैशाली यादव, पुत्री महेंद्र यादव, हरदोई को जब पुलिस ने पकड़ा, तो पता चला कि वीडियो पिता के कहने पर सरकार को बदनाम करने के लिए बनाया. वैशाली के पिता समाजवादी पार्टी के नेता हैं.
फेसबुक पर भी ये वीडियो जमकर
वायरल हो रहा है.
पड़ताल
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए 'दी लल्लनटॉप' ने पड़ताल की. इसमें वायरल दावा गलत निकला. घटना की जानकारी के लिए हमने हरदोई में इंडिया टुडे के संवाददाता प्रशांत पाठक से संपर्क किया. उनके मुताबिक,
"वायरल वीडियो में दिख रही लड़की हरदोई के तेरा पुरसौली गांव की वैशाली यादव हैं. वो यूक्रेन में MBBS की पढ़ाई कर रही हैं. अभी वैशाली की घर वापसी नहीं हुई है और वो रोमानिया के एक सेंटर में फ्लाइट का इंतजार कर रही हैं. पढ़ाई के साथ वैशाली तेरा पुरसौली गांव की ग्राम प्रधान भी हैं. उनके पिता पूर्व ब्लॉक प्रमुख और समाजवादी पार्टी के नेता महेंद्र यादव हैं. वैशाली की गैरमौजूदगी में पिता महेंद्र प्रधानी का कामकाज देखते हैं. ''
वहीं मामले पर खुद वैशाली यादव ने रोमानिया से वीडियो बनाकर सफाई दी है. वैशाली का कहना है,
"मैंने कुछ दिन पहले एक वीडियो बनाया था जिसमें मैंने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. लेकिन उस वीडियो को भारत में गलत तरीके से फैलाया जा रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि ये सब बीजेपी सरकार को बदनाम करने के लिए किया गया है. ये खबर पूरी तरह से गलत है. मैं रोमानिया आ चुकी हूं. फिलहाल सुरक्षित हूं और बहुत जल्द भारत वापस आ जाऊंगी."
मामले पर हरदोई के एसपी राजेश द्विवेदी ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने हरदोई पुलिस की कार्रवाई वाली खबर को बेबुनियाद बताया. कहा,
"जिस लड़की (वैशाली यादव) की बात हो रही है वो इस समय रोमानिया में है और उसके द्वारा मदद के लिए वीडियो जारी किया गया था. पुलिस द्वारा इस संबंध में एक्शन लिए जाने वाली बात सही नहीं है."
जो वीडियो अभी वायरल हो रहा है, उसे 24 फरवरी 2022 को न्यूज़ वेबसाइट हिन्दुस्तान के
ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया था. साथ ही कई मीडिया संस्थानों ने वीडियो के आधार पर
खबरों को प्रमुखता से छापा था.
नतीजा
हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत निकला. वायरल वीडियो में दिख रहीं वैशाली यादव अभी रोमानिया में मौजूद हैं और भारत वापसी के लिए फ्लाइट का इंतजार कर रही हैं. हरदोई पुलिस ने भी वैशाली के खिलाफ कोई भी कार्रवाई न करने की बात कही है. साथ ही पुलिस ने वैशाली के रोमानिया में होने की पुष्टि भी की है.
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