M.M. Keeravani ने 2023 में मिले अवॉर्ड को अपना दूसरा Oscar बताया है. वो Ram Gopal Varma को अपना पहला ऑस्कर बताते हैं. क्योंकि RGV ने उन्हें करियर का सबसे बड़ा ब्रेक दिया था. तब जब वो कुछ नहीं थे. इतनी भारी तारीफ सुनकर रामू भावुक हो गए. कीरवानी की बात सुनकर कहते, 'ऐसा लग रहा है, मैं मर गया हूं.'
एम.एम. कीरवानी ने राम गोपाल वर्मा की तारीफ की, रामू ने कहा- 'ऐसा लग रहा है मैं मर गया हूं'
अपनी-अपनी फील्ड के दो लेजेंड लोगों की ऐसी क्रेज़ी बातचीत हो रही है. आदमी कैसे इंप्रेस नहीं हो!

RRR के गाने 'नाटु नाटु' के लिए एम.एम. कीरवानी को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का ऑस्कर मिला. इंडिया लौटने के बाद उन्होंने गलाटा प्लस के लिए बारद्वाज रंगन को इंटरव्यू दिया. यहां कीरवानी के ब्रेक थ्रू फिल्म की बात हो रही थी, जिसने उन्हें बकायदा लॉन्च किया. यहीं पर ज़िक्र आता है राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'क्षण क्षणम' का. इस फिल्म के म्यूज़िक के लिए रामू ने कीरवानी को चुना था. इस बारे में बात करते हुए कीरवानी कहते हैं-
''मैं आपको बतात हूं बारद्वाज गरू. राम गोपाल वर्मा मेरे पहले ऑस्कर थे. अब 2023 में मुझे अकैडमी अवॉर्ड मिला है. जो मेरा दूसरा ऑस्कर है. मैं बताता हूं क्यों. क्योंकि जितने लोगों को मैंने (काम के लिए) अप्रोच किया, कुछ 51 लोग होंगे. उनमें से कुछ लोगों ने मेरे ऑडियो कैसेट कचरे के डब्बे में फेंक दिया होगा. (मेरा म्यूज़िक) कभी सुना ही नहीं. किसे फर्क पड़ता है? एक अंजान आदमी आकर आपसे उसकी बनाई धुन सुनने को कहता है. जिन लोगों ने सुना, उनमें से कुछ को वो धुनें पसंद आईं. मगर वो लोग इंट्रेस्टेड नहीं थे. अप्रोच करना मेरा मेरिट था.
राम गोपाल वर्मा ने मुझे 'क्षण क्षणम' में काम करने का मौका दिया. जबकि वो 'शिवा' वाले राम गोपाल वर्मा थे. 'शिवा' उनकी ऑस्कर थी. पहली फिल्म, वो भी मेगा हिट. और भी राम गोपाल वर्मा ने मेरे करियर में ऑस्कर की भूमिका निभाई. ये कीरवानी कौन है? किसी ने उसके बारे में नहीं सुना. मगर अब उसके साथ राम गोपाल वर्मा काम कर रहे हैं. कुछ तो बात होगी. बुक करो उसे. उसे अपना चार प्रोजेक्ट दे दो. राम गोपाल वर्मा ने ऐसे मेरी मदद की है. उनकी वजह से मुझे मौके मिले हैं.''

हम बार-बार सुनते रहते हैं कि जमीन से जुड़े रहना अच्छी बात होती है. कीरवानी अपनी सफलता का क्रेडिट जिस तरह से रामू को दे रहे हैं, वो सीखने वाली चीज़ है. वो आदमी अभी-अभी दुनिया का सबसे बड़ा अवॉर्ड जीतकर आया है. मगर उसके आसपास ऐसी कोई हवा नहीं है. उस आदमी ने इंटरव्यू में एक बार ये नहीं कहा कि वो काबिल आदमी हैं. उन्हें अपना काम आता है. इसलिए उन्होंने ये अवॉर्ड जीता. जबकि सच्चाई यही है. शायद यही वो छोटी-छोटी चीज़ें हैं, जो आदमी को बड़ा और महान बनाती हैं.
एम.एम. कीरवानी के इंटरव्यू से ये क्लिप कटकर सोशल मीडिया पर चल रही है. राम गोपाल वर्मा की नज़र भी इस पर पड़ गई. रामू बीइंग रामू. इस क्लिप पर ट्वीट करते हैं-
''हल्लो एम.एम. कीरवानी, ऐसा लग रहा है कि मैं मर गया हूं. क्योंकि सिर्फ मरे हुए लोगों की तारीफ इस तरह से की जाती है.''
अपनी-अपनी फील्ड के दो लेजेंड लोगों की ऐसी क्रेज़ी बातचीत हो रही है. आदमी कैसे इंप्रेस नहीं हो!
वीडियो: राम गोपाल वर्मा से गाली खाने के बाद अमिताभ बच्चन का रिएक्शन बेस्ट था