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Lok Sabha Election 2024: पहले चरण का प्रचार रुका, 102 सीटों पर परीक्षा की घड़ी, इन मुद्दों पर होगा मतदान!

पहले चरण के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) की वोटिंग 19 अप्रैल को होने जा रही है. इस बीच किस पार्टी ने क्या-क्या मुद्दे उछाले हैं, आइये जानते हैं.

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पीएम मोदी खुद कई बार चुनाव प्रचार के लिए तमिलनाडु गए. (Image: India Today)

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण (Lok Sabha election 2024 first phase) की वोटिंग 19 अप्रैल को होने जा रही है. जिसके लिए चुनाव प्रचार अब थम चुका है. पहले चरण में तमिलनाडु (Tamil Nadu), बिहार (Bihar), मध्य प्रदेश (MP), उत्तर प्रदेश (UP), असम (Assam), पश्चिम बंगाल (West Bengal) और महाराष्ट्र (Maharashtra) समेत कई राज्यों में वोटिंग होगी. जिसमें कुल 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इसमें से कई सीटों पर पार्टियों के बड़े नेताओं के बीच मुकाबला भी है. जिसमें आठ केंद्रीय मंत्री और दो पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. 

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पहले बात करते हैं सीटों की

तो पहले चरण में उत्तर प्रदेश की कैराना, बिजनौर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, नगीना और रामपुर की सीटें शामिल हैं. वहीं राजस्थान में बीकानेर, चूरू, इुंझुनू, जयपुर, सीकर, जयपुर ग्रामीण, भरतपुर, धौलपुर, गंगानगर, दौसा, अलवर और नागौर में वोट डाले जाएंगे.

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इसके अलावा मध्य प्रदेश के शहडोल, सीधी, बालाघाट, जबलपुर, मंडल और छिंदवाड़ा सीट पर वोटिंग होगी. असम में काजीरंगा, लखीमपुर, जोरहाट, डिब्रूगढ़ और सोनितपुर में चुनाव होंगे. 

बिहार में औरंगाबाद, गया और नवादा, महाराष्ट्र में रामटेक, चंद्रपुर, नागपुर, चिमूर, भंडारा-गोंडिया सीटें पहले चरण के चुनाव में शामिल हैं. छत्तीसगढ़ का बस्तर भी इस लिस्ट में शामिल हैं. 

उत्तराखंड के नैनीताल, टिहरी गढ़वाल, उधम सिंह नगर और हरिद्वार के साथ मिजोरम, पुडुचेरी और तमिलनाडु की सभी सीटों पर मतदान भी होना है. पश्चिम बंगाल के कूचबिहार, जलपाईगुड़ी. सिक्कम, नागालैंड, अंडमान और निकोबार में भी वोटिंग पहले चरण में होगी. इसके अलावा त्रिपुरा की त्रिपुरा पश्चिम सीट, जम्मू कश्मीर में उधमपुर में भी वोटिंग होगी. 

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क्या मुद्दे बनाए गए हैं?
1. प्रधानमंत्री मोदी ने जब मेरठ में रैली की थी, तो उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जोर दिया था. इसके अलावा गन्ना किसानों की आय का मुद्दा भी उठाया गया था.

2. वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा नेता अखिलेश यादव ने विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी, पेपर लीक, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को अपने बयानों में शामिल किया है. 

3. दक्षिण के राज्यों में BJP कोई कसर छोड़ती नहीं दिख रही है. खुद प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु का सात बार दौरा किया है. जहां सनातन धर्म के मुद्दे पर जोर दिया जाता दिख रहा है. कच्चातिवु द्वीप का मुद्दा भी पीएम मोदी की बातों में सुनाई देता है. 

4. वहीं बिहार में नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के बाद समीकरण बदले हैं. वो आरजेडी पर भ्रष्टाचार और जंगल राज के आरोप लगा रहे हैं. फिलहाल RJD नेता तेजस्वी यादव का नवरात्रि के दिनों में मछली खाना भी मुद्दा बनाया गया. जिस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान भी सामने आया था.

5. वहीं कांग्रेस इलेक्टोर बॉन्ड और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर बात करती नजर आ रही है. 

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