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Jharkhand Election Results 2024: दुमका में हेमंत सोरेन की भाभी JMM के नलिन सोरेन से हारीं

Sita Soren लंबे समय तक JMM पार्टी से जुड़ी रहीं थीं. इस साल मार्च में उन्होंने JMM छोड़ने का एलान किया और BJP की सदस्यता ले ली.

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BJP की सीता सोरेन vs JMM के नलिन सोरेन

झारखंड की दुमका लोकसभा सीट (Jharkhand Dumka Lok Sabha Election Results) पर Jharkhand Mukti Morcha (JMM) के अनुभवी नेता और छह बार के विधायक नलिन सोरेन (Nalin Soren) ने जीत दर्ज कर ली है. उन्हें कुल 5 लाख 47 हजार 370 वोट मिले हैं. नलिन सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार सीता सोरेन को 22 हजार 527 वोटों से हराया है. सीता सोरेन JMM अध्यक्ष शिबू सोरेन की बड़ी बहू और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की भाभी हैं.

BJP ने दुमका सीट से पहले अपने मौजूदा सांसद सुनील सोरेन को खड़ा किया था. बाद में उनकी उम्मीदवारी वापस लेकर सीता सोरेन को मैदान में उतारा गया. खबरें आईं कि सुनील सोरेन की उम्मीदवारी वापस लिए जाने के बाद पार्टी के वफादार कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी देखने को मिली. सुनील सोरेन ने पिछले लोकसभा चुनाव में JMM अध्यक्ष शिबू सोरेन को 47,590 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी.

इधर, BJP उम्मीदवार सीता सोरेन लंबे समय तक JMM पार्टी से जुड़ी हुई थीं. वो तीन बार (2009, 2014, 2019) जामा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं. इसी साल मार्च में सीता सोरेन ने JMM छोड़ने का ऐलान किया और BJP की सदस्यता ले ली. उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था. आरोप लगाया कि JMM पार्टी और परिवार के सदस्यों ने उन्हें अलग-थलग कर दिया है. 2012 के राज्यसभा चुनाव में सीता सोरेन पर मतदान के लिए पैसे लेने का आरोप लगा और वो सात महीने तक जेल में रही थीं.

JMM की तरफ से दुमका सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उतारने की खबरें भी सामने आई थीं. बाद में शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन को टिकट दिया गया. 

पिछले चुनावों में क्या हुआ? 

2019 लोकसभा चुनाव में BJP के सुनील सोरेन ने 4 लाख 84 हजार 923 वोटों के साथ जीत हासिल की थी. पूर्व मुख्यमंत्री और JMM अध्यक्ष शिबू सोरेन 4 लाख 37 हजार 333 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. CPI(M) के सेनापति मुर्मू 16 हजार 157 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.

उससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में JMM से शिबु सोरेन ने 3 लाख 35 हजार 815 वोटों के साथ जीत दर्ज कराई थी. उन्होंने करीब 40 हजार वोटों के अंतर से BJP के सुनील सोरेन को हराया था. 2009 में भी शिबु सोरेन ने सुनील सोरेन को पछाड़ा था.

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अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित दुमका लोकसभा सीट के अंडर 6 विधानसभा सीटें आती हैं. शिकारीपाड़ा (एसटी), जामताड़ा, दुमका (एसटी), नाला, सारठ और जामा (एसटी). सीट पर आदिवासी, अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग के वोटरों का दबदबा है. यहां 40 फीसदी आदिवासी, 40 फीसदी पिछड़ी जातियां और 20 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं.

झारखंड में BJP ने सहयोगी AJSU पार्टी के साथ सीट बंटवारे के समझौते के तहत 13 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ा. दूसरी तरफ सत्तारूढ़ JMM-कांग्रेस-RJD गठबंधन है. दोनों ने ही अपनी-अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए इस बार आक्रामक रूप से प्रचार किया. पिछले तीन लोकसभा चुनावों में झारखंड में अपने डॉमिनेंस के बावजूद इस बार आंतरिक कलह, टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी और आदिवासी विरोध की वजह से BJP मुश्किल लड़ाई लड़ती दिखी है.

वीडियो: हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन झामुमो छोड़ने के कुछ घंटों बाद BJP में शामिल