बाला का ट्रेलर नीचे देख सकते हैं:
ये तो हो गई फिल्म की बात. लेकिन बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर अनुपम खेर असल जिंदगी में लंबे वक्त तक इसी समस्या से परेशान थे. बात 80-85 के आसपास की है. अनुपर खेर काफी जवान थे. यही कोई 25-30 साल के. लेकिन प्रॉब्लम वही, हेयर फॉल.
जब उन्होंने अपना करियर शुरू किया तो कोई उन्हें एक्टर तक के तौर पर नहीं देखता था. बाल कम होने की वजह से हीरो वाले रोल नहीं मिलते थे. गिरते बाल बचाने के लिए उन्होंने क्या नहीं किया?
एक से एक तिब्बती जड़ी-बूटी आजमाई. पौष्टिक खाना खाने लगे. दही-अंडा मला. ये सब तो नॉर्मल है, कोई भी कर ले. लेकिन इस कदर बाल वापस लाना चाहते थे कि किसी ने बता दिया कि ऊंट का पेशाब सिर में लगाने से बाल नहीं झड़ते और नए बाल आ जाते हैं. तो अनुपम खेर ने वो भी ट्राई कर लिया. लेकिन कुछ फर्क नहीं पड़ा.

फिल्म सारांश के एक सीन में अनुपम खेर.
फिर क्या था, उन्होंने सोचा कि बाल झड़ने की ज्यादा टेंशन लेंगे, तो बचे हुए बाल भी गिर जाएंगे. और वो चिल हो गए. यानी गिरते हैं तो गिरें बाल. हम अपना काम करेंगे.
नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से पढ़े अनुपम खेर ने फिल्म सारांश से बॉलीवुड में एंट्री ली थी. तब वो 27 साल के थे. पहली ही फिल्म में उन्होंने 70 साल के बुजुर्ग आदमी का किरदार निभाया. जब 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में उन्होंने शाहरुख़ के पापा का रोल किया. तब वो खुद 40 साल के थे.

अनुपम खेर इकलौते बॉलीवुड एक्टर हैं, जो अपने गंजेपन को लेकर कॉन्फिडेंट रहे हैं.
अनुपम खेर ने अपने सिर को छुपाने के लिए टोपी या विग का सहारा नहीं लिया. वो अपने स्टाइल को लेकर इतने कॉन्फिडेंट हो गए कि अब वो मानते हैं, ‘बॉल्ड इज सेक्सी’.
देखें वीडियो- जब अनुपम खेर के अनुशासन ने दीपिका पादुकोण को रुला दिया था!