पूरन पयाल सीएम योगी आदित्यनाथ की सगी बहन के पति हैं. वो उत्तराखंड के पौड़ी जिले के कोठार इलाके में चाय की दुकान चलाते हैं. खबर के मुताबिक उत्तराखंड पुलिस को विधानसभा चुनाव में खतरे की आशंका है. ऐसे में पूरन पयाल के इलाके की लक्ष्मणझूला पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 107-116 के तहत 8 लोगों पर चालान की कार्रवाई कर दी. इसकी रिपोर्ट कोटद्वार एसडीएम को भेजी गई थी.
रिपोर्ट को सही पाते हुए एसडीएम ने इन लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया था. इसमें लिखा है,
थानाध्यक्ष ने अपनी चालानी रिपोर्ट में अवगत कराया है कि 14 फरवरी 2022 को प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में उपरोक्त पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा अपने-अपने राजनीतिक दलों/प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार और मतदान के दौरान लड़-झगड़ कर शांति व्यवस्था भंग करने का पूर्ण अंदेशा बना हुआ है.
अतः मैं परगना मजिस्ट्रेट यमकेश्वर थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला की चालानी रिपोर्ट से संतुष्ट हूं. मेरा समाधान हो चुका है कि आप उपरोक्त विपक्षीगणों से शांति भंग होने का पूरा अंदेशा बना हुआ है. इसलिए आपको आदेश दिया जाता है कि 20 जनवरी 2022 को न्यायालय तहसील मुख्यालय में हाजिर होकर कारण बताएं कि क्यों ना 6 महीने तक शांति बनाए रखने के लिए 25 हजार रुपये का व्यक्तिगत बंध पत्र और इतनी ही धनराशि के दो-दो जमानती दाखिल कर पाबंद मुचलका कर दिया जाए.
एसडीएम का नोटिस.
नोटिस से पता चलता है कि ये पूरी कार्यवाही कुछ दिनों पहले की है, जिसकी जानकारी अब सामने आई है. पूरन पयाल के अलावा इसमें जिन लोगों का चालान होने की बात कही गई है, उनके नाम नीरज पयाल, देवेन्द्र पयाल, धनवीर पवार, रविन्द्र नेगी, हरदीप कैन्तुरा, उपेंद्र पयाल और कोमल हैं.