"तुम जैसे दलालों के पास नहीं पहुंच रहा होगा, बाकी सभी को मिल रहा है...पुलिस को फोन करो जरा, अभी इसकी सुनवाई करवाते हैं, सरकार पूरा सरकारी खजाना लुटाए जा रही है, लेकिन इन सपा और बसपा के एजेंट्स को कुछ पता ही नहीं है...इसे किसी सपा वाले ने दारू पिलाकर भेज दिया होगा कि जाओ वहां सभा में ये बोल देना जाकर."
विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह (फाइल फोटो: माधवेन्द्र प्रताप/ट्विटर)
आजतक के प्रशांत पाठक के मुताबिक विधायक जब इस ग्रामीण को धमका रहे थे, तब उन्हें उसके मुस्लिम होने की जानकारी लगी, जिसके बाद माधवेन्द्र प्रताप सिंह के बोल और बिगड़ गए. उन्होंने कहा,
"ये मुसलमान है तभी विरोध कर रहा है. जरा 100 नंबर पर कॉल करिए...जितने अपराधी, जितने कसाई, जितने माफिया और जितने दलाल हैं, सब के सब अब जेल के अंदर हैं, ये कैसे बाहर रह गया, ऐसे लोग ही सपा की सरकार बनवा रहे हैं. ऐसे दारू पीने वालों को समाज स्वीकार नहीं करता. भाजपा की सरकार में ऐसे लोगों की जगह या तो जेल में है या फिर इन्हें ऊपर भेज दिया गया है."कई बार विवादों में रह चुके हैं माधवेन्द्र प्रताप सिंह माधवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ रानू को हरदोई जिले में दबंग छवि का विधायक माना जाता है. वे इससे पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं. उन्होंने 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने के कुछ दिन बाद ही शाहाबाद क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अरविंद कुमार वर्मा को कथित तौर पर टेलीफोन पर धमकाया था. इसका ऑडियो भी
था. इसके बाद जनवरी 2021 में विधायक माधवेन्द्र सिंह ने एक कृषक गोष्ठी में किसानों की एक समस्या उठाने पर जिला पंचायत सदस्य विमल मिश्रा को गालियां दीं और धमकाते हुए मंच से नीचे उतार दिया. बताते हैं कि इस घटना के बाद विधायक की क्षेत्र में खूब आलोचना हुई थी.