फिल्म की एंडिंग को लेकर सलमान ने भंसाली को मनाने की कोशिश की लेकिन भंसाली नहीं माने. फोटो - Pinterest / यूट्यूब
साल 1989. विधु विनोद चोपड़ा की एक फिल्म आई. ‘परिंदा’. क्रिटिकल सक्सेस साबित हुई. विधु की इसी फिल्म के साथ फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था संजय लीला भंसाली ने. भंसाली ‘परिंदा’ पर विधु को असिस्ट कर रहे थे. फिल्म में एक गाना था, ‘तुमसे मिलके’. वो गाना भंसाली ने ही डायरेक्ट किया था. आगे जाकर विधु की फिल्म ‘1942: अ लव स्टोरी’ पर भी भंसाली ने उन्हें असिस्ट किया. इस पॉइंट पर भंसाली खुद अपनी फिल्म बनाना चाहते थे. बनाई भी. 1996 में आई ‘खामोशी: द म्यूज़िकल’. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बिल्कुल भी नहीं चली. लेकिन क्रिटिक्स ने खूब पसंद किया. यहां तक कि क्रिटिक्स अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिल्म एट फिल्मफेयर से भी सम्मानित की गई.
‘खामोशी’ की तारीफ भले ही हुई, लेकिन फिल्म ने भंसाली को वो ब्रेकथ्रू नहीं दिलाया जिसकी उन्हें तलाश थी. उनकी ये इच्छा पूरी की उनकी अगली फिल्म ने. ‘हम दिल दे चुके सनम’. 1999 में रिलीज़ हुई ये फिल्म उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक थी. फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की 17 कैटेगरीज़ में नॉमिनेट हुई. सिनेमैटोग्राफी, कोरियोग्राफी, प्रोडक्शन डिज़ाइन और म्यूज़िक डायरेक्शन के लिए फिल्म ने नैशनल अवॉर्ड्स भी जीते.
18 जून, 2021 को ‘हम दिल दे चुके सनम’ ने अपनी रिलीज़ के 22 साल पूरे किए. आज ‘हम दिल दे चुके सनम’ से जुड़े कुछ किस्से जानेंगे. वो फिल्म जिसके लिए कहा जाता है कि उसकी कहानी ‘वो सात दिन’ से प्रेरित थी. इत्तेफाकन, इसी 23 जून को ‘वो सात दिन’ ने अपनी रिलीज़ के 38 साल पूरे किए हैं.
