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BJP हिमाचल हार गई लेकिन जेपी नड्डा के इलाके से अच्छी खबर आई है

पिछली बार यहां से बीजेपी के सुभाष ठाकुर विधायक बने थे. लेकिन इस साल उनका टिकट कट गया.

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जेपी नड्डा के साथ त्रिलोक जम्वाल (साभार: Facebook\Trilok Jamwal)

हिमाचल प्रदेश चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हार मिली है. हालांकि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) की पुरानी सीट रही बिलासपुर को पार्टी बचाने में सफल रही. बिलासपुर सदर सीट से जेपी नड्डा के करीबी त्रिलोक जम्वाल (Trilok Jamwal) ने जीत दर्ज की है. जम्वाल भाजपा हिमाचल के प्रदेश महामंत्री हैं. जम्वाल ने कांग्रेस उम्मीदवार बंबर ठाकुर को 276 वोटों से हरा दिया. वहीं बीजेपी के बागी नेता सुभाष शर्मा काफी पीछे रह गए. उन्हें महज 1499 वोट मिले.

त्रिलोक जम्वाल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के राजनीतिक सलाहकार भी रह चुके हैं. पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा. 48 साल के त्रिलोक बिलासपुर के ही रहने वाले हैं. हाई कोर्ट में वकील भी हैं. हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से 1997 में M.Com किया. त्रिलोक जम्वाल आरएसएस से भी जुड़े रहे हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी रह चुके हैं. जेपी नड्डा के बेटे हरीश ने भी उनके लिए चुनाव प्रचार किया था.

बिलासपुर में भी BJP की बगावत

जम्वाल ने यहां से कांग्रेस विधायक रह चुके बंबर ठाकुर को हराया है. बंबर ठाकुर भी हिमाचल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट रहे हैं. बिलासपुर सीट से 2012 में जीते थे. लेकिन पिछले चुनाव में बीजेपी नेता सुभाष ठाकुर से हार गए थे.

बीजेपी ने मौजूदा विधायक सुभाष ठाकुर का इस साल टिकट काट दिया. टिकट काटे जाने के बाद सुभाष ठाकुर को तो बीजेपी ने मना लिया लेकिन पार्टी नेता सुभाष शर्मा ने बगावत कर दी. शर्मा भी इस सीट पर टिकट पाने की जुगत में थे, नहीं मिला. जेपी नड्डा और सीएम ने मनाने की कोशिश की. कॉल भी किया लेकिन नहीं माने. सुभाष शर्मा ने साफ कहा था कि अगर जेपी नड्डा उन्हें बात करने के लिए भी बुलाएंगे तो भी वह बात नहीं करेंगे. बुरा मानकर निर्दलीय चुनाव में उतर गए.

जेपी नड्डा तीन बार विधायक रहे

1967 से शुरू हुए चुनावों के बाद इस सीट पर बीजेपी ने 6 बार जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस 5 बार जीत दर्ज कर पाई है. राष्ट्रीय राजनीति में आने से पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इसी सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचते थे. बिलासपुर नड्डा का गृह जिला भी है. नड्डा यहां से तीन बार विधायक रह चुके हैं. 1993-98, 1998-2003 और 2007-2012. इसके बाद 2012 में जेपी नड्डा राज्यसभा के लिए चुने गए थे.

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