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'उम्मीद है संविधान की रक्षा करेंगी', राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए यशवंत सिन्हा ने और क्या कहा?

ममता बनर्जी ने भी द्रौपदी मुर्मू के लिए दिलचस्प टिप्पणी की है.

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(बाएं-दाएं) यशवंत सिन्हा और द्रौपदी मुर्मू को बधाई देते पीएम मोदी. (फोटो- पीटीआई और ट्विटर से साभार.)

द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) भारत की 15वीं राष्ट्रपति चुनी जा चुकी हैं. एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी. उनकी जीत के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके घर बधाई देने पहुंचे. उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी द्रौपदी मुर्मू की जीत पर ट्वीट कर बधाई दी. 

तीसरे राउंड की गिनती के बाद ही उन्होंने 50 फीसदी वोटों के आंकड़े को पार कर लिया. इसके बाद मुर्मू की जीत की घोषणा बस एक औपचारिकता रह गई. उसके पहले ही उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्रौपदी मुर्मू के घर पहुंचे.

पीएम मोदी ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई देते हुए कहा कि भारत ने इतिहास रचा है. उन्होंने कहा कि जब 130 करोड़ लोग भारतीय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, उसी वक्त पूर्वी भारत के एक सुदूर इलाके में आदिवासी समुदाय से आने वाली भारत की बेटी हमारी राष्ट्रपति चुनी गई है. पीएम मोदी ने द्रौपदी मुर्मू की जीत पर कई ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, 

"द्रौपदी मुर्मू जी की जिंदगी, उनके शुरुआती संघर्ष, उनकी सच्ची सेवा और उनकी सफलता सभी भारतीयों को प्रेरणा देती है. वो हमारे नागरिकों, खासकर गरीबों और हाशिये के लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण बनकर निकली हैं. द्रौपदी मुर्मू एक शानदार विधायक और मंत्री रही हैं. झारखंड के राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल काफी अच्छा रहा था. मुझे भरोसा है कि वो भारत की एक बेहतरीन राष्ट्रपति साबित होंगी जो आगे आकर नेतृत्व करेंगी और भारत की विकास यात्रा को मजबूत करेंगी."

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विटर पर लिखा कि एक “अति सामान्य जनजातीय परिवार से आने वाली NDA प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू जी का भारत का राष्ट्रपति चुना जाना पूरे देश के लिए अत्यंत गौरव का पल है, उन्हें बधाई देता हूं”. उन्होंने लिखा कि ये जीत अन्त्योदय के संकल्प को चरितार्थ करने और जनजातीय समाज के सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर है.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुर्मू की जीत पर लिखा, 

"द्रौपदी मुर्मू जी को देश की राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर हार्दिक बधाई. जनता की आशाओं और आकांक्षाओं को वाणी देने और उनकी समस्याओं के समाधान में आपकी सदैव महत्वपूर्ण भूमिका रही है. आशा है आपके कुशल मार्गदर्शन में देशवासी नए भारत के निर्माण में अग्रणी योगदान देंगे."

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी समेत पक्ष-विपक्ष के कई नेताओं ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी. ममता बनर्जी ने ट्विटर पर लिखा, 

"राष्ट्रपति चुने जाने पर द्रौपदी मुर्मू को मैं बधाई देती हूं. देश आपको राष्ट्र प्रमुख के रूप में बड़ी उम्मीद से देखने वाला है. जो संविधान के आदर्शों की रक्षा करे और हमारे लोकतंत्र की संरक्षक बने. खासकर जब देश कई सारी वैचारिक झगड़ों से जूझ रहा है."

वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया, 

"देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनने पर आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. भगवान बिरसा मुंडा और अमर शहीद सिदो-कान्हू की वीर भूमि और समस्त झारखंडवासियों की ओर से आपको जोहार."

द्रौपदी मुर्मू के मुकाबले में विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को खड़ा किया था. उनकी जीत पर सिन्हा ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा,

"मैं देश के नागरिकों के साथ श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव 2022 में उनकी जीत पर बधाई देता हूं. भारत उम्मीद करता है कि 15वीं राष्ट्रपति के रूप में वो बिना किसी डर और पक्षपात के संविधान की रक्षक के रूप में काम करेंगी."

ट्विटर पर जारी एक बयान में यशवंत सिन्हा ने काफी कुछ कहा. इसमें लिखा है,

"परिणाम चाहे जो भी रहे हों, मेरा मानना है कि इस चुनाव से भारतीय लोकतंत्र को दो फायदे हुए हैं. पहला, अधिकांश विपक्षी दल एक मंच पर आए. ये वास्तव में समय की मांग है. दूसरा, अपने चुनाव अभियान के दौरान मैंने देश और आम लोगों के समक्ष प्रमुख मुद्दों पर विपक्षी दलों के विचारों, चिंताओं और प्रतिबद्धताओं को स्पष्टता से रखने का प्रयास किया. विशेष रूप से, विपक्षी दलों और उनके नेताओं के खिलाफ ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग और यहां तक कि राज्यपाल कार्यालयों को हथियार के रूप में इस्तेमाल किए जाने पर गहरी चिंता जताई."

यशवंत सिन्हा ने विपक्षी नेताओं से अपील की है कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद भी न सिर्फ एकता बनाए रखें बल्कि इसे और मजबूत करें. उन्होंने विपक्ष से उम्मीद जताते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति के चुनाव में ये स्पष्ट रूप से दिखना चाहिए.

एनडीए के उम्मीदवार होने के बावजूद कई विपक्षी दलों ने भी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया था. इनमें हेमंत सोरेन की जेएमएम और नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी भी शामिल रही. द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है.

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